मुजफ्फरपुर की शर्मनाक घटना से काफी आहत हूं- नीतीश कुमार

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संवाददाता.पटना. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि मुजफ्फरपुर की शर्मनाक घटना से काफी आहत हूं और आत्म ग्लानि महसूस कर रहा हूँ। समाज में कैसी-कैसी मानसिकता के लोग हैं। सीबीआई इस पर कार्रवाई कर रही है। हमने एडवोकेट जनरल से कहा है कि हाईकोर्ट की निगरानी में केस की मॉनिटरिंग हो ताकि और पारदर्शी  ढंग से इस पर कार्रवाई हो सके और कोई भी दोषी बच नहीं पाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक एवं समाज कल्याण विभाग के प्रधान सचिव से मैंने बैठक में ये बातें कही है कि इन चीजों को पता करने

की जरुरत है कि आखिर सिस्टम में कहां चूक है। ऐसी व्यवस्था बनायी जाए कि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। इस तरह का कृत्य जिस किसी ने भी किया है पाप है, घृणित है। तंत्र को और दुरुस्त करने की जरुरत है। हमलोग समस्त बिहारवासी इस घटना से शर्मसार हैं। पापियों को ऐसी सजा मिले कि समाज में ऐसी घटना करने की कोई हिम्मत आगे से न कर सके। हम सबको मिलकर इस व्यवस्था में सुधार के लिए काम करना होगा।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को अधिवेशन भवन में मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के शुभारंभ के अवसर पर राज्यस्तरीय कार्यक्रम का उद्घाटन के अवसर पर संबोधित कर रहे थे।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोगों ने नारी सशक्तिकरण के लिए नवंबर 2005 में सरकार में आने के बाद से कई काम किए हैं।हमलोगों ने महिलाओं की आधी भागीदारी को मानते हुए पंचायती राज संस्थाओं एवं नगर निकाय चुनावों में 50 प्रतिशत आरक्षण सुनिश्चित किया। राज्य में 8 लाख से ज्यादा स्वयं सहायता समूह का निर्माण हो चुका है, जिसके तहत 92 लाख से अधिक महिलाएं जुड़ चुकी हैं। 10 लाख स्वयं सहायता समूह बनाने का लक्ष्य है। केंद्र सरकार ने इसे अपनाते हुए आजीविका नाम से यह संगठन शुरु किया है, इससे महिलाओं में आत्मविश्वास बढ़ा है और परिवार के लिए आमदनी का श्रोत भी बना है। यह राज्य में महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक मजबूत कदम है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मिडिल स्कूल की लड़कियां गरीबी के कारण पोशाक नहीं

उपलब्ध होने की वजह से स्कूल नहीं जा पाती थीं। हमलोगों ने इसके लिए बालिका पोशाक योजना की शुरुआत की, जो बाद में हाई स्कूल की लड़कियों के लिए भी लागू की गई। 9वीं कक्षा की लड़कियों के लिए साइकिल योजना की शुरुआत की गई, जिससे आज 9वीं कक्षा में 8 लाख से अधिक लड़कियां सरकारी स्कूलों में जाने लगी हैं। बाद में यह साईकिल योजना लड़कों के लिए भी शुरु की गई। छात्र-छात्राओं को स्कॉलरशिप देना शुरु किया गया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोग समाज सुधार के काम में भी लगे हुए हैं। 2 अक्टूबर 2017 से बाल विवाह एवं दहेज प्रथा के खिलाफ अभियान शुरु किया गया।हमलोगों ने महिलाओं की मांग पर ही शराबबंदी को लागू किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्रों में सभी बच्चों को पोशाक की राशि उपलब्ध करायी गई है। बच्ची के जन्म लेने पर अब लोगों को खुश होने की जरुरत है। सरकार बच्ची के जन्म लेने पर 2 हजार रुपए की राशि उसके परिजन के खाते में जमा करेगी। एक साल के बाद आधार से लिंक करने पर एक हजार रुपये तथा दो वर्ष के बाद पूर्ण टीकाकरण होने पर 2 हजार रुपये बैंक खाते में चले जाएंगे। यह योजना दो बच्चों वाले परिवार पर लागू होगी। राज्य सरकार बच्ची के जन्म लेने से स्नातक स्तर तक की पढ़ाई करने तक कुल 54,100 रुपए सरकार खर्च करेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं आप सबसे अपील करना चाहता हूँ कि बेटियों की बराबरी के लिए काम करें। उनके उत्थान के लिए राज्य सरकार ने यह यूनिवर्सल कानून लागू किया है। इससे शिशु मृत्यु दर में कमी आएगी, बाल विवाह एवं दहेज प्रथा से छुटकारा मिलेगा।लड़कियों की संख्या में वृद्धि होगी। उनमें आत्म विश्वास बढ़ेगा और वे आगे बढ़ सकेंगी, तभी आगे पढ़ सकेंगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज के इस विशेष अवसर पर साइकिल योजना के अंतर्गत मिलने वाली 2500 रुपए की राशि को बढ़ाकर 3000 रुपए करने का निर्णय भी लिया गया है।प्रधान सचिव शिक्षा विभाग यह सर्वेक्षण करवा लें कि लाभार्थियों को मिलने वाली राशि का सदुपयोग वे साइकिल खरीदने में कर रहै हैं या नहीं। इन सब कदमो से छात्रों में शिक्षा के प्रति आकर्षण बढ़ेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज मुख्यमंत्री कन्या उत्थान के शुभारंभ पर मुझे खुशी हो रही है, इसके लिए ठोस कदम उठाए गए हैं। साथ ही मुजफ्फरपुर में इस तरह की घटनाओं की शिकार महिलाओं के लिए मन में काफी दुख का भाव है। इन्हीं वेदना भावों के बीच आज मैं उपस्थित हुआ हूँ। समाज के सुधार के कार्यक्रम में एकजुट होकर काम करना पड़ेगा। समाज में कुछ विकृत मानसिकता के लोग हैं। सत्ता, शक्ति प्राप्त होने पर धनोपार्जन, कुकृत्य करने लगते हैं इन सब चीजों के प्रति समाज को सतर्क रहना पड़ेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि में जब तक रहूंगा समाज सुधार के काम में लगा रहूंगा। जब तक सरकार में रहुंगा राज्य में कानून का राज कायम रहेगा। कोई भी दोषी बच नहीं पाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे उम्मीद है तीनो विभाग आज शुभारंभ हुए इस योजना को पारदर्शी ढंग से क्रियान्वित करेंगे ताकि लाभार्थियों को उचित लाभ मिल सके।

कार्यक्रम को उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, शिक्षामंत्री कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा, समाज कल्याण मंत्री कुमारी मंजू वर्मा, स्वास्थ्यमंत्री मंगल पांडेय, समाज कल्याण विभाग के प्रधान सचिव अतुल प्रसाद ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर मुख्य सचिव दीपक कुमार, शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव आर के महाजन, स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, महिला विकास निगम की प्रबंध निदेशक डॉ एन विजया लक्ष्मी, मुख्यमंत्री के सचिव मनीष कुमार वर्मा, यूनिसेफ के चीफ फिल्ड ऑफिसर अब्दुल रहमान, स्वास्थ्य, शिक्षा एवं समाज कल्याण विभाग अन्य वरीय पदाधिकारीगण तथा बड़ी संख्या में मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के लाभार्थी उपस्थित थे।

 

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