तस्लीमुद्दीन को कारण बताओ नोटिस, जवाब में वे किसकी खोलेंगें पोल ?

837
0
SHARE

15_05_2016-taslimuddeen

निशिकांत सिंह.पटना.राजद सांसद तस्लीमुद्दीन को पार्टी ने कारण बताओ नोटिस भेजा है.वे लगातार नीतीश कुमार के खिलाफ बयान देकर महागठबंधन के औचित्य पर सवाल उठा रहे थे.इस तरह की बयानबाजी पर लालू-नीतीश के मौन पर भी सवाल उठने लगे थे.राजद ने तसल्लीमुद्दीन को कारण बताओ नोटिस जारी कर ऐसे सवाल का जवाब दे दिया है लेकिन अब सवाल यह उठता है कि तस्लीमुद्दीन का जवाब क्या होगा.

राजद सांसद तस्लीमुद्दीन को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए पार्टी के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव एस. एम. कमर आलम ने उनसे पूछा है कि आपके बयान से प्रतीत होता है कि आप बयानबाजी कर भाजपा को लाभ पहुंचा रहें है.  साथ ही आपके बयान महागठबंधन की नीति और सिद्धांत के खिलाफ  भी प्रतीत होता है. उस नोटिस में एसएम कमर आलम ने कहा कि आपके पूर्व के बयान भी पार्टी के नीति और सिद्धांत के विरूद्ध रहा है. 8 सितंबर 2015 एवं 9 सितंबर 2015 को जो बयान दिया गया वह भी अमर्यादित बयान दिया गया. वह भी बिहार में महागठबंधन के खिलाफ था. पार्टी ने राजद सांसद को सात दिनों में स्थिति स्पष्ट करने को कहा है.

बताते चलें कि कल तस्लीमुद्दीन ने यहां तक कह दिया था कि नीतीश कुमार मुखिया भी नहीं बन सकते प्रधानमंत्री तो दूर की बात है. और उन्हें मुख्यमंत्री की कुर्सी से हट जाना चाहिए. इसपर जदयू के प्रधान राष्ट्रीय महासचिव के. सी . त्यागी ने कहा कि महागठबंधन तोड़ने की न तो जदयू की औकात है और न ही राजद इस हैसियत में है. यह महागठबंधन जनता ने बनाया है. बिना मतलब कुछ फिजूल किस्म के लोग बयानबाजी कर रहें है. तस्लीमुद्दीन ही सबकुछ नहीं है. महागठबंधन में अब्दुलबारी सिद्धिकी जैसे श्रेष्ठ व्यक्ति मौजूद है. वे कहां कुछ कह रहें है. तस्लीमुद्दीन जैसे लोग सेक्यूलर पॉलिटिक्स को प्रोत्साहन नहीं देते. उधर जदयू के प्रदेश प्रवक्ता अजय आलोक ने कहा कि कौओं को टॉय टॉय करने से कुछ नहीं होता. तस्लीमुद्दीन या रघुवंश प्रसाद सिंह के बोलने से महागठबंधन टूट नहीं जाएगा.

इस बीच राजद के राष्ट्रीय प्रवक्ता इलियास हुसैन ने कहा कि महागठबंधन के कुछ नेता सरजमीनी हकीकत से रूबरू नहीं है और विरोधी पक्ष के द्वारा उड़ाई जा रहीं अफवाहों से प्रभावित होकर अपनी राय व्यक्त कर रहें है. उन्होंने कहां कि जो लोग महागठबंधन की ताकत को कम आंक रहें है. वे भ्रम में है.

दो दिनों की उठापटक के बाद राजद ने कारण बताओ नोटिस जारी कर स्थिति तो स्पष्ट कर दी लेकिन इस नोटिस में तस्लीमुद्दीन पर पीएम मोदी परस्त बता कर यह संकेत देने की कोशिश जरूर की कि वे अपने मुस्लिम नेताओं पर नहीं बल्कि मोदी परस्त नेताओं पर कार्रवाई कर रहे हैं.इधर अब यह कयास लगाया जाने लगा है कि तस्लीमुद्दीन का अगला कदम क्या होगा.कारण बताओ नोटिस के जवाब में किस किस की पोल खोलकर रख देगें.

LEAVE A REPLY