पटना में सांईस एक्सप्रेस ट्रेन..जानें क्या है इसमें

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सुधीर मधुकर.पटना.एक अप्रैल को  सांइस एक्सप्रेस पटना जं. आएगी और दो दिनों तक पटना में रूकेगी.यह एक विशेष रूप से बनायी गयी 16 कोच की वातानुकूलित ट्रेन पर स्थापित एक अभिनव चलनशील प्रदर्शनी है जो अक्टूबर 2007 से समस्त भारत में भर्मण कर रही है। अब तक इसने आठ चरणों में कुल 145000 किलोमीटर की यात्रा पूरी की है। अब तक इसके 1631 दिनों की प्रदर्शनी में इसे लगभग एक करोड़ 58 लाख लोगों ने देखा है जिसमे मुख्यतः छात्र और शिक्षक शामिल रहे हैं।

इस प्रकार इस सांइस ए्क्सप्रेस ने भारत की सबसे बड़ी, सबसे लबे समय तक चलने वाली तथा सबसे ज्यादा लोगों द्वारा देखे जाने वाली गतिशील विज्ञान प्रदर्शनी होने का कीर्तिमान स्थापित किया है।विदित हो की सांइस एक्सप्रेस के नवमें चरण, जो क्लाइमेट एक्शन स्पेशल, के रूप में चलायी जा रही है, को दिल्ली सफदरजंग रेलवे स्टेशन से माननीय रेल मंत्री प्रभाकर प्रभु, माननीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री हर्षवर्धन एवं माननीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री अनिल माधव दवे द्वारा 17 फरवरी 2017 को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया था।

इस चरण में यह ट्रेन 17 फरवरी से 8 सितंबर 2017 तक 68 स्थलों की यात्रा करेगी। इसी क्रम में यह साइंस एक्सप्रेस आगामी 1 अप्रैल एवं 2 अप्रैल को पटना जंक्शन के प्लेटफार्म नं 10 पर लोगों के अवलोकनार्थ लगाई जाएगी।जहां पर लोग इसे प्रातः 10 बजे से सायं 17बजे तक इसे देख सकते हैं।इस प्रदर्शनी का मुख्य उद्देश्य जलवायु परिवर्तन एवं उनसे जुड़े विषयों पर लोगों, खासकर शिक्षकों एवं विद्यार्थियों में व्यापक जागरूकता पैदा करना है। इस प्रदर्शनी के माध्यम से यह बताने का प्रयास किया गया है कि जलवायु परिवर्तन की समस्या को किस प्रकार से अल्पीकरण एवं अनुकूलन (MITIGATION & ADAPTATION ) द्वारा रोका जा सकता है।

साइंस एक्सप्रेस में कक्षा 3 से 5 के छात्रों के लिए किड्स जोन नामक एक कोच है। इस कोच में छात्रों को दिमागी कसरत कराने वाले एवं पर्यावरण के प्रति जागरूक बनाने वाले खेल खेलने तथा विज्ञान एवं गणित के मॉडल्स बनाने का अवसर प्राप्त होता है। इसके अलावा  V.A.S.C.S.C.JOY OF SCIENCE प्रयोगशाला को एक अन्य कोच में स्थापित किया गया है। जिसमे छात्र विभिन्न प्रयोगों और गतिविधियों द्वारा एक रोचक ढंग से जैव विविधता, जलवायु परवर्तन, पर्यावरण, विज्ञान और गणित की अवधारणाओं को समझ सकते हैं। इसके अतिरिक्त पर्यावरण, विज्ञान और गणित के शिक्षकों के क्षमता निर्माण के लिए एक चर्चा सह प्रशिक्षण केंद्र की सुविधा भी ट्रेन में प्रदान की गयी है।

SECAS II  के हर पड़ाव पर इस तरह की गतिविधियों का संयोजन किया गया है कि जिससे हर उम्र के लोगों तक इसका सन्देश पहुंचे। इसमें स्थानीय स्कूलों तथा संस्थानों में होने वाले आउटरीच प्रोग्राम एवं आगंतुकों के लिए रेलवे प्लेटफार्म पर होने वाली मनोरंजक गतिविधियां शामिल हैं।इस प्रदर्शनी ट्रेन में VASCSC  की टीम के प्रशिक्षित एवं प्रेरित सांइस कम्युनिकेटर्स ट्रेन के साथ यात्रा करते हैं जो गाइड के रूप में आगंतुकों को बताते हैं और मार्गदर्शन करते हैं, उनके प्रश्नों का जवाब देते हैं, और अन्य पूरक गतिविधियों का संचालन करते हैं।

स्कूल कालेज के प्रधानाचार्य sciencexpress@gmail.com पर ईमेल करके जानकारी ले सकते है अथवा ट्रेन पर मौजूद प्रोजेक्ट मैनेजर को फोन कर सकते हैं। ( मो. 9428405407) . स्कूली छात्र 20 के समूह में पूर्व रजिस्ट्रेशन द्वारा जॉय ऑफ़ साइंस लैब (JOS) ,में हिस्सा ले सकते हैं। इसके लिए vascsc.jos@gmail.com पर email  करे या लैब इंचार्ज से मो न 9428405408 पर संपर्क कर सकते हैं।पटना के बाद साइंस एक्सप्रेस दानापुर मंडल में क्युल (03 एवं 4 अप्रैल) और समस्तीपुर मंडल में सीतामढ़ी (5 अप्रैल) तथा समस्तीपुर (6अप्रैल) स्टेशनों पर भी प्रदर्शनी के लिए रुकेगी।

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