नाव दुर्घटना की जानकारी दो घंटे बाद दी गई-नीतीश कुमार

803
0
SHARE

16105745_1394862900548113_6304828650680287905_n

निशिकांत सिंह. पटना. मुख्यमंत्री सचिवालय स्थित संवाद सभाकक्ष में आज लोक संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया.लोक संवाद कार्यक्रम के पश्चात मुख्यमंत्री ने मीडिया प्रतिनिधियों द्वारा पूछे गये प्रश्नों का उतर देते हुये कहा कि जो नाव दुर्घटना हुयी है वह काफी दुखद है और इस घटना से मुझे गहरा सदमा लगा है. मुख्यमंत्री ने कहा कि घटना के 2 घंटे बाद मुझे जानकारी दी गई.साढ़े पांच बजे की घटना की जानकारी साढ़े सात बजे दी गई.

पर्यटन विभाग ने विज्ञापन निकालकर पतंग उत्सव आयोजित किया था.वहां बड़ी संख्या में लोग गये थे।उनके पहुंचने और वापस लाने का क्या प्रबंधन किया गया था। कल मैंने सभी अधिकारियों को बुलाकर पूछा है.यह घटना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने कहा कि काल चक्र पूजा के समापन पर परम पावन दलाईलामा राज्य सरकार और जिला प्रशासन की व्यवस्थाओं की प्रशंसा कर रहे थे. इसमें 92 देशों के 1.75 लाख लोग आये थे.किन्तु एक चूक ने इन सभी बातों को पृष्ठ भूमि में ढकेल दिया.मेरी भी मनोस्थिति की परिकल्पना को आप सभी को समझना चाहिये.

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी संवेदना प्रभावित परिवारों के साथ है. हमलोग उनके जीवन को वापस तो नहीं ला सकते, किन्तु उनके परिजनों को जो राहत मिल सकता है उसके तहत अनुग्रह अनुदान उपलब्ध कराया गया है। उन्होंने कहा कि नौका दुर्घटना के हर पहलू की जांच हो रही है। इसके लिये आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत और वरीय भारतीय पुलिस सेवा केअधिकारी शालीन को जांच का दायित्व दिया गया है.उन्होंने कहा कि घटना की जानकारी मिलते ही लगातार वे राहत एवं बचाव कार्य का अनुश्रवण करते रहे।आपदा प्रबंधन के प्रधान सचिव, होम गार्ड के डीजी, डीएम पटना को तुरंत पहुंचने का निर्देश दिया गया। भौगौलिक क्षेत्र में जो दियारा है वह सारण जिले का पार्ट है. सारण के डीएम और एसपी भी स्थल पर पहुंचे। एनडीआरएफ की भी टीम भेजी गयी.सबलोग पहुंचे. कुल मिलाकर 24 डेड बॉडीज निकाले गये. नाव भी बाहर निकला। अब हर पहलू की जांच करायी जा रही है।

उन्होने कहा कि एक-एक पहलू का ध्यान रखना चाहिये। यह पूर्व का गाईड लाइन है कि नाव को कब चलाना है। उन्होंने कहा कि लोगों के आने-जाने की व्यवस्था हेतु स्टीमर, बोट का क्या प्रबंध था, प्रशासनिक एवं पुलिस स्तर पर क्या उत्तरदायित्व दिया गया था। सूर्यास्त से सूर्योदय तक किसी नाव कापरिचालन नहीं होने का जब एसओपी निर्गत है तो ऐसी नौबत क्यों आयी। कितने बजे तक का अयोजन था. पर्यटन विभाग के कार्यक्रम के अलावे डिजनीलैंड की बात आयी है. तो किसने अनुमति दी थी,.सुरक्षा का क्या इंतजाम था.एक-एक चीज की जांच होगी.दियारा में इस प्रकार का कोई कार्यक्रम नहीं करने का निर्देश दिया गया है. नाव रजिस्टर्ड था या नहीं जांच में सब देखना है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जो भी घटना घटी है उससे हर आदमी दुखी है। ऐसी घटना नहीं हो इस संबध में ठोस मापदण्ड होगा। पूर्व से भी स्टैण्डर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजियर (एसओपी) बना हुआ है। उन्होंने कहा कि जांच पूरी ऑब्जेक्टिविटी के साथ होगी।मुख्यमंत्री ने कहा कि घायलों के अस्पताल में भर्ती होते ही प्रधान सचिव स्वास्थ्य ने स्वयं पहुंचकर इलाज की समुचित व्यवस्था करायी। उन्होंने कहा कि जांच कमिटी हर पहलू पर जांच करेगी और जांच रिपोर्ट पर यथोचित कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि अब ऐसी जगहों पर बिना मुख्य सचिव की अनुमति लिये कोई भी विभाग इस प्रकार का आयोजन नहीं करेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यटन विभाग के विज्ञापन में मेरी तस्वीर लगी है। मैंने अपने कार्यालय से पूछा है कि तस्वीर लगाने के संबंध में क्या कोई अनुमति प्राप्त की गयी है?

आज आयोजित लोक संवाद कार्यक्रम में स्वास्थ्य, शिक्षा, समाज कल्याण, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण, पिछड़ा वर्ग एवं अतिपिछड़ा वर्ग कल्याण, अल्पसंख्यक कल्याण, श्रम संसाधन, ग्रामीण विकास (जीविका), कृषि, पशु एवं मत्स्य संसाधन, कला संस्कृति, खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण, योजना एवंविकास तथा पर्यावरण एवं वन विभाग से संबंधित मामलों पर 12 लोगों द्वारा मुख्यमंत्री को अपना सुझाव दिया गया.

लोक संवाद कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव, योजना एंव विकास मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी, पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री अवधेश कुमार सिंह, कृषि मंत्री रामविचार राय, समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा, अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री अब्दुल गफ्फूर, अनुसूचितजाति/जनजाति कल्याण मंत्री संतोष कुमार निराला, श्रम संसाधन मंत्री विजय प्रकाश, विकास आयुक्त शिशिर सिन्हा, प्रधान सचिव मंत्रिमण्डल समन्वय ब्रजेष मेहरोत्रा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव अतीष चन्द्रा, मुख्यमंत्री के सचिव मनीष कुमार वर्मा सहित संबंधित विभागों के प्रधान सचिव/सचिव उपस्थित थे.

 

LEAVE A REPLY