अस्पताल नहीं बने धार्मिक राजनीति का अड्डा-हुलास पाण्डेय

2928
0
SHARE

संवाददाता.पटना.पीस ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सह लोजपा महासचिव पूर्व विधान पार्षद हुलास पांडेय ने कहा कि  अस्पतालों को धर्म की राजनीति का अड्डा बनने से रोका जाना चाहिए।उन्होंने इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान प्रबंधन को सलाह दी कि वह चर्च निर्माण के बजाय मरीजों के स्वास्थ्य व्यवस्था को सुधारने पर ध्यान दें।

एक प्रेस विज्ञप्ति में हुलास पांडेय, पीस ऑफ इंडिया के प्रदेश महासचिव पूर्व जिला पार्षद गंगाधर पांडेय और पीस ऑफ इंडिया के संगठन सचिव वेद प्रकाश ने सयुंक्त बयान जारी कर कहा कि राज्य सरकार और इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान प्रशासन को अस्पताल परिसर में स्वास्थ्य व्यवस्था को कारगर बनाने और मरीजों के इलाज और स्वास्थ्य व्यवस्था को सुचारू बनाने पर ध्यान देना चाहिए।आईजीआईएमएस प्रशासन को स्टेशन स्थित महावीर मंदिर न्यास से सबक सीखना चाहिए जहां मंदिर में दान से आए पैसे से महावीर आरोग्य संस्थान, महावीर कैंसर संस्थान आदि जैसी स्तरीय संस्था चल रही है और लाखों गरीब लोगों का इलाज हो रहा है। इसके विपरीत यहां अस्पताल के लिए आवंटित जमीन पर चर्च बनाने का काम हो रहा है।

इन नेताओं ने सवाल उठाया कि कल होकर यहां मस्जिद, मंदिर गुरुद्वारा,जैन मंदिर, बौद्ध मंदिर आदि बनाने की मांग होगी तो अस्पताल प्रशासन क्या जवाब देगा? और अगर अगर यही सब बनाना है तो अस्पताल के के लिए इतना जमीन अधिग्रहण करने की आवश्यकता क्या थी? प्रशासन को चाहिए कि चर्च की जगह यहां आने वाले मरीजों के भारी भीड़ को देखते हुए उनके रहने के लिए रैन बसेरा का इंतजाम करती, ओल्ड एज होम बना देती, नया विभाग शुरू कर देती या ऐसा कोई और जन कल्याणकारी काम करती।

ज्ञातव्य है कि इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान के परिसर में चर्च निर्माण के खिलाफ स्थानीय  और हिंदूवादी संगठन लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं जिसके कारण अभी चर्च का निर्माण रुका हुआ है।अस्पताल प्रशासन से इस मामले में पूछने पर वह लोग बोल रहा हैं कि सरकार में बैठे किसी ताकतवर व्यक्ति के मौखिक आदेश से यहां चर्च निर्माण हो रहा है।

हुलास पांडेय, गंगाधर पाण्डेय और वेद प्रकाश ने बताया कि बहुत जल्द पीस ऑफ इंडिया का प्रतिनिधि मंडल इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान के निदेशक से मिलकर पूरी स्थिति की जानकारी कर उचित कार्रवाई करने का आग्रह करेगा।

LEAVE A REPLY