‘जनता के दरबार में मुख्यमंत्री’ के पुराने कार्यक्रमों की पहले समीक्षा करें सीएम-राजद

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संवाददाता.पटना.मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को उनके द्वारा किये गए पूर्व के जनता दरबारों की भी समीक्षा करनी चाहिए कि उनके द्वारा दिये गए आदेशों और निर्देशों पर कितना अमल हुआ था। पिछले जनता दरवारों मे उनके द्वारा दिए गए अधिकांश आदेश और निर्देश आज भी बंद फाईलों में धूल फांक रहा है।यह आरोप लगाया है राजद के प्रवक्ता चितरंजन गगन ने।

एक बयान में यह आरोप लगाते हुए राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने कहा कि आज के जनता दरबार से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी को राज्य की जमीनी हकीकत की जानकारी मिल गई होगी कि किस कदर बिहार में भ्रष्टाचार और लूट-खसोट मचा हुआ है। और जनता कैसे अफसरशाही से त्रस्त और परेशान है।

राजद प्रवक्ता ने कहा कि यह तो मात्र बानगी है स्थिती तो इससे भी ज्यादा भयावह है । और इसीलिए मुख्यमंत्री जी के जनता दरबारों मे आने वाले फरीयादियों की संख्या धीरे-धीरे काफी कम हो गई थी । फलतः जनता दरवार को बंद कर दिया गया था ।उन्होंने कहा कि यदि वास्तव में मुख्यमंत्री जी आमलोगों की समस्याओं से रू-ब-रू होना चाहते हैं तो उन्हें रेड-कार्पेट और दरबारी संस्कृति छोड़कर लालू प्रसाद जी की तरह सीधे जनता के बीच जाकर उनके साथ सीधा संवाद स्थापित करना होगा।

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