बिहार के जवानों में किसी से कम नहीं है जोश- मुख्यमंत्री

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संवाददाता.पटना.मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि  नेवी, एयरफोर्स, आर्मी, अर्द्धसैनिक बल एवं अन्य सशस्त्र बलों में जाने की बिहार के लोगों की बहुत इच्छा रहती है।बिहार के लोग काफी साहसी हैं, यहां के लोगों में जोश कम नहीं है।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को छपरा जिले के जलालपुर में भारत-तिब्बत सीमा पुलिस के छठी वाहिनी परिसर में नवनिर्मित भवनों के उद्घाटन समारोह में शामिल हुये। आईटीबीपी  के जवानों ने उपस्थित अतिथियों के समक्ष मार्च पास्ट करने के बाद विषम परिस्थितियों एवं किसी अनहोनी से कैसे ससमय निपटते हैं, उसका प्रदर्शन किया।

उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि हम सब भारत-तिब्बत सीमा पुलिस के शौर्य, अदम्य साहस और उनके निष्ठापूर्ण कर्तव्य से भलीभाँति अवगत हैं। आईटीबीपी के जवान किस तरह से अपने कर्तव्यों का निर्वहन और अपने लक्ष्य को हासिल करते हैं, उसे आज हमें यहां देखने को भी मिला। आई0टी0बी0पी0 का काम यहाँ प्रारम्भ हो चुका है और जल्द ही इसे पूरा कर लिया जायेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आई0टी0बी0पी0 का गठन हमलोगों के ही कार्यकाल में हुआ था, जब हम केंद्र में थे। आई0टी0बी0पी0 में बिहारवासियों की संख्या 7.4 प्रतिशत है, यह संख्या और बढ़नी चाहिए। आर्मी में इससे भी ज्यादा संख्या है। नेवी, एयरफोर्स, आर्मी, अर्द्धसैनिक बल एवं अन्य सशस्त्र बलों में जाने की बिहार के लोगों की बहुत इच्छा रहती है।बिहार के लोग काफी साहसी हैं, यहां के लोगों में जोश कम नहीं है।

केंद्रीय गृह मंत्री से आग्रह करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि एक-दो और बटालियन बिहार में गठित करा दीजिये। हमलोगों की तरफ से हर तरह का पूरा सहयोग मिलेगा। उन्होंने कहा कि हमारे आग्रह पर आपने वैशाली में रैपिड एक्शन फोर्स गठित कराने का आश्वासन दिया है, इसके लिए मैं आपके प्रति आभार प्रकट करता हूँ । उन्होंने कहा कि बिहार बाढ़ प्रभावित राज्य है और आई0टी0बी0पी0 के जवान यहां रहेंगे तो हमें काफी फायदा होगा। बिहार में आबादी का घनत्व काफी ज्यादा है। बिहार का क्षेत्रफल करीब 94 हजार वर्ग किलोमीटर है, जबकि आबादी 12 करोड़ है। आबादी का ज्यादा घनत्व होने के कारण आपदा की स्थिति में यहां तबाही अधिक होती है। कुदरत का कहर कभी-कभी ऐसा होता है कि सेंट्रल फोर्स की जरूरत पड़ती है।

केंद्रीय गृह मंत्री से आग्रह करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि तनाव की स्थिति में कुछ ऐसा सिस्टम बना दीजिये कि यहां के डी0जी0पी0 के आग्रह पर तत्काल सीमित समय के लिए सेंट्रल फोर्स उपलब्ध हो सके। उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय का काम बहुत बड़ा है। देश की सुरक्षा करने के साथ ही यह विभाग आपसी एकता को बनाये रखने में अहम भूमिका निभाता है।

समारोह को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि वर्ष 2013 में बिहार में जितनी नक्सली घटनाएं होती थीं, उसमे काफी कमी आयी है और वह अब घटकर आधे से भी कम हो गयी है।  केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार के हर क्षेत्र के विकास के लिये प्रयासरत हैं। उन्होंने कहा कि बिहार का विकास दर 10.3 प्रतिशत हो गया है, जो कि राष्ट्रीय औसत 7.3 प्रतिशत से काफी ज्यादा है। इसका श्रेय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जाता है।

बिहार में शराबबंदी को ऐतिहासिक कदम बताते हुए केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि इससे बिहार में अपराध के ग्राफ में काफी गिरावट आई है। उन्होंने कहा कि बिहार हमारे लिए नया नहीं है क्योंकि मैं पड़ोसी प्रदेश उत्तर प्रदेश का ही रहने वाला हूँ।

उद्घाटन  समारोह  में  आईटीबीपी  के  जवानों को  उनके  द्वारा  किये  गए  साहसिककार्यों  के  लिए  केन्द्रीय  गृह  मंत्री  राजनाथ सिंह  एवं मुख्यमंत्री   नीतीश  कुमार ने  उन्हें सम्मानित  किया।  समारोह में मौजूद लोगों ने मौन धारण कर शहीदों को श्रद्धांजलि समर्पित की जिन्होंने देश की रक्षा करने में अपने प्राण न्योछावर किये हैं। समारोह को उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री व सांसद राजीव प्रताप रुड़ी, सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल, आईटीबीपी  के महानिदेशक आरके पचनंदा ने भी संबोधित किया।

इस अवसर पर सांसद ओमप्रकाश यादव, सांसद जनक राम, विधायक शत्रुघ्न तिवारी, विधायक कविता देवी, विधान पार्षद वीरेन्द्र नारायण यादव, विधान पार्षद सचिदानंद राय, जिला परिषद अध्यक्ष संगीता देवी, बिहार के पुलिस महानिदेशक के0एस0 द्विवेदी, प्रधान सचिव गृह आमिर सुबहानी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

 

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