राम माधव तथा राकेश रंजन ने बिहार के पलायन पर किया संवाद

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संवाददाता.पटना. शुक्रवार को समय एक वेबिनार का आयोजन किया गया । इसका आयोजन डॉ सुनीता राय निवर्सिटी यूजीसी महिला अध्ययन केंद्र पटना विश्वविद्यालय की यह व विनर माइग्रेंट लेबर कमिशन एंड चैलेंज पर आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में राम माधव,मेंबर बोर्ड ऑफ गवर्नर्स इंडिया फाउंडेशन ने प्रवासी मजदूर के मामले में केंद्र सरकार के प्रयासों की सराहना की।

इस कार्यक्रम को आगे बढ़ते हुए करते हुए डॉ  राकेश रंजन का प्रश्न क्यों मजदूर को कोविद 19 के अवस्था में पलायन कर रहे हैं इसमें भारत सरकार का क्या राय है?राम माधव ने इस प्रश्न के जवाब में प्रवासी मजदूर पर दो प्रकार के डाटा के बारे में बताया। एक माइक्रो डाटा तथा नेचुरल डाटा। इसमें भारत सरकार के द्वारा दिल्ली में पलायन कर रहे मजदूर परिवार जिनकी संख्या दो से तीन लाख के करीब थी उन्हें उनके उनके लिए भोजन की व्यवस्था और माइग्रेन मैपिंग पर कार्य हो रहा है जिसका असर आगे दिखेगा।

डॉ राकेश रंजन ने कहा बिहार रिसोर्ट लेबर स्टेट माना गया है। गांव के स्तर पर कैसे ग्रामीण मजदूरों को एक सप्लाई चैन से जोड़ा जाए जिससे प्रधानमंत्री के द्वारा एक स्लोगन दिया गया लोकल में भोगल एवं न्यू स्टार्टअप ऑफ बिहार पर चर्चा की आवश्यकता है। राम माधव ने इस प्रश्न के जवाब देते हुए कहां फॉर्म टू फैक्ट्री बिहार के पास संपूर्ण कृषि योग भूमि है इससे हमें कृषि पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है एवं सामूहिक कृषि पर बिहार के किसानों का ध्यान आकर्षित करना है।डॉ राकेश रंजन ने राम माधव के साथ अपने विचार साझा किए और इन बातों पर जोर दिया कि बिहार को कृषि विकसित राज्य बनाना है।

धन्यवाद ज्ञापन के दौरान डॉ राकेश रंजन ने राम महादेव का विशेष आभार प्रकट किया साथ ही बिहार के प्रवासी मजदूरों के पूर्ण वास एवं जीविका के नए साधन का उपायों पर प्रतिभागियों के द्वारा दिए गए सुझावों पर आभार प्रकट किया। इस संवाद के अध्यक्ष डॉक्टर सलीम जावेद ने भी संबोधित किया। संवाद के संयोजक गुरु प्रकाश ने प्रतिभागियों के प्रश्न को लिया इस कार्य में सैकड़ों छात्र-छात्राओं तथा विद्वानों ने भाग लिया और 5000 से ज्यादा लोग  फेसबुक के माध्यम से इस कार्यक्रम से जुड़े।

 

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