बसपा का धरना:आनन्द मोहन की रिहाई,सुशासन पर सवाल

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संवाददाता.पटना.गर्दनीबाग धरनास्थल पर बहुजन समाज पार्टी के द्वारा दलितों एवं पिछड़ों पर हो रहे अत्याचार पर एकदिवसीय धरना प्रदर्शन किया गया।मौके पर बसपा प्रदेश प्रभारी अनिल कुमार ने आनन्द मोहन की रिहाई पर सवाल उठाते हुए कहा कि दलित समाज से आने वाले जिलाधिकारी जी. कृष्णैया के हत्यारे को सुशासन बाबू के द्वारा कानून में संशोधन कर उन्हे जेल से निकाला जाता है और साथ ही कई दुर्दांत अपराधियों को भी जेल से बाहर निकाल दिया जाता है। यह कैसी व्यवस्था है?
इस धरना प्रदर्शन में बहुजन समाज पार्टी के अनिल कुमार, प्रभारी बिहार प्रदेश,लालजी मेधानकर, केन्द्रीय राज्य प्रभारी, भीम राजभर,केंद्रीय राज्य प्रभारी,शंकर महतो, प्रदेश अध्यक्ष समेत हजारों की संख्या में पार्टी के विभिन्न जिला से आए हुए कार्यकर्ता शामिल हुए।
    धरना को संबोधित करते हुए बिहार प्रदेश प्रभारी अनिल कुमार ने कहा कि आज नीतीश कुमार की सरकार चाहे वह भाजपा के साथ रही हो या राजद के साथ, लगातार दलित, शोषित, वंचित पिछड़ों के साथ अन्यायपूर्ण रवैया अपनाते रही है। बहुजनों के साथ लगातार इनके हक और अधिकार को छीनते रही है। आए दिन दलितों को सताया जा रहा है। उनका घर उजाड़ा जा रहा है। ये सरकार दलितों और पिछड़ों के बच्चों के पढ़ने के अधिकार को भी छिन रही है। इसके लिए बिहार सरकार ने दलितों, आदिवासियों एवम अतिपिछड़ों को मिलने वाली छात्रवृति 2016 से ही बंद कर दी है। यह कहां का न्याय है, यह कैसी व्यवस्था है?
अनिल कुमार ने जोर देकर कहा कि दलित समाज से आने वाले जिलाधिकारी जी. कृष्णैया के हत्यारे को सुशासन बाबू के द्वारा कानून में संशोधन कर उन्हे जेल से निकाला जाता है और साथ ही कई दुर्दांत अपराधियों को भी जेल से बाहर निकाल दिया जाता है। यह कैसी व्यवस्था है? लेकिन जब किसी दलित समाज के बेटे की हत्या वैशाली और नालंदा में हो जाती है, किसी दलित बेटी के साथ सासाराम में सामूहिक बलात्कार हो जाता है, किसी दलित महिला को गैंगरेप कर उसके बच्चे के साथ मारकर तालाब में फेंक दिया जाता है, तब यह सरकार गूंगी बहरी क्यों हो जाती है ? यह सरकार मनुवादियों की सरकार है। और इस मनुवादियों की सरकार को बहुजन समाज पार्टी यह चेतावनी देती है कि किसी भी हाल में अभी हुए घटनाओं में दलितों पर हुए अत्याचार पर सरकार तुरन्त कार्यवाही करे, जबतक उचित कार्यवाही नहीं होती है हमलोग संवैधानिक तरीके से आंदोलन करते रहेंगे।
धरना को संबोधित करते हुए केन्द्रीय राज्य प्रभारी भीम राजभर ने कहा कि बिहार सरकार और केंद्र सरकार बहुजनो के लिए बनाए गए बाबा साहब डॉ भीमराव अम्बेडकर के संविधान के साथ लगातार छेड़खानी कर रही है, जिसका नतीजा यह है कि हमारा आरक्षण, हमारा अधिकार हमसे छीना जा रहा है। बिहार राज्य में हमारे बहुजन समाज के साथ कोई घटना होती है तो उसपर कार्यवाही नहीं होती है, न्याय नहीं मिलता है। राज्य में बहुजनो के साथ लगातार अप्रिय घटना हो रही है। इस धरने के माध्यम से हमारी सरकार से मांग है कि हमारे द्वारा दलितों, आदिवासियों, शोषित वंचित वर्ग के ऊपर पिछले कुछ दिनों में जो घटनाएं हुई हैं उसपर हमारे बहुजन समाज के लोगों को न्याय मिलना चाहिए नहीं तो हमारा यह आंदोलन लगातार जारी रहेगा।
धरना प्रदर्शन को बहुजन समाज पार्टी के केन्द्रीय राज्य प्रभारी लालजी मेधानकर ने कहा कि बिहार में नितीश सरकार और केंद्र सरकार मिली हुई है। आप किस सरकार पर विश्वास करेंगे। जिस सरकार में जिलाधिकारी को न्याय नहीं मिलता है उस सरकार में दलितों और पिछड़ों और शोषितों को क्या न्याय मिलेगा। इसलिए जरुरत है कि हम बहुजन एक हो जाओ और देश में और राज्य में बहुजन की सरकार, बहन मायावाती की सरकार बनाए। हमें यह संकल्प लेना है।
धरना प्रर्दशन को  बिहार प्रदेश अध्यक्ष शंकर महतो, प्रदेश महासचिव ओमप्रकाश पांडेय, उपाध्यक्ष सकलदेव राम, रामलखन्न महतो, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष संजय कुमार मंडल, बसपा नेता डा रंजन कुमार, अमर आजाद समेत अन्य नेताओं ने भी संबोधित किया।

 

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