कोसी त्रासदी के बाद पुनर्निर्माण की दिशा में सीएम ने दिया कई तोहफा

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संवाददाता.पटना.मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरूवार को सुपौल जिले के वीरपुर में कौषिकी भवन के उद्घाटन के साथ-साथ 544 करोड़ रूपये की 44 योजनाओ का लोकार्पण एवं 81 विभिन्न योजनाओं का शिलान्यास किया।लोकार्पण एवं शिलान्यास के बाद आयोजित विशाल जनसभा को संबोधित करते हुये कहा कि  2008 में कोसी त्रासदी के पश्चात यह तय हुआ था कि कोसी का पुनर्निर्माण होगा, उसी कड़ी में इसका निर्माण हुआ है। उन्होंने कहा कि इस भवन का नाम कौषिकी भवन इसलिए रखा गया है कि प्राचीन काल में कोसी को कौषिकी कहा जाता था। उन्होंने कहा यहां सभी प्रकार के कार्यालय चलेंगे।

इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके अलावा कई प्रकार के अध्ययन वीरपुर से होने वाले हैं। अब बहुत सारी नदियों के अध्ययन के बारे में बाहर जाने की जरूरत नहीं होगी। वीरपुर से ही इस तरह के अध्ययन कराये जायेंगे। उन्होंने कहा कि जब कोई योजना मंजूर होती है और पूरी हो जाती है तो काफी खुशी होती है। उन्होंने कहा कि आज सुपौल में विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया गया है। उद्घाटन किये जाने वाले मुख्य योजनाओं का नाम गिनाते हुये उन्होंने कहा कि 44 करोड़ की लागत से कौषिकी भवन का निर्माण, 49 करोड़ की लागत से राजकीय पॉलिटेक्निक भवन और 68 करोड़ रूपये की लागत से निर्मली एवं त्रिवेणीगंज प्रखण्ड में विद्युत उपकेन्द्र का निर्माण, 158 करोड़ की लागत से पथ निर्माण विभाग के 79 किलोमीटर सड़क का निर्माण प्रमुख है। उन्होंने कहा कि चार पंचायत सरकार के भवनों के निर्माण का आज उद्घाटन किया गया है। उन्होंने कहा कि जैसे केन्द्र एवं राज्य की सरकार होती है, वैसे ही पंचायत एवं नगर की सरकार की परिकल्पना है इसलिए हर ग्राम पंचायत में पंचायत सरकार भवन बन रहा है। उन्होंने कहा सात निश्चय के अन्तर्गत हर घर नल का जल, हर घर शौचालय, हर घर तक पक्की गली-नाली योजनाओं में विकेन्द्रीकृत तरीकों से काम करना चाहते हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सात निश्चय योजनाओं के अमल के बाद सभी जिलों की उन्होंने यात्रा की और स्थल पर जाकर काम देखा। संबंधित जिलों के विधायकों, विधान पार्षदों, संबंधित विभागों के वरीय अधिकारियों तथा जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ विस्तृत समीक्षा की। इसके चंद महीने के अंदर बहुत से कार्यों का क्रियान्वयन आरंभ हो गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां लोग लड़ाने में लगे हुये है और हम सामाजिक बुराइयों को दूर करने में लगे हुये हैं। उन्होंने कहा कि शराबबंदी से समाज में व्यापक बदलाव आया है।मुख्यमंत्री ने कहा कि इसी को कहते है सामाजिक परिवर्तन। उन्होंने कहा कि अब हम शराबबंदी से नशामुक्ति की ओर जा रहे हैं। हमें नशामुक्त समाज बनाना है।मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज में एक और कुरीती है, बाल विवाह एवं दहेज प्रथा की। उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि बाल विवाह से बचिये, लोगों को सचेत किजीये, कम उम्र में गर्भधारण से कई प्रकार की समस्या होती है। उन्होंने कहा कि बिहार में मनुष्य में नाटेपन की समस्या बढ़ रही है और इसका एक कारण बाल विवाह भी है। उन्होंने कहा कि दहेज प्रथा भी एक गंभीर समस्या है। नीचले तबके के लोगों में भी यह बीमारी फैल गई है। महात्मा गांधी के जन्मदिन 02 अक्टूबर से बाल विवाह एवं दहेज प्रथा के विरूद्ध सशक्त अभियान चलेगा।

इसके पूर्व पाग एवं चादर भेंट कर मुख्यमंत्री का स्वागत किया गया। इस अवसर पर कार्यकताओं द्वारा मुख्यमंत्री का फूलों का बड़ा माला पहनाकर भी स्वागत किया गया। मुख्यमंत्री को प्रतीक चिन्ह् भी भेंट किया गया। समारोह को जल संसाधन तथा योजना एवं विकास मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, ऊर्जा एंव वाणिज्यकर मंत्री विजेन्द्र प्रसाद यादव, बिहार विधान परिषद के उप सभापति हारूण रसीद, अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री सह प्रभारी मंत्री सुपौल जिला अब्दूल गफ्फूर, उद्योग तथा विज्ञान प्रावैद्यिकी मंत्री जयकुमार सिंह ने संबोधित किया। इस अवसर पर विधायक अनिरूद्ध यादव, विधायक यदुवंश यादव, विधायक  बीमा भारती, विधायक अरूण कुमार यादव, विधान पार्षद संजीव कुमार सिंह, जदयू जिलाध्यक्ष रामविलास कामत, कांगेस के जिलाध्यक्ष बीमल यादव, कई पूर्व विधायकगण एवं अन्य जनप्रतिनिधिगण, मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह, प्रधान सचिव जल संसाधन अरूण कुमार सिंह, पूर्णिया एवं कोसी प्रमण्डल की आयुक्त  टी0एन0 विंदेष्वरी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, पुलिस महानिरीक्षक  उमाशंकर सुधांशु, सुपौल के जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक समेत अन्य गणमान्य व्यक्ति तथा बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित थे।

 

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