एनडीए के पास स्पष्ट नीति और निर्णायक नेतृत्व- भाजपा

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संवाददाता.पटना. भाजपा के मीडिया सेंटर में आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गोपाल कृष्ण अग्रवाल ने एक किताब का जिक्र करते हुए कहा राजद के शासन को पूरी दुनिया में जंगलराज के नाम से याद किया जाता है, जंगलराज में पिछड़ापन, गरीबी, निरक्षरता, भ्रष्टाचार एवं गुंडाराज का बोलबाला था।

उन्होंने कहा कि 2005 में जब से एनडीए की सरकार आई है केवल विकास राजनीति हुई है। तरक्की दिखती है क्योंकि बजट की राशि पहले जो पहले 23 हजार करोड़ की थी वो अब बढ़कर 2 लाख 11 हजार करोड़ हो गई है यानी पिछले 15 वर्षों में बजट में 10 गुणा बढ़ोतरी हुई है। बिहार का विकास दर 3.19 फीसदी से 11.3 फीसदी हो गया है जो राष्ट्रीय औसत से भी डेढ़ गुना ज्यादा है। कृषि विकास दर 2005 में 2.35 फीसदी थी जो अब बढ़कर  8.5 हो गई है। ये आंकड़े बताते हैं कि पिछले 15 साल में चाहे वो कृषि विकास दर हो या फिर गैर कृषि विकास दर बिहार में काफी काम हुआ है। उन्होंने कहा कि बिहार में पहले बिजली की उपलब्धता केवल 22 फीसदी थी जो बढ़कर 100 फीसदी हो गई है। सड़कों का निर्माण 34 फीसदी से बढ़कर 96 फीसदी हो गया है। प्रति व्यक्ति आय 8 हजार से 43 हजार हो गई है, ये 15 साल के विकास का नतीजा है।

रोजगार के मामले पर बोलते हुए कहा कि वर्ष 1996 से 2005 तक सिर्फ 30 हजार शिक्षकों की बहाली हुई थी जबकि पिछले 15 सालों में तीन लाख शिक्षकों की बहाली हुई है। स्वरोजगार के लिए मुद्रा लोन योजना के तहत बिहार के 2.4 करोड़ लोगों लाभान्वित किया गया है। महिला सशक्तिकरण के लिए भी एनडीए की सरकार ने काम किया है। बिहार में महिलाओं को सरकारी नौकरियों में 35 फीसदी आरक्षण दिया गया है।  महिलाओं के लिए 10 लाख स्वयं सहायता समूह बनाए गए हैं। बिहार में महिला साक्षरता दर 33.6 फीसदी से बढ़कर 51.5 फीसदी हो गया है। बिहार सरकार की साइकिल योजना के तहत लड़कियों को साइकिल दी गई है। बिहार में सड़कों का जाल बिछाया गया है, प्रमुख नदियों पर पुल बनाए गए हैं जिससे यातायात व्यवस्था को काफी मजबूती मिली है। एनडीए की सरकार भ्रष्टाचार मुक्त शासन दे रही है।  प्रवासी मजदूरों के लिए यूनिवर्सल अकाउंट नंबर की योजना, एवं उनके सामाजिक सुरक्षा का प्रबंध किया गया है। असंगठित क्षेत्रों के कामगारों को भी पीएफ और ईएसआई की सुविधा दी गई है। नई शिक्षा नीति में प्रादेशिक भाषाओं को स्थान दिया गया है इससे बिहार के छात्रों को काफी फायदा होगा। पारंपरिक कलाओं को बढ़ावा दिया गया है। पहले बिहार को पिछड़े राज्यों के श्रेणी में इसलिए रखा गया था क्योंकि पिछली  सरकारों ने विकास नहीं किया।

विपक्ष पर करारा प्रहार करते हुए उन्होंने कहा कि एनडीए और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विकास का मॉडल सुशासन है लेकिन पिछली सरकारों ने केवल जातिवाद की राजनीति की। जंगलराज बनाम सुशासन में फर्क साफ दिखता है। विपक्ष जातिवाद, वंशवाद और विघटन की राजनीति कर रहा है जबकि हम डबल इंजन की सरकार के साथ बिहार को विकसित राज्य बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।उन्होंने कहा कि बिहार के विकास के लिए केंद्र और राज्य दोनों की सरकार प्रतिबद्ध है, बिहार के लोगों को राजद के 15 वर्ष के शासन बनाम एनडीए के 15 वर्षों के शासन को याद रखना चाहिए। हमारे पास स्पष्ट नीति और निर्णायक नेतृत्व है तथा पहले चरण के मतदान के बाद स्पष्ट हो गया है कि एनडीए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी के नेतृत्व में बढ़त ले रहा है क्योंकि बिहार के लोगों को एनडीए के नेतृत्व और विकास पर भरोसा है।

इस अवसर पर प्रदेश प्रवक्ता प्रो. अजफर शम्सी, प्रदेश मीडिया प्रभारी राकेश कुमार सिंह, प्रदेश मीडिया प्रभारी राजेश झा राजू, भाजपा के वरिष्ठ नेता विनोद शर्मा मौजूद रहे।

 

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