दो पुलों के उदघाटन पर सीएम ने कहा,कोशिश है कि न्याय के साथ विकास हो

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विशेष संवाददाता.पटना. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को मुख्यमंत्री सचिवालय स्थित संवाद भवन से आरा-छपरा के बीच गंगा नदी पर नवनिर्मित उच्चस्तरीय एक्स्ट्राडोज्ड पुल वीर कुंवर सिंह सेतु तथा  गंगा नदी पर दीघा-सोनपुर पुल (जेपी सेतु) के पहुंच पथ का रिमोट के माध्यम से लोकार्पण किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री सेतु निर्माण योजना एवं अन्य मदों से निर्मित 138 परियोजनाओं का उद्घाटन भी किया।

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर आयोजित समारोह का द्वीप प्रज्ज्वलित कर उद्घाटन करते हुये कहा कि आज बिहार राज्य पुल निर्माण निगम का 42वां स्थापना दिवस भी है। आज ही लालू प्रसाद यादव जी का जन्मदिन भी है और इस अवसर पर उन्होंने उन्हें जन्मदिन की बधाई दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज आरा-छपरा वीर कुंवर सिंह सेतु तथा दीघा-सोनपुर जेपी सेतु के पहुंच पथ का लोकार्पण हुआ है। केन्द्र ने पुल का निर्माण कर राज्य सरकार को सौंप दिया। पहुंच पथ का निर्माण राज्य सरकार को करना था। इसमें भूमि अधिग्रहण संबंधित कई मसले थे। इन सभी अड़चनों को दूर करते हुये बहुत ही अल्प समय में इस पहुंच पथ का निर्माण कार्य पूर्ण किया गया और आज इसका लोकार्पण किया गया है। उन्होंने कहा कि अति पिछड़े वर्ग के छात्रों के लिये कर्पुरी छात्रावास के निर्माण का कार्य बिहार राज्य पुल निर्माण निगम को सौंपा गया था। निर्माण के क्रम में योजना की राशि में वृद्धि हो गयी तो उनके द्वारा बिहार राज्य पुल निर्माण निगम को निर्देश दिया गया कि कारपोरेट सोशल एक्टिविटी के अन्तर्गत कर्पुरी छात्रावास निर्माण की योजनाओं को पूरा किया जाय।आज कई छात्रावासों का भी उद्घाटन हो रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि दीघा-सोनपुर रेल पुल की लम्बी कहानी है। तत्कालीन प्रधान मंत्री श्री देवेगौड़ा ने तत्कालीन रेल मंत्री श्री रामबिलास पासवान के समय में इस पुल का शिलान्यास किया। उन्होंने कहा कि 1998 में जब वे रेल मंत्री बनें तो उन्होंने सोचा कि शिलान्यास किये गये पुल का निर्माण तेजी से कराया जाना चाहिये। जब मैंने इससे संबंधित परियोजना का अध्ययन करना शुरू किया तो पता चला कि यह योजना तो अभी मंजूर ही नहीं हुआ है। तब मैंने इस ओर ध्यान दिया और इसका डीपीआर. तैयार कराया। डीपीआर तैयार होने के बाद केन्द्रीय कैबिनेट से इसकी मंजूरी दिलायी। दूसरी बार जब वे रेल मंत्री बने तो तत्कालीन प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी से इस पुल का कार्यारंभ करवाया। उन्होंने कहा कि 2004 में जब लालू प्रसाद यादव जी रेल मंत्री बने तो यह परियोजना केवल रेल पुल से संबंधित था। इस पर हमलोगों ने चर्चा की और इसका निरीक्षण और अध्ययन कराया गया। पुल के फाउंडेषन का विस्तृत अध्ययन किया गया कि इस स्वीकृत रेल पुल पर सड़क पुल बनाया जा सकता है अथवा नहीं। तकनीकी नतीजों के आधार पर रेल-सह-सड़क पुल पर काम शुरू हुआ और राज्य सरकार ने सम विकास योजना के अन्तर्गत इसकी मंजूरी प्रदान कर काम शुरू कराया। उन्होने कहा कि रेल-सह-सड़क पुल के निर्माण में लालू प्रसाद जी का अहम योगदान है। उन्होंने कहा कि आरा-छपरा सेतु निर्माण का 2010 में निर्णय हुआ था। निर्माण के क्रम मे कई समस्यायें आयीं।मुख्यमंत्री ने कहा कि गंगा नदी पर और पुल का निर्माण हो रहा है। उन्होंने कहा कि दीदारगंज-बिदुपुर 6लेन पुल बनने जा रहा है। इसके लिये एशियन डेवलपमेंट बैंक से ऋण लिया गया है। उन्होंने कहा कि पीपीपी मोड में बख्तियारपुर से ताजपुर तक पुल का निर्माण हो रहा है।

उन्होंने कहा कि पहले राज्य के सुदूरवर्ती इलाके से राजधानी पटना पहुंचने का लक्ष्य 6 घंटा था अब उसे बदलकर पांच घंटा कर दिया गया है। इसके लिये सड़कों का चैड़ीकरण और पुल-पुलियों का निर्माण होगा। लोगों को सहूलियत मिलेगी और व्यापार भी बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि हमारी हर प्रकार से कोशिश है कि बिहार का सर्वागीण विकास हो, न्याय के साथ विकास हो। हर इलाके, हर तबके का विकास हो।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने सड़कों एवं पुल-पुलियों के रख-रखाव के लिये नई मेंटेनेंस पॉलिसी बनायी है। ग्रामीण सड़कों का निर्माण भी गुणवत्तापूर्ण तरीके से कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बिहार में जिसके लिये काम हो रहा है उसे काम के बारे में पता है। उनके मन में किसी भी प्रकार की शिकायत नहीं है। कुछ लोगों को तकरार में यकीन है तो वे करते रहें। किन्तु हमलोग डायवर्ट नहीं होंगे। हम बिहार की तरक्की के लिये लगे रहेंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आरा-छपरा पुल का नाम वीर कुंवर सिंह के प्रति अपना आदर और सम्मान प्रकट करने हेतु रखा गया है और दीघा-सोनपुर पुल का नाम जेपी सेतु कार्यारंभ के दिन ही रख दिया गया था। उन्होंने कहा कि वीर कुंवर सिंह के विजयोत्सव का 160वां साल होने वाला है। अगले साल इसे भी हमलोग वीर कुंवर सिंह के प्रति अपनी श्रद्धा और सम्मान प्रकट करते हुये अच्छे ढंग से मनायेंगे।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री को बिहार राज्य पुल निमार्ण निगम के अध्यक्ष  विनय कुमार ने पुल निर्माण निगम के लाभांश का एक करोड़ पांच लाख रूपये का चेक सौंपा एवं मुख्यमंत्री को स्मृति चिन्ह् देकर सम्मानित किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कॉफी टेबुल बुक का ई0-विमोचन भी किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने इन परियोजनाओं में बेहतर कार्य करने वाले अधिकारियों एवं अभियंताओं को स्मृति चिन्ह् एवं प्रशस्ती पत्र देकर सम्मानित भी किया।

समारोह को राजद सुप्रीमो एवं पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव, उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव, शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी ने भी संबोधित किया। स्वागत भाषण बिहार राज्य पुल निर्माण निगम के अध्यक्ष विनय कुमार ने दिया तथा लोकार्पित योजनाओं के संबंध में प्रधान सचिव पथ निर्माण अमृतलाल मीना ने प्रकाश डाला। इस अवसर पर वित्त मंत्री अब्दुल बारी सिद्दीकी, परिवहन मंत्री चन्द्रिका राय, खान एवं भूतत्व मंत्री  मुनेश्वर चौधरी, कृषि मंत्री रामविचार राय, श्रम संसाधन मंत्री विजय प्रकाश, उद्योग मंत्री जय कुमार सिंह, पर्यटन मंत्री अनिता देवी, विधायक श्याम रजक, मुन्द्रीका यादव, शक्ति यादव, विधान पार्षद दिलिप चौधरी सहित अन्य जन प्रतिनिधिगण, मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव मनीष कुमार वर्मा तथा पथ निर्माण विभाग एवं बिहार राज्य पुल निर्माण निगम के वरीय अधिकारी एवं अभियंतागण उपस्थित थे।

 

 

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