सीएम के जनता दरबार से असंतुष्ट निकली स्मिता

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निशिकांत सिंह.पटना. पढ़ाई कैसे पूरी करेंगे- ईलाज कैसे करायेंगे- कैसे होगा मेरा सपना पूरा- मुख्यमंत्री के जनता दरबार में आज एक ऐसी महिला आई जिसके परिवार के पांच सदस्य हेपेटाईटिश बीमारी से पीड़ित है. और वो पढ़ना चाहती है. आर्ट कॉलेज फर्स्ट ईयर की छात्रा स्मिता कुमारी जो कि फुलवारी शरीफ की रहने वाली है. स्मिता को हेपेटाईटिस बी पोजेटिव है और उसके पति इस लिए परित्याग कर दिया कि उसे हेपेटाईटिस जैसे बीमारी है.

मुख्यमंत्री के जनता दरबार में आज स्मिता अपनी पढ़ाई में पैसों के कारण आ रही रूकावट को लेकर आवेदन लेकर आयी. स्मिता का कहना है कि वो पति द्वारा परित्याग करने पर जरा भी नहीं घबड़ाई है वो आगे पढ़ना चाहती है और इसीलिए वो आर्ट कॉलेज में नामांकन करायी. लेकिन आगे कि पढ़ाई जारी रहे इसके लिए पैसे की जरूरत है. क्योंकि हर समेंस्टर में पांच हजार रूपए लगते है. घर कि स्थिति वैसी नहीं है कि हम इतना पैसे का व्यवस्था करा सके. क्योंकि मेरे घर के पांच सदस्य मुझे जोड़कर हेपेटाईटिस बीमारी से पीड़ित है. पापा का पूरा पैसा हमलोग के इलाज में लग जाता है. कभी कभी पैसे के अभाव में क्लास तक नहीं कर पाती है.

मुख्यमंत्री के जनता दरबार में  स्मिता को पहले कला संस्कृति मंत्री के पास भेजा गया. वहां से उसे शिक्षा विभाग में भेजा गया और शिक्षा विभाग से उसे समाज कल्याण विभाग में भेजा गया. मात्र पांच मिनट में तीन टेबुल तक के सफर के बाद स्मिता ने निराशा जाहिर करते हुए कहा कि इतनी देर में अबतक तीन टेबुल का चक्कर लगा चुकी हूं. अंत में समाज कल्याण विभाग के द्वारा कुछ डाक्यूमेंट ऑनलाईन भरने का निर्देश दिया गया है और उसके बाद विभाग द्वारा मदद करने का आश्वासन दिया गया. लेकिन स्मिता के चेहरे पर संतोष का भाव नहीं दिखाई दिया. पूछे जाने पर कहा कि देखिए प्रक्रिया पूरी करने के बाद भी कुछ हो पाता है या नहीं- यह तो बाद में ही पता चलेगा.

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