संघ पर नीतीश के हमले के बाद भाजपा नेताओं का नीतीश पर हमला तेज

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निशिकांत सिंह.पटना. जब से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने देश को संघमुक्त बनाने की घोषणा के साथ भाजपा पर हमला शुरू किया है तब से वे भाजपा नेताओं के निशाने पर आ गए हैं. इसे प्रधानमंत्री का हसीन सपना बताकर  भाजपा नेताओं ने नीतीश कुमार पर जोरदार हमला किया है. भाजपा के प्रमुख नेता सुशील कुमार मोदी, नंदकिशोर यादव एवं डा. प्रेम कुमार ने मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा पहले बिहार को समस्याओं से निजात दिलाएं. सुशील कुमार मोदी के अनुसार राहुल से खुंदक निकालने के लिए लालू ने किया नीतीश का समर्थन. नंदकिशोर यादव कहते हैं कि पानी के लिए तरस रही राजधानी और मुख्यमंत्री दिल्ली के दिवास्वप्न में जी रहें है. विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डॉ.प्रेम कुमार ने कहा कि नीतीश बेमौसम बरसात कर सूबे के ज्वलन्त मुद्दों को दबाना चाहते हैं.

एक बयान में सुशील कुमार मोदी ने कहा कि राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से अपनी पुरानी खुंदक निकालने के लिए प्रधानमंत्री-पद की दावेदारी के लिए नीतीश कुमार का समर्थन किया है. जो नीतीश कुमार अपने बल पर कभी मुख्यमंत्री नहीं बन पाए और जिनका बिहार से बाहर कोई आधार नहीं है, वे किसके बूते पीएम बनने के सपने देख रहे हैं? वे तीन बार भाजपा के समर्थन से और इस बार लालू प्रसाद के समर्थन से मुख्यमंत्री बने हैं.

उन्होंने कहा कि अपने बल पर मुख्यमंत्री बनने वाले मुलायम सिंह यादव, मायावती, ममता बनर्जी और नवीन पटनायक जैसे नेताओं के मुकाबले नीतीश कुमार का कद काफी छोटा है. लालू प्रसाद को भी पता है कि नीतीश कुमार कभी प्रधानमंत्री नहीं बन सकते, लेकिन मुख्यमंत्री को खुशफहमी में रखने और राहुल गांधी को चिढ़ाने के लिए लालू एक तीर से दो शिकार कर रहे हैं. राहुल गांधी ने चारा घोटाला में सजायाफ्ता लालू प्रसाद को कभी मिलने का समय नहीं दिया.  उन्होंने सजायाफ्ता को राहत देने वाले यूपीए सरकार के फैसले की कापी फाड़ कर लालू प्रसाद को झटका दिया था. यह राहुल के समर्थन का दबाव ही था कि लालू प्रसाद को जहर का घूंट पीकर महागठबंधन में नीतीश कुमार को नेता मानना पड़ा था. कांग्रेस उपाध्यक्ष ने लालू प्रसाद को कभी अपने मंच पर चढ़ने नहीं दिया. नीतीश कुमार कांग्रेस से सौदेबाजी की ताकत बढ़ाने और मीडिया में बने रहने के लिए खुद को 2019 का पीएम-कैंडिडेट बना कर पेश कर रहे हैं. लालू प्रसाद अगर सजायाफ्ता न होते तो वे कभी भी नीतीश की दावेदारी का समर्थन नहीं करते.

वरिष्ठ भाजपा नेता सह लोक लेखा समिति के सभापति नंदकिशोर यादव ने कहा कि सूबे की राजधानी पानी की एक-एक बूंद के लिए तरस रही है और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार की चिंता छोड़ दिल्ली का दिवास्वप्न देख रहे हैं.  आलम यह है कि मुख्यमंत्री के द्वारा पेयजल आपूर्ति के लिए बोरिंग का उद्घाटन कर दिये जाने के दो माह बाद भी पानी की एक बूंद मयस्सर नहीं हुई है. पटना सिटी के खाजेकला पेयजल आपूर्ति योजना के अन्तर्गत बोरिंग का उद्घाटन 24 फरवरी को ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा किया गया. आज तक इस बोरिंग से पेयजल की आपूर्ति प्रारंभ नहीं की जा सकी है.  विधानसभा चुनाव के दौरान पटना साहिब से ही घर-घर दस्तक शुरू करने वाले नीतीश जी ने  सत्ता में आते ही वहां की जनता को बेपानी कर दिया. ये हाल तब है ,जब घर-घर पेयजल पहुंचाना सरकार के सात निश्चय में शामिल है. सवाल यह है कि क्या यही सरकार का मिशन मोड है .

बिहार विधान सभा में विपक्ष के नेता डा. प्रेम कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राज्य की ज्वलन्त समस्याओं को दबाने के लिए बैगर मौसम बरसात कर रहे हैं. अभी लोकसभा चुनाव 2019 में होना है, लेकिन नीतीश अपने को पीएम मैटेरियल बता कर राजनीतिक मुद्दा बना कर विकास के मुद्दे को दबाना चाह रहे हैं. लेकिन भाजपा अपने विपक्ष धर्म को निभाते हुए जन मुद्दों को उठाती रहेगी. राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद ने नीतीश को पीएम पद का उम्मीदवार मान रहें हैं, तो अब उनके बेटे तेजस्वी यादव ने कहा कि नीतीश पीएम मैटेरियल हैं. यह सब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सोची समझी राजनीतिक चाल है, जिसे जनता खुब समझ रहीं है.

डा. कुमार ने कहा कि राज्य में शिक्षा अधिकार, सरकारी अस्पतालों में दवाओं की कमी, छात्रवृर्ति घोटाला, गरीबों को आनाज नहीं मिल रहा है. साथ ही राज्य के किसानों को खेतों में न पानी, न बिजली, न खाद व बीज ही मिल रहे हैं, ऐसे अनेकों जल्वन्त मुद्दे सामने हैं.उन्होंने कहा कि राज्य के अंदर ऐसे कई मुद्दों की तरफ सरकार ने जानबुझ कर आम लोगों का ध्यान बांटने के लिए पीएम मैटेरियल का मुद्दा उठा कर लोगों के बीच भ्रम फैलाकर अपनी राजनीति कर रहे हैं, लेकिन भाजपा ऐसा नहीं होने देगीं.

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