वन्य प्राणी सप्ताह कार्यक्रम में सीएम ने बताया पर्यावरण का महत्व

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निशिकांत सिंह.पटना.  मनुष्य जैसे कुदरत की देन है, वैसे ही वन्य प्राणी भी कुदरत की देन हैं.नई पीढ़ी में वन्य प्राणियों के प्रति जागरूकता बहुत जरूरी है. सबको यह एहसास होना चाहिये कि पर्यावरण में अगर संतुलन नहीं रहेगा तो हमें उसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा.आज कल ग्लोबल वार्मिंग पर चर्चा होती है.पृथ्वी गर्म होते जा रही है, एक सीमा से ऊपर तापमान बढ़ने के बाद प्राणियों को जिन्दा रहना मुश्किल होगा.वन्य प्राणी सप्ताह पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार यह संदेश देते हुए कहा कि पर्यावरण के प्रति लोगों में चेतना आ रही है परंतु लोगों में यह चेतना धीरे-धीरे आ रही है. लोगों में पर्यावरण के प्रति चेतना जगाने की आवश्यकता है.

संजय गांधी जैविक उद्यान में वन्य प्राणी सप्ताह के अवसर पर आयोजित मुख्य कार्यक्रम का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उद्घाटन किया. इस अवसर पर सभा को संबोधित करते हुये मुख्यमंत्री ने जहानाबाद का उदाहरण देते हुये  कहा कि जहानाबाद में एक गांव में सौर ऊर्जा के तहत बिजली का कनेक्शन लगाया गया परन्तु दिलचस्पी की बात है कि लोगों के लिये बिजली का मतलब ग्रिड वाली बिजली होती है. हम उस गांव में गये थे, पर लोगों ने तख्ती पर लिखा था कि हमें नकली नहीं असली बिजली चाहिये. लोगों से बातचीत के दौरान मैंने उनसे कहा कि आप जिस बिजली की मांग कर रहे हैं, वह नकली बिजली है. आप असली बिजली को नकली कह रहे हैं. सब कुछ तो सूर्य पर ही निर्भर है. सौर ऊर्जा, अक्षय ऊर्जा है. उन्होंने कहा कि प्रकृति के बारे में लोगों की समझ ज्यादा नहीं है. कुछ लेाग समझते हैं कि सब कुछ पर उनका अधिकार है, पूरी पृथ्वी उन्हीं की है, वे जैसा चाहें, वैसा उपयोग कर सकते हैं, पर यह सत्य नहीं है. यह एक आत्मघाती विचार है, पृथ्वी सबके लिये है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि संजय गांधी जैविक उद्यान भारत के कुछ अच्छे जू में से एक है. यहां पर वन्य प्राणियों का अच्छी तरह से देखभाल किया जाता है, यह एक मिसाल है. देश दुनिया के लोग इसकी तारीफ करते हैं। उन्होंने कहा कि संजय गांधी जैविक उद्यान के अच्छे देखभाल एवं रखरखाव के लिये वन्य विभाग एवं जैविक उद्यान के सभी अधिकारी एवं कर्मियों को बधाई देता हूं. मुख्यमंत्री ने अपना उदाहरण देते हुये कहा कि मुझे संजय गा.धी जैविक उद्यान में सुबह-सुबह घूमना अच्छा लगता था, पहले मैं यहां घूमा करता था परन्तु अब नहीं घुमता हूं. ताकि लेागों को तकलीफ नहीं हो. उन्होंने कहा कि जू के लिये कानून बना दिया गया है कि जू के अंदर कोई भी घूमेगा तो उसके साथ कोई हथियार वाला नहीं घूमेगा. संजय गांधी जैविक उद्यान में खुले एजुकेशन सेन्टर के संदर्भ में उन्होंने कहा कि एजुकेशन सेन्टर बनाया गया है, उद्यान में आने वालों को उद्यान तथा वन्य प्राणियों के संबंध में जानकारी दी जायेगी. उन्होंने कहा कि परिभ्रमण कार्यक्रम के तहत बड़ी संख्या में स्कूली बच्चे संजय गांधी जैविक उद्यान में घूमने आते हैं, उन्हें एजुकेशन सेन्टर में वन्य प्राणियों से संबंधित जानकारी दी जायेगी। नई पीढ़ी को जानकारी मिलेगी तो उनमें चेतना आयेगी. उन्होंने कहा कि हम तभी तक अच्छे से जी सकेंगे, जब तक प्रकृति का संतुलन कायम रहेगा. उन्होंने कहा कि परिभ्रमण कार्यक्रम के तहत आने वाले बच्चों को पर्यावरण एवं वन्य प्राणियों के प्रति सेंसेटाइज कीजिये, इससे उनकी समझ और बढ़ेगी. उनका पर्यावरण एवं वन्य प्राणियों में दिलचस्पी होगी।

वृक्षारोपण के संबंध में मुख्यमंत्री ने कहा कि वृक्षारोपण के लिये हरियाली मिषन के तहत 2017 तक 24 करोड़ पेड़ लगाने का लक्ष्य निर्धारित है। इस मिशन की शुरूआत 2012 में की गयी थी। उन्होंने कहा कि उस वक्त बिहार का हरित आच्छादन प्रतिशत 9 प्रतिशत था, वृक्षारोपण को मिशन मोड में लिया गया। 2017 तक हरित आच्छादन को 15 प्रतिशत करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। अब तक 17 करोड़ से ज्यादा वृक्ष लगाये जा चुके हैं। मुझे पूरी उम्मीद है कि 2017 से पहले ही हमलोग इस लक्ष्य को प्राप्त कर लेंगे. उन्होंने कहा कि कृषि वानिकी पर सरकार का जोर है। सरकार द्वारा मुफ्त पौधे दिये गये, पौधों के संरक्षण पर भी ध्यान दिया गया है। उन्होंने कहा कि हम 15 प्रतिशत लक्ष्य तक ही स्थिर नहीं होंगे, इसे प्राप्त करने के बाद हरित आच्छादन को 17 प्रतिशत तक ले जाने की कोशिश करेंगे ताकि बिहार भी हरा-भरा रहे। उन्होंने कहा कि जितनी हरियाली होगी, बादल के पानी को अपनी ओर उतना ही खिचेंगा।

वन्य प्राणी सप्ताह समारोह से पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा संजय गांधी जैविक उद्यान में जू एजुकेशन सेन्टर का उद्घाटन किया गया तथा जू एजुकेशन सेन्टर के नीचले तले पर बनाये गये फोटो गैलरी एवं पोस्टर गैलरी का अवलोकन किया गया। निदेशक संजय गांधी जैविक उद्यान नन्दकिशोर द्वारा जू इन्टरप्रेटेशन पर प्रस्तुतीकरण दी गयी. कार्यक्रम के पूर्व आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा पाटलिपुत्र औद्योगिक क्षेत्र में बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद के नवनिर्मित मुख्यालय सह केन्द्रीय प्रयोगशाला तथा प्रशिक्षण केन्द्र ‘परिवेश भवन’ का उद्घाटन किया गया. इस अवसर पर वन एवं पर्यावरण मंत्री तेज प्रताप यादव, प्रधान सचिव वन एवं पर्यावरण विवेक कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव मनीष कुमार वर्मा,  सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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