लालू-राबड़ी के काल को जंगलराज कहे जाने पर राजद ने किया हंगामा

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निशिकांत सिंह.पटना.बिहार विधानसभा में मंगलवार को भोजनावकाश के बाद चर्चा के दौरान भारतीय जनता पार्टी के विधायक विनोद कुमार सिंह द्वारा लालू प्रसाद व राबड़ी देवी के शासन काल को गुंड़ा राज व जंगलराज कहे जाने पर राजद सदस्यों ने हंगामा किया व भाजपा सदस्य पर कार्रवाई की मांग की.

राजद के ललित यादव व भोला प्रसाद यादव ने इसे अपने नेता का अपमान बताया उन्होंने कहा कि इसपर पहले विनोद यादव माफी मांगे. उसके बाद आसन पर विधानसभा अध्यक्ष आ गए.तब भोला यादव ने उन्हें बताया कि मेरे नेता का अपमान किया गया है. इसपर भाजपा के तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि कोई गलत नहीं कहा गया है.उस समय के शासन काल को पटना उच्च न्यायलय तक जंगलराज कहा था. इसपर भोला यादव सहित राजद के सारे सदस्य टिप्पणी को वापस लेने पर अड़ गए.

विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि पहले मैं रिकार्ड को देखुंगा इसके बाद ही किसी तरह का अपना निर्णय सुनाऊंगा.इसके बाद विनियोग विधेयेक पर वित्त मंत्री ने अपना वक्तव्य पढ़ना आरंभ किया.

पहले लालबाबू का निलंबन,फिर निलंबन वापस

उधर, विधानपरिषद में भाजपा के लाल बाबू प्रसाद के कल का मामले को लेकर जमकर हंगामा हुआ और सभापति को सदन की कार्यवाही दोपहर के भोजनावकाश तक के लिए स्थगित करनी पड़ी. आज सदन की कार्यवाही जैसे ही आरंभ हुई भारतीय जनता पार्टी के रजनीश कुमार ने कल आशा कार्यकर्ताओं पर लाठी चार्ज पर कार्यस्थगन प्रस्ताव लाया जिसे सभापति अवधेश नारायण ने खारिज कर दिया उसके बाद भारतीय जनता पार्टी के सदस्य नारेबाजी करते हुए बेल में आ गए.

भाजपा के सदस्य नारेबाजी कर रहे थे और सभापति अपना निर्णय लालबाबू पर सुनाया औऱ कहा कि कल कांग्रेस सदस्यों के द्वारा लायी गई निंदा प्रस्ताव लाये जाने के बाद आज कार्यमंत्रणा समिति की बैठक बुलायी जिसके बाद मै यह निर्णय पर आया हूं की आज दिन भर के लिए लाल बाबू प्रसाद को निलंबित किया जाता है. सभापति के द्वारा निर्णय सुनाए जाने के बाद भाजपा के सदस्य बेल मे राज्य सरकार के मंत्री अब्दुल जलील मस्तान की बर्खास्तगी का मांग करते हुए नारेबाजी कर रहे थे.

उसके बाद सदन की कार्यवाही दोपहर के ढाई बजे तक स्थगित कर दी गयी. सदन स्थगित होने के बाद भाजपा नेता व पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने अपने कक्ष कहा कि लालबाबू प्रसाद पर आज जो कार्रवाई की गई वह कांग्रेस के दबाव में की गई कांग्रेस ने सरकार पर दबाव बनाया था कि कार्रवाई नहीं करेंगे तो सदन का बहिष्कार कर देंगे.मोदी ने कहा कि सरकार पहले मंत्री को बर्खास्त करें जिसने प्रधानमंत्री के फोटो पर जूता चलवाया एवं गालियां दिलवायी. सरकार पहले उन्हें बर्खास्त करे.

लेकिन जब भोजनावकाश के बाद सदन की कार्यवायी आरंभ हुई तो भाजपा के सुशील मोदी ने काग्रेस के डा दिलीप कुमार चौधरी से आग्रह करते हुए कहा कि सदन का अगर सुचारू रूप से चलना देना चाहते है तो पहले अपना कल का दिया हुआ निंदा प्रस्ताव को वापस लिजिए तथा जरूरी कार्यों को होने दिजिए. इसपर कांग्रेस के डा.दिलीप कुमार चौधरी ने कहा कि जब नेता प्रतिपक्ष आग्रह कर रहे है तो अपना प्रस्ताव वापस लेता हूं उसके बाद उन्होंने कहा कि कल जो विपक्ष ने दो सदस्यों के खिलाफ शिकायते दर्ज कराई है क्या वो वापस लेगी तो भाजपा के रजनीश कुमार ने अपना शिकायत वापस लिया. इसके बाद सभापति ने भी अपना निर्णय को यह कहते हुए वापस लिया कि जब सब लोग अपनी शिकायत को वापस ले रहे है तो मुझे कोई आपत्ति नहीं है. अपना फैसला वापस लेने में उसके बाद सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से चली.

 

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