खनन माफिया के निशाने पर आया पत्रकार,गोली मारकर हत्या

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संवाददाता.सासाराम/पटना.रोहतास जिले में एक पत्रकार धर्मेंद्र सिंह की अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी. घटना उस वक्त हुई जब धर्मेंद्र सिंह सुबह अपने घर के पास एक चाय दुकान पर बैठकर चाय पी रहे थे. स्थानीय लोगों के अनुसार उसी वक्त बाइक पर सवार तीन अपराधियों ने उनके सीने में गोली मार दी.सूत्रों की माने तो खनन माफिया के निशाने पर थे पत्रकार.

घटना के बाद लोगों ने उन्हें तत्काल अस्पताल पहुंचाया. चिकित्सकों ने स्थिति को गंभीर देखते हुए बेहतर इलाज के लिये धर्मेंद्र सिंह को वाराणसी रेफर कर दिया.लेकिन वाराणसी पहुंचने से पहले ही धर्मेंद्र सिंह की मौत हो गयी. घटना के बाद जहां इलाके में दहशत हैं वहीं स्थानीय पत्रकारों में काफी आक्रोश है. पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है और अपराधियों की गिरफ्तारी के लिये छापेमारी की जा रही है.
अपराधियों द्वारा गोली मारे जाने के बाद धर्मेंद्र वहीं गिर गये और उनकी छाती से खून निकलने लगा. गोली की आवाज सुनकर आसपास के लोग भी मौके पर जुट गये. तब तक खून काफी बह चुका था. गोली धर्मेंद्र की छाती से बिल्कुल सटा कर मारी गयी है. स्थानीय चिकित्सकों द्वारा प्राथमिक चिकित्सा के बाद तुरंत उन्हें  इलाज के लिये वाराणसी रेफर किया गया. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक धर्मेंद्र पत्थर खनन माफियाओं के निशाने पर थे. धर्मेंद्र की हत्या के बाद आक्रोशित लोग गुस्से में सड़क पर उतर आये हैं. लोग अपराधियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं. वहीं पूरे जिले में स्थानीय लोगों के आक्रोश को देखते हुए पुलिस ने भारी संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती की है.
एक बार फिर पत्रकार की हत्या के बाद पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर कई सवाल खड़े कर दिये हैं. धर्मेंद्र सिंह की हत्या पर शोक जताते हुए  जर्नलिस्ट यूनियन ऑफ बिहार ने कहा कि बिहार में पत्रकारों की सुरक्षा भगवान भरोसे है. पिछले कुछ दिनों से लगातार पत्रकारों पर हमले और उनकी हत्या हो रही है. यूनियन के अध्यक्ष शशिभूषण प्र.सिंह व महासचिव सुधीर मधुकर ने कहा कि सरकार को इस पर तुरंत  एक्शन लेकर पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए.

पत्रकार धमेन्द्र सिंह की हत्या की कठोर शब्दों में निन्दा करते हुए भाजपा नेता सुशील मोदी ने कहा कि बिहार में निर्भीक व स्वतंत्र पत्रकारिता मुश्किल हो गई है. जिस तरह दुर्दांत शहाबुद्दीन के खिलाफ लिखने का खामियाजा सीवान के पत्रकार राजदेव रंजन को भुगतना पड़ा था, उसी तरह परिजनों ने अवैध खनन और खनन माफिया के खिलाफ लिखने के कारण धर्मेन्द्र की हत्या की आशंका जतायी है. सरकार अविलम्ब हत्यारों की गिरफ्तारी सुनिश्चित कर स्पीडी ट्रायल चलायें तथा मृतक पत्रकार के आश्रितों को 25 लाख रुपये मुआवजा दें.

पत्रकार की हत्या के बाद लोजपा नेता और केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान ने कहा है कि बिहार में जंगलराज से भी बदतर स्थिति है. पासवान ने कहा कि बिहार में एक तरफ लोग मारे जा रहे हैं वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार निश्चय यात्रा कर रहे हैं.
इधर भारी विरोध के बाद  नीतीश-सरकार ने सासाराम के पत्रकार धर्मेन्द्र हत्याकांड मामले में तुरंत कार्रवाई करने का संकेत दिया है. सरकार ने एसआईटी का गठन कर दिया हैं. वहीं इस मामले को लेकर बिहार के डीआईजी कल रोहतास जायेंगे.खबर है कि इस मामले में पुलिस को कुछ अहम् सुराग भी हाथ लगे हैं.

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