गांधी जयंती से बिहार में और सख्त होगा शराबबंदी का नया कानून:-नीतीश कुमार

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निशिकांत सिंह.पटना.बिहार में गांधी जयंती अर्थात 2 अक्टूबर से लागू होने वाले शराबबंदी-कानून से कोई बच नहीं पाएगा. यह कहना है मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का.उन्होंने कहा कि कानून इसलिए बनता है कि कोई अपराध करे तो उसको इसकी सजा मिले लेकिन फिर भी कुछ लोग आदत से लाचार होते हैं.अभी हाल ही में गोपालगंज में जहरीली शराब पीने के कारण अनेक लेागों की मृत्यु हो गयी.

नीतीश कुमार आज गोपालगंज के अंबेडकर भवन में बिहार ग्रामीण जीविकोपार्जन समिति द्वारा आयोजित जीविका स्वयं सहायता समूह की दीदीयों के साथ संवाद कार्यक्रम में शामिल हुए.इसी अवसर पर गोपालगंज जहरीली शराबकांड की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि हमने भी घटना की जानकारी लेने का प्रयास किया. पहले ऐसी जानकारी मिली कि शराब के कारण नहीं बल्कि अन्य कारणों से लेागों की मृत्यु हुयी है किन्तु मेरे मन को संतोष नहीं हो रहा था. हमने जिलाधिकारी को निर्देश दिया कि मीडिया द्वारा लोगों का जो बाइट लिया गया है, उसे प्राप्त कर उससे अन्य जानकारी प्राप्त करें.पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भले ही यह प्रतिवेदित हो कि जहरीली शराब से मौत नहीं हुयी है. हो सकता है कि उल्टी हो जाने के कारण तथा पेट खाली हो जाने के कारण शराब की पुष्टि न हो. किन्तु हमने कहा कि जो परिस्थिति और साक्ष्य हैं- तो आखिर क्या कारण है कि इतनी मौत हुयी.कुछ लेागों ने तो डर के मारे शव को जला भी दिया. परिजनों को लगा कि मृतकों के शराब पीने के कारण उन पर भी कार्रवाई न हो.

मुख्यमंत्री ने कहा कि गोपालगंज जहरीली शराब काण्ड के मामले में पुलिस अनुसंधान कर रही है. मृतकों के परिजनों को चार लाख रूपये वसूलकर उपलब्ध कराने हेतु जिलाधिकारी ने पब्लिक डिमाण्ड एक्ट के तहत कार्रवाई भी शुरू कर दी है. इस मामले में कुछ समय लग सकता है किन्तु इस बीच राज्य सरकार ने पहले ही अपने खजाने से मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रूपये की राशि अनुग्रह अनुदान के रूप में कल जिलाधिकारी गोपालगंज द्वारा दे दी गयी है. आरोपियों से राशि की वसूली जरूर की जायेगी. उन्होंने कहा कि वे मृतक के परिजनों से मिलना चाहते थे. आज मैंने उनसे मुलाकात की. एक मृतक के पिता आये थे, बाकी सभी महिलायें थीं, वे सभी कम उम्र की हैं. यह देखकर गहरी पीड़ा होती है. मैंने लोगों की परवाह किये बिना और पांच हजार करोड़ रूपये की राजस्व की प्राप्ति की परवाह किये बिना आपकी आवाज पर शराब बंद कर दिया.

मुख्यमंत्री ने जीविका की दीदीयों से कहा कि सिर्फ कानून से ही यह काम नहीं हो सकता है. अगर आपकी आवाज पर मैंने शराबबंदी लागू की है तो आपको इसके लिये मुस्तैदी से इस पर ध्यान रखना होगा. आप अपनी सावधानी को मत छोड़िये और सचेत रहिये. इसके लिये आपको निरंतर प्रयास करना होगा. उन्होंने कहा कि आप गरीबों के बीच काम करती हैं, आपको मालूम है कि दो सौ रूपये कमाने वाला डेढ़ सौ रूपये शराब में फूंक देता था. अब उसकी स्थिति सुधर रही है तो इस कार्य में दृढ़तापूर्वक लगे रहिये. उन्होंने कहा कि इन्हीं अनुभवों पर नये कानून में यह प्रावधान है कि आप उतर प्रदेश में शराब पीयें या झारखण्ड में शराब पीयें या आप नेपाल में पीयें, अगर बिहार में शराब पीकर मिलियेगा तो कानून के द्वारा आपको सजा मिलेगी. उन्होंने यह भी कहा कि सिर्फ कानून की सख्ती से इतना बड़ा परिवर्तन नहीं हो सकता है. आज शराबबंदी से गावों में झगड़ा, झंझट, कोलाहल सब बंद है. उन्होंने स्वामी विवेकानंद की युक्ति को दुहराते हुये कहा कि कोई भी जब बड़ा काम होता है तो पहले उसका मजाक उड़ाया जाता है. फिर विरोध होता है और बाद में सब कोई उसके साथ हो जाता है. हम उसी दिन का इंतजार कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि कानून के साथ-साथ जन चेतना भी आवश्यक है. मुख्यमंत्री ने जीविका की दीदीयों को कहा कि आपकी समाज को बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका है. शहरों में भी समूहों के गठन की शुरूआत हो चुकी है. उन्होंने कहा कि गोपालगंज जिला सीमावर्ती जिला होने के कारण यहां और अधिक चौकसी की जरूरत है.

नीतीश कुमार ने आज गोपालगंज के अंबेडकर भवन में बिहार ग्रामीण जीविकोपार्जन समिति द्वारा आयोजित जीविका स्वयं सहायता समूह की दीदीयों के साथ संवाद कार्यक्रम में शामिल होते हुये कहा कि मुझे आज यहां आकर बहुत खुशी हो रही है. उन्होंने कहा कि पिछले दिनों गोपालगंज में ऐसी स्थिति बन रही थी कि ऐसा लगता था कि गोपालगंज शहर में बाढ़ का पानी प्रवेश कर जायेगा. दो-तीन जगहों पर तटबंध की स्थिति ऐसी थी, जिस पर विशेष ध्यान दिया गया और पूरी मुस्तैदी के साथ गोपालगंज शहर में बाढ़ का पानी घुसने से रोका गया. उन्होंने कहा कि वे पिछले दिनों हवाई सर्वेक्षण के लिये गोपालगंज जा रहे थे किन्तु बीच में मौसम खराब हो जाने के कारण उन्हें वापस लौटना पड़ा. मुख्यमंत्री ने कहा कि 15 अक्टूबर तक बाढ़ का खतरा बरकरार रहता है. नेपाल में वर्षा के कारण ऐसी स्थिति उत्पन्न हो जाती है. अतः ऐसी स्थिति से निपटने के लिये हमेशा तैयार रहना होगा. उन्होंने कहा कि कल शाम में उन्होंने गोपालगंज के बाढ़ एवं सुखाड़ की स्थिति की विस्तृत समीक्षा की है. गोपालगंज के कुछ प्रखण्डों में कम वर्षापात है और वहां सूखे की स्थिति उत्पन्न हो सकती है. उन्होंने नहरों के माध्यम से पानी पहुंचाने, निजी नलकूप, डीजल सबसिडी, बिजली की निर्बाध आपूर्ति के संबंध में विस्तृत दिशा -निर्देश दिया है ताकि आच्छादित फसलों को बचाया जा सके.

इसके पूर्व जीविका की दीदीयों ने शराबबंदी पर अपने अनुभवों को साझा किया तथा अपनी आप बीती भी सुनायी. इस अवसर पर जीविका की दीदीयों ने शराबबंदी पर एक गीत भी प्रस्तुत किया. इस कार्यक्रम में मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह एवं अपर पुलिस महानिदेशक सुनील कुमार ने भी संबोधित किया. इस अवसर पर जल संसाधन मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, कला, संस्कृति मंत्री शिवचन्द्र राम, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, सचिव ग्रामीण विकास अरविन्द चौधरी, आयुक्त सारण प्रमण्डल नर्मदेश्वर लाल, आई0जी0 तिरहुत प्रक्षेत्र सुनील कुमार, पुलिस उप महानिरीक्षक सारण अजीत कुमार राय, मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी जीविका बाला मुरूगन डी0, जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक गोपालगंज सहित अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित थे.

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