अपना इतिहास याद रखने की आदत डाले राजद- राजीव रंजन

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संवाददाता.पटना. राजद पर तीखा प्रहार करते हुए भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष राजीव रंजन ने कहा कि जिस पार्टी के राज्य में अखबार के पन्ने हत्या, लूट, बलात्कार और नरसंहार की खबरों से रंगे रहते थे उसके द्वारा नक्सली समस्या समाप्त कर देने का दावा वैसा ही है जैसे पाकिस्तान के मुंह से शांति की बातें. राजद द्वारा ऐसा दावा किये जाने से यह एक बार फिर साबित हो गया है कि राहुल की संगत का जादू सिर्फ तेजस्वी पर ही नहीं बल्कि उनके अन्य नेताओं पर भी सर चढ़ कर बोल रहा है. राजद के नेताओं से पढाई-लिखाई की बात करना बेमानी है इसके बावजूद उनसे आग्रह है कि कम से कम अपने राज का इतिहास तो पढ़ लें.
श्री रंजन ने कहा कि जिस पार्टी ने अपने शासनकाल में बिहार की प्रतिभाओं को बाहर जाने पर मजबूर कर दिया, जिनके कुशासन की मार सहकर राज्य के उद्योग-धंधों पर ताला लग गया था, जिनके राज में लोग अंधेरा होते ही घरों में बंद हो जाते थे, उन्हें इस तरह की गलतबयानी करने से पहले 10 बार सोचना चाहिए. वह चाहे जितना भी झूठ बोल लें बिहार की जनता कभी भूल नहीं सकती कि कैसे इनके राज में आम तो आम, ख़ास लोगों का जीना भी मुहाल हो गया था. शाम होते ही लोग अपने घरों में बंद हो जाने को मजबूर होते थे. रंगदारी के कारण कोई अपना रोजगार लगाने की सोच भी नहीं सकता था वहीँ अपहरण एक उद्योग ही बन गया था. जातीय नरसंहार और नक्सली उग्रवाद के चलते खेती-किसानी चौपट हुई, जिससे ग्रामीण और शहरी, दोनों अर्थव्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी थी. यहां तक कि इनके कारण ही अन्य राज्यों में बिहारी शब्द का प्रयोग गाली के समान होने लगा था.
भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष ने कहा कि राजद यह जान ले कि झूठ बोलने के कारण ही आज उनकी यह दुर्गति हुई है और आगे भी उनका भला नहीं होने वाला. बिहार की जनता के ऊपर उन्होंने जो अत्याचार किये है, झूठ के सहारे उससे बचा नहीं जा सकता. जनता यह जान चुकी है कि राजद का मतलब ही है ‘रोजाना जंगलराज का डर’ और कोई इस डर के साए में दुबारा नहीं जाना चाहता.

 

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