झुलसते बिहार में आपात जैसी स्थिति

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संवाददाता.पटना.भीषण गर्मी में झुलसते बिहार में आपात जैसी स्थिति हो गई है.मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार से बच्चों के मरने का सिलसिला जारी है और राज्य भर में लू से मरने वालों की संख्या 200 पार कर गई है.हीट बेव की भयानकता को देखते हुए पूरे बिहार में स्कूल-कॉलेज व अन्य शिक्षण संस्थाओं को रविवार तक बंद करने के साथ-साथ निजी व सरकारी निर्माण पर 10 बजे से शाम 5 तक रोक लगा दी गई है तो दक्षिण बिहार में मार्केट को भी 12 से 5 बजे तक बंद रखने का आदेश दिया गया है.

संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में राज्य के मुख्य सचिव व स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव ने यह जानकारी देते हुए बताया कि लू से 100 लोगों के मरने की सूचना है जिसमें 77 की मृत्यु इलाज के दौरान हुई.उन्होनें बताया कि चमकी बुखार से 440 बच्चे इलाज के लिए आए जिसमें 129 को डिस्चार्च किया जा चुका है और 111 का इलाज चल रहा है.इस बीमारी से 103 बच्चों की मृत्यु हुई है.

इससे पूर्व 1 अणे मार्ग स्थित संकल्प में मुख्यमंत्री  नीतीश कुमार ने मुजफ्फरपुर में ए0ई0एस0 हो रही बच्चों की मृत्यु और राज्य में हिट वेव से अब तक हुयी मृत्यु के संबंध में उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की।स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने ए0ई0एस0, जे0ई0 और हिट वेव से संबंधित अद्यतन स्थिति से मुख्यमंत्री को अवगत कराया। प्रधान सचिव ने विभाग के स्तर पर की गयी तैयारियों की जानकारी दी। डाक्टरों, नर्सेज, दवाइयों की व्यवस्था के संबंध में भी विस्तार से जानकारी दी गयी। प्रधान सचिव ने बताया कि ए0ई0एस0 से शिकार बच्चे हाई गलैसिमिया से पीड़ित प्रतीत होते हैं, जिनका शुगर लेवेल 50 के नीचे चला जाता है। इस बीमारी से संबंधित राज्य में 380 बच्चों को भर्ती कराया गया, जिसमें से 102 की मृत्यु हो गयी और बाकी बच्चों को समुचित चिकित्सीय सुविधा देकर बचाया जा सका। इस वर्ष प्री मानसून वर्षा नहीं होने एवं ज्यादा आर्द्रता से भी इस परेषानी में बढ़ोतरी हुयी है।

बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने निर्देश देते हुये कहा कि जिन परिवारों में बच्चों की मृत्यु हुयी है, उसका विस्तृत अध्ययन कराइये। उस परिवार एवं गांव की स्थिति का अध्ययन कराइये। जिन बच्चों की मृत्यु हुयी है, उन परिवारों की आर्थिक स्थिति क्या है। उनकी आय का स्रोत क्या है ? उन सभी क्षेत्रों में बच्चों के कुपोषण और गंदगी की क्या स्थिति है, इसका मूल्यांकन करायें। खुले में शौच से मुक्ति और शुद्ध पेयजल की इन जगहों में क्या स्थिति है, इन सब चीजों का आंकलन करवा लिया जाय।

हिट वेव की समीक्षा के क्रम में आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने औरंगाबाद, गया एवं नवादा में लू से होने वाली मौतों के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा इस संबंध में की जा रही तैयारियों और पीड़ितों के लिये किये जा रहे प्रयासों के बारे में जानकारी दी गयी। लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग ने वाटर टैंकरों के माध्यम से पीने के पानी की उपलब्धता के बारे में जानकारी दी। मौसम विभाग के प्रतिनिधि ने बताया कि अगले तीन दिनों के बाद स्थिति में परिवर्तन होने की संभावना है।बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने निर्देश देते हुये कहा कि हर जगह बिजली की उपलब्धता सुनिश्चित करें। वाटर टैंकरों की व्यवस्था को बढ़ायें। बैठक में स्वास्थ्य मंत्री  मंगल पाण्डेय, आपदा प्रबंधन मंत्री लक्ष्मेश्वर राय, मुख्य सचिव दीपक कुमार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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