मुख्यमंत्री ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का किया हवाई सर्वेक्षण,राहत शिविरों का लिया जायजा

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aerial survey of flood

संवाददाता.पटना. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को भी बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया एवं कटिहार जिले के बरारी प्रखंड स्थित भगवती मंदिर महाविद्यालय (बी0एम0 कालेज) लक्ष्मीपुर और पूर्णिया जिले के रुपौली प्रखंड स्थित बुनियादी उच्च विद्यालय, सपहा में बाढ़ राहत शिविरों का निरीक्षण किया।

   निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने बाढ़ राहत शिविर में बाढ़ राहत चिकित्सा शिविर, बाढ़ प्रभावित गर्भवती महिलाओं का आश्रय स्थल, आंगनबाड़ी केंद्र में प्रभावित परिवारों के बच्चों को पढ़ने की सुविधा, कोरोना जांच, वैक्सीनेशन की व्यवस्था, निःशुल्क दवा वितरण केंद्र, पशु आश्रय स्थल एवं सामुदायिक रसोई के प्रबंधन का जायजा लिया।
निरीक्षण के क्रम में मुख्यमंत्री ने बाढ़ राहत शिविर में रह रहे लोगों से सामुदायिक रसोई में मिलने वाले भोजन की गुणवत्ता के संबंध में पूरी जानकारी ली। उन्होंने जिलाधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि बाढ़ राहत शिविर में रहने वाले प्रत्येक व्यक्ति की कोरोना जांच करायें। कोरोना संक्रमित पाए जाने वाले व्यक्तियों को आइसोलेशन में रखा जाए। बाढ़ राहत शिविर में रह रहे लोगों को कोई कठिनाई न हो, इसका विशेष ध्यान रखें।
इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद,खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री लेसी सिंह, विधायक  बीमा भारती,विधायक विजय सिंह, विधान पार्षद अशोक अग्रवाल, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, जल संसाधन विभाग के सचिव संजीव कुमार हंस, आपदा प्रबंधन विभाग के विशेष कार्य पदाधिकारी संजय कुमार अग्रवाल, प्रमंडलीय आयुक्त प्रेम सिंह मीणा, आईजी पूर्णिया प्रक्षेत्र सुरेश प्रसाद चौधरी, जिलाधिकारी,  पुलिस अधीक्षक सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
निरीक्षण के पश्चात् पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का एरियल सर्वे करने के बाद जमीन पर जाकर प्रभावित लोगों के लिए चलाए जा रहे राहत एवं बचाव कार्य का जायजा ले रहे हैं। गंगा नदी के जलस्तर में वृद्धि के कारण कटिहार का क्षेत्र भी प्रभावित हुआ है। वर्ष 2016 में भी गंगा का जलस्तर बढ़ने से काफी क्षेत्र प्रभावित हुआ था। इस बार जलस्तर वर्ष 2016 से थोड़ा कम है लेकिन क्षेत्र कम प्रभावित नहीं हुआ है।
   उन्होंने कहा कि वर्ष 2016 में भी हम यहां आए थे। कटिहार में लोगों को भोजन देने के साथ-साथ उनके अलग से रहने की व्यवस्था की जा रही है। सभी लोगों को हर प्रकार से राहत देना है। प्रभावित परिवारों को सभी प्रकार से मदद दी जा रही है। 6 हजार रुपए प्रति परिवार दिये जाते हैं। साथ ही खेती में भी जो नुकसान हुआ है, उसका भी हमलोग आकलन कर उनकी मदद करते हैं। अभी सभी लोगों को सुरक्षित रखने के साथ-साथ उनकी मदद की जा रही है। लोगों की कोरोना जांच एवं वैक्सिनेशन कराने का काम किया जा रहा है। सभी राहत शिविरों में यह काम किया जा रहा है। अगर महिला गर्भवती है तो उसका भी ख्याल रखा जाता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी नदियों के जलस्तर की डेली रिपोर्ट लेते हैं। कितना जलस्तर बढ़ा, कितना क्षेत्र प्रभावित हुआ, कितनी आबादी प्रभावित हुई इन सब चीजों की जानकारी ली जाती है। इसके बावजूद स्थल पर जाकर देखने से मुझे संतोष होता है। लोगों से बातचीत करते हैं, उनकी बातें सुनते हैं और व्यवस्थाओं की जानकारी लेते हैं। उनकी स्थिति को देखकर जो भी सहायता की जरुरत होती है, उस पर त्वरित काम किया जाता है।

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