निर्माणाधीन महासेतु ढहने पर नीतीश सरकार पर हमलावार हुई भाजपा

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collapse of Mahasetu

संवाददाता.पटना.बिहार में निर्माणाधीन अगुवानी-सुल्तानगंज महासेतु के दोबारा ढह जाने की घटना पर बिहार भाजपा के नेताओं ने नीतीश सरकार पर हमला तेज कर दिया है।पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने सरकार से पांच सवाल पूछते हुए नीतीश-तेजस्वी से इस्तीफा मांगा तो केन्द्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा कि नीतीश-तेजस्वी में नैतिकता बची हुई है तो वे तुरंत इस्तीफा दें। पूर्व पथ निर्माण मंत्री ने तेजस्वी यादव को कटघरे में खड़ा किया है।
पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि जो लोग प्रधानमंत्री और रेल मंत्री से बालासोर रेल दुर्घटना की जिम्मेदारी लेने की मांग कर रहे थे, वे क्या बिहार में निर्माणाधीन अगुवानी-सुल्तानगंज महासेतु का एक हिस्सा फिर से ढह जाने की जिम्मेदारी लेंगे? उन्होंने कहा कि जो लोग गैसल रेल दुर्घटना की नैतिक जिम्मेदारी लेकर नीतीश कुमार के इस्तीफा देने की कथा सुना रहे थे, वे महासेतु के पाये ढहने पर चुप क्यों हैं?
  श्री मोदी ने इस मुद्दे पर राज्य सरकार से पांच सवाल पूछे -1.जब महासेतु का एक हिस्सा टूटा और आइआइटी रुड़की को इसकी जांच सौंपी गई, तब उसकी अंतरिम रिपोर्ट का इंतजार किये बिना निर्माण की गति क्यों बढ़ा दी गई? 2.जब विधानसभा में डा. संजीव ने पुल का पाया कमजोर होने का सवाल उठाया , तब डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने किस आधार पर क्लीनचिट दे दी?3. अगर पुल का एक हिस्सा खुद नहीं टूटा, बल्कि डिजाइनिंग की गलती के कारण उसे तोड़ा जा रहा था, तो उस जगह से मजदूर लापता कैसे हो गए?4. साल भर पहले जब महासेतु का एक हिस्सा टूटा, तब निर्माण एजेंसी के खिलाफ क्या कार्रवाई हुई?5. प्रस्तावित महासेतु का शिलान्यास होने के 8 साल बाद भी निर्माण पूरा क्यों नहीं हुआ?
केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने भागलपुर में निर्माणाधीन पुल गिरने पर कहा कि यह निर्माणाधीन पुल 2 बार गिर चुका है। नीतीश तेजस्वी में नैतिकता बची हुई है तो वे तुरंत इस्तीफा दें।
केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार ने ट्वीट कर कहा कि “बिहार में व्याप्त भ्रष्टाचार का एक और नमूना देख लीजिए। अगुवानी सुल्तानगंज गंगा पुल एक बार फिर गिर गया है। पुल का गिरना भ्रष्टाचार की कहानी चीख-चीख कर बयां कर रही हैं। इस घटना का तुरंत संज्ञान लेते हुए चाचा- भतीजा को इस्तीफा देकर देश के सामने एक मिसाल पेश करना चाहिए।”
      केंद्रीय मंत्री श्री चौबे के विशेष प्रयास से राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड ने कुछ महीने पहले कार्य को तेजी से बढ़ाने के लिए जलीय जंतुओं के संरक्षण के प्रावधानों को ध्यान में रखते हुए, द्वारा जो रोक लगाई थी उसे हटा लिया गया था। जहां पर पुल गिरा है, वहां डॉल्फिन बड़ी संख्या में पाए जाते हैं। यह क्षेत्र डॉल्फिन का घर कहा जाता है। केंद्रीय मंत्री श्री चौबे ने इस संबंध में अधिकारियों से भी कहा है कि पुल गिरने से जलीय जंतुओं को नुकसान आदि की स्थिति की जानकारी प्राप्त करें।
पूर्व पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने तेजस्वी यादव पर तंज कसते हुए कहा कि 2016 में जब इसका डिजाइन बना था तो आप उस वक्त उपमुख्यमंत्री थे और जब दोबारा उस पुल पर काम शुरू हुआ जांच होने के बाद उस वक्त भी आप की सरकार थी इस तरह से तेजस्वी यादव बच नहीं सकते राजनीतिक लाभ उठाने के लिए काम तो कुछ करते नहीं हैं,नितिन नवीन ने कहा बीजेपी के प्रवक्ता संजीव जी ने जब पुल के डिजाइन पर सवाल उठाया था ,उस वक्त तेजश्वी ने सदन में कहा था कि सब ठीक है इस कारण काम शुरू किया गया है।

 

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