सरकार द्वारा नवरात्रि के पावन पर्व पर हिन्दुओं के साथ अन्याय-विहिप

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संवाददाता.बेगूसराय. बिहार सरकार द्वारा नवरात्रि के पावन पर्व पर हिन्दुओं के साथ अन्याय करने का आरोप लगाते हुए विश्व हिंदू परिषद ने मांग की कि नवरात्रि के पावन पर्व में हिन्दू कार्यकर्ताओं पर दर्ज प्राथमिकी तुरंत निरस्त की जाएं।
शुक्रवार को बेगूसराय में पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के अंतरराष्ट्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे ने कहा कि कल ही दुर्भाग्य से दरभंगा में किसी मुस्लिम संगठन की शिकायत पर विश्व हिंदू परिषद के युवा विभाग बजरंगदल के कार्यकर्ताओं पर कुछ नामजद तथा 100 अज्ञातो पर केवल जय हिन्दू राष्ट्र का बैनर लगाने के कारण से धार्मिक भावना भड़काने के झूठे आरोप से प्राथमिकी दर्ज की गई है। यह हिन्दू समाज के साथ मे केवल मुस्लिम तुष्टिकरण करने के लिए किया हुआ पक्षपात है। हम सब जानते हैं कि हिन्दू राष्ट्र की संकल्पना राजनीतिक संकल्पना नही अपितु, एक भू-सांस्कृतिक संकल्पना है जो कि हजारों वर्षों से ईसाई और मुस्लिम मत के जन्म के पहले से विद्यमान है।इसलिए हिन्दू राष्ट्र की संकल्पना किसी भी मत के विरुद्ध या द्वेषपूर्ण भी नही है। क्या बिहार प्रशासन कानून तोड़कर,हिन्दू आस्था का अपमान करते हुए हजारों गौवंशो का प्रतिदिन कत्ल हो रहा है, उसके लिए पक्षपात ना करते हुए इतनी आतुरता के साथ प्राथमिकी दर्ज करेगा?
विहिप के अंतरराष्ट्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे ने कहा की देशभर में विश्व हिंदू परिषद के माध्यम से रामोत्सव के कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं। हितचिंतक अभियान में एक लाख 35 हजार गाँव,  हितचिंतक (सदस्यता) युक्त हो गए हैं।हमारा लक्ष्य है कि रामोत्सव कार्यक्रमों का आयोजन इनमें से अधिकांश गांवों में हो। भगवान श्रीराम हिन्दू समाजके लिए राष्ट्र पुरुष हैं, आदर्श हैं, हमारी पारिवारिक और सामाजिक मर्यादाएं कैसी होनी चाहिए, इसके वो आदर्श हैं।
उन्होंने कहा कि भगवान श्रीराम जी ने 14 वर्ष के वनवास को जनजाति समाज के साथ बिताया। निषाद राज को गले लगाया,और इसलिए वो सामाजिक समरसता के आदर्श भी हैं। रावण जैसे दुष्ट और आतताई शक्ति का नाश करने के लिए उन्होंने समाज की सज्जन शक्ति का लोक संगठन किया और दुर्जन शक्तियों का नाश किया इसीलिए सदा के लिए इस अच्छाई और बुराई के संघर्ष में आज भी उनका आचरण विश्व के लिए प्रेरणा दाई है। रामचरितमानस के कारण ही कैरेबियन देशों में आज भी रामत्व विद्यमान है। श्रीरामचरित मानस पर उंगली उठाने वालों को इस महान ग्रंथ को किसी मानस मर्मज्ञ से ठीक से समझकर अपनी अज्ञानता का निदान करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि श्रीरामजन्म भूमि के भव्य मंदिर निर्माण को लेकर विश्व हिंदू परिषद ने जो वचन दिया था कि मंदिर वहीं बनाएंगे, वह संकल्प शीघ्र ही पूर्ण होने जा रहा है। आगामी मकर संक्रांति के बाद श्रीरामजन्मभूमि अयोध्या के मंदिर में भगवान श्रीराम लला की प्राण प्रतिष्ठा होगी।

 

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