जानिए…शंखनाद है सस्ता वेंटिलेटर और कई बीमारियों के लिए वरदान

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अनमोल कुमार.

पटना.सनातन धर्म में बहुत सी प्रक्रिया ऐसी है जिसे वैज्ञानिक तरीके से बेहतर बताया गया है।जैसे कीर्तन में ताली बजाना सनातनी परंपरा रही है और अब एक्युप्रेसर इलाज पद्धति में ताली बजाना को कई रोगों का उपचार बताया गया है। कोरोना काल में एमबीबीएस डॉक्टर भी योगा व प्राणायाम को अपनाने की सलाह दे रहे हैं। इसी प्रकार धार्मिक अनुष्ठानों में शंख बजाना पुरानी परंपरा रही है। मोकामा (मध्य बिहार) और बेगूसराय (उत्तर बिहार) के संगम गंगोत्री के तट पर प्रख्यात सिमरिया धाम के करपात्री अग्निहोत्री परमहंस परम पूज्य स्वामी चिदा तमंन जी महाराज ने दावा किया है कि शंखनाद सबसे सस्ता वेंटिलेटर है। उन्होंने कहा कि शंख बजाने से ऑक्सीजन की कमी नहीं आएगी और फेफड़ा सुरक्षित रहेगा l  उन्होंने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि भारतीय सभ्यता में पहले मंदिर और घरों में रोजाना शंख बजाने का प्रचलन था जो धीरे-धीरे समाप्त होता चला गया l

स्वामी के अनुसार शंख बजाने से गुदा की मांसपेशियां मजबूत होती है मूत्र मार्ग और पेट का निचला हिस्सा के साथ छाती गर्दन और डायाफ्राम की मांसपेशियां मजबूत होती हैl शंख बजाने से सांस लेने की क्षमता में सुधार होता है। थायराइड ग्रंथियां और स्वर यंत्र का व्यायाम होता है lउन्होंने बताया कि शंख में कैल्शियम की मात्रा होती है रात में शंख में पानी डालकर सुबह पीने से और त्वचा मालिश करने से काफी फायदा पहुंचता है l  शंख बजाने से चेहरे पर झुर्रियां कम पड़ती है मांसपेशी खींचा रहता है तनाव दूर रहता है दिमाग का विकार खत्म होता है नकारात्मक विचारों का अंत होता है l  दिल का बचा होता हृदय रोग और हृदयाघात जैसी समस्याएं नियंत्रित रहती है शरीर में ऑक्सीजन स्तर को बढ़ाता है l

स्वामी के अनुसार शंखनाद की तीन प्रक्रियाएं हैं–(1) कुंभक (2) टेचक और (3) प्राणायाम l

उन्होंने बताया कि नासा के वैज्ञानिकों के अनुसार शंखनाद से खगोलीय उर्जा का उत्सर्जन होता है और जीवाणुओं का नाश होता है ऊर्जा शक्ति के संचार से फेफड़ा रोग का अंत होता है। श्रवण शक्ति सांसो की शक्ति प्राणवायु स्मरण शक्ति का विकास होता हैl  वैज्ञानिकों का मानना है कि इसकी ध्वनि जहां तक जाती है वहां तक उसके स्पंदन से जीवाणु और विषाणु मूर्छित हो जाते हैं lवर्लीन विश्वविद्यालय के अनुसार शंख की ध्वनि और तरंग  ज्वर,पाचनतंत्र, गूंगापन,हड्डी को मजबूती के साथ कई विकार को समाप्त करता है l

 

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