कृषि आधारित उद्योगों में असीम संभावनाएं- संजय जायसवाल

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संवाददाता.पटना.अपने राजनीतिक प्रस्ताव में कृषि आधारित उद्योगों के जरिये राज्य में 3 लाख रोजगारों का सृजन करने के भाजपा के संकल्प की शुरुआत बेतिया से करते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल ने रविवार को एग्रोइंडस्ट्री से जुड़े उद्यमियों, किसानों, एफपीओ के प्रमुख सदस्यों और युवाओं की सभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार दोनों की प्राथमिकता सूची में कृषि और किसानों का विकास सबसे ऊपर है। इसीलिए आज खेती-किसानी और इनसे जुड़े उद्योगों को बढ़ाने में सरकार हरसंभव सहयोग दे रही है। खेती-किसानी की बेहतरी के लिए केंद्र-राज्य द्वारा किए जा रहे प्रयास बिहार जैसे कृषि आधारित राज्य और यहां के उद्यमियों के लिए वरदान साबित होने वाले हैं।

उन्होंने कहा कि वास्तव में बिहार में कृषि आधारित उद्योगों के क्षेत्र में असीम संभावनाएं हैं। शाही लीची, मिर्चा चूड़ा, मखाना जैसे हमारे कई उत्पाद हैं, जिनकी मांग पूरी दुनिया में है। इसके अलावा मक्का, गन्ना, आलू जैसे उत्पादों की प्रोसेसिंग कर के भी बेहतरीन उत्पाद बनाए जा सकते हैं। जरूरत इनकी ब्रांडिंग कर, संगठित तरीके से बाजार में वितरण करने भर की है। इससे बिहार में न केवल लाखों रोजगारों का सृजन होगा बल्कि इससे किसानों की आमदनी भी बढ़ेगी और आत्मनिर्भर बिहार का संकल्प भी पूर्ण होगा।

कृषि क्षेत्र में नये तकनीक और नये विचारों से काम कर रहे सभी किसानों को बधाई देते हुए डॉ जायसवाल ने कहा “ इस बार की एनडीए सरकार भी नयी सोच की सरकार है। हमने पैक्स के माध्यम से इस बार रिकार्ड 37 लाख टन की खरीदारी की है”। उनहोंने कहा कि सभी किसान भाइयों से आग्रह करता हूं कि किसान उत्पादक संघ में आप ज्यादा से ज्यादा सम्मिलित हो। जितने भी कृषि उद्यमी है अधिक से अधिक इससे जुड़े और आप जितना निवेश करेंगे उतना ही सरकार आर्थिक मदद मुहैया कराएगी। 15 लाख रुपए तक अनुदान, कृषि संयंत्र, हर चीज सब्सिडी में उपलब्ध कराएगी। माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने निर्णय लिया है एक हजार एफपीओ के लिए तीन साल तक आर्थिक मदद दी जाएगी है।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि योजनाबद्ध तरीके से हम आपदा में अवसर तलाशा और कृषि क्षेत्र के बेहतरी के लिए तीन लाख करोड़ रुपए अलग से देंगे। इसमें बिहार का मछलीपालन उद्योग की हिस्सेदारी अधिक से अधिक करने की जिम्मेदारी हमारी है। यहां प्रदर्शनी को देखिए और समझिए की किस प्रकार आप नवाचार कर सकते हैं। उदहारण देते हुए उन्होंने कहा कि चंपारण के लखन सहनी ने मखाना की खेती का बेहतरीन उदाहरण पेश किया है। अब तो बिहार में मखाना की खेती के लिए बीज भी बांटा जा रहा है। मखाना को परिष्कृत करने का केंद्र हम पश्चिम चंपारण में भी खोलने पर लगे हुए हैं। उन्होंने कहा कि हम किसानों की आमदनी दुगुनी करने के वादे की तरफ बढ़ रहें हैं। उसी को ध्यान में रखकर ये कदम उठाया जा रहा है। और बिहार में हम इथेनॉल की फैक्ट्री लगाने में भी सफल होंगे।

युवाओं से आगे आने की अपील करते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा “ बिहार के युवाओं की प्रतिभा और काबिलियत किसी परिचय की मोहताज नहीं है। कोरोना काल में बिहार के कई युवाओं ने आपदा में अवसर ढूंढते हुए अपने खुद के उद्योग-धंधे सफलतापूर्वक स्थापित किए हैं। एलईडी फैक्ट्री में काम करने वाले मजदूर से, खुद की फैक्ट्री स्थापित करने वाले हमारे बेतिया के प्रमोद कुमार इसके सबसे बड़े उदहारण हैं, जिनका जिक्र खुद प्रधानमन्त्री मोदी ने भी अपनी पिछली मन की बात में किया था। सरकार की मंशा है कि हमारे युवा रोजगार मांगने वाले की जगह रोजगार देने वाले बने। एग्रोइंडस्ट्रीज के जरिये इस लक्ष्य को आसानी से पूरा किया जा सकता है। इसलिए युवाओं से हमारी अपील है कि इस क्षेत्र में आगे बढ़ें, सरकार पूरी तरह से उनके साथ है।”

 

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