आरक्षण भीख नहीं,संवैधानिक अधिकार है-डॉ सत्यानंद शर्मा

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संवाददाता.पटना.देश में आरक्षण की हदबंदी समाप्त करके आरक्षण का कोटा चाहिए। आबादी के अनुपात में आरक्षण की व्यवस्था करना होगा। आरक्षण भीख नहीं है। बल्कि संवैधानिक अधिकार है। यह बात आज कुर्जी में दलित अतिपिछड़ा वंचित मोर्चा द्वारा जननायक कर्पूरी ठाकुर के जयन्ती पूर्व संध्या पर आयोजित संकल्प सभा में उद्घाटन भाषण में लोजपा के राष्ट्रीय महासचिव डा सत्यानन्द शर्मा ने कहा।

उन्होंने कहा कि दलित/आदिवासी और पिछड़ों की आबादी 62 प्रतिशत् है। फिर भी आरक्षण को हदबंदी कर दी गयी और साजिश की गई। और कहा गया कि आरक्षण 50 प्रतिशत् से बढ़ नहीं सकता। बढ़ेगा तो आसमान फट जायेगा। जबकि आरक्षण भीख नहीं है। बल्कि संवैधानिक अधिकार है। अधिकार मांगने से नहीं मिलता है, इसे प्राप्त करने के लिए संघर्ष करना पड़़ता है। जान देने और लेने की जरूरत पड़ती है। कर्पूरी ठाकुर ने यही सिखाया था, हमलोगों को। पुरे जीवन पर सामाजिक विषमता के खिलाफ लड़ते रहे। अब इस लड़ाई को हम सबों को साथ लड़ना है।

समारोह को विधायक संजीव चैरसिया ने मुख्य अतिथि पद से बोलते हुए कहा कि स्व0 कर्पूरी ठाकुर के जीवनी पर प्रकाश डाला और सामाजिक विषमता के खिलाफ निरंतर संघर्ष चलाने की आवश्यकता पर बल दिया।समारोह की अध्यक्षता पटना जिला दलित अतिपिछड़ा वंचित मोर्चा के अध्यक्ष नन्द किशोर यादव ने किया।

समारोह में डा शर्मा के अलावे मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष दीनानाथ क्रांति, प्रधान महासचिव विष्णु पासवान, कामता प्रसाद चन्द्रवंशी, धप्पू यादव, जदू भगत, शम्भु महतो, रोहित महतो, रामभरोस महतो, मनोज पासवान, धर्मेन्द्र शर्मा, प्रो0 बेनी माधव सहित अनेकों वक्ताओं ने अपने विचार व्यक्त किये।

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