गंगा में नाव पलटी,19 की मौत,35 के डूबने की आशंका

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निशिकांत सिंह.पटना.कॉलेज घाट के ठीक सामने दियारा से लौट रहे लोगों से भरी नाव गंगा में डूब गयी.हादसे में 35 लोगों के डूबने की आशंका जतायी गयी है.19 के मृत्यु की पुष्टि की गई है. हादसा लगभग शाम साढ़े पांच बजे हुआ.प्रत्यक्षदर्शी निहाल ने बताया कि दियारा से नाव चली थी.अभी गंगा में थोड़ी ही दूर नाव गयी कि एकाएक वह सीधे पानी में डूब गयी.

नाव पर सवार कुछ लोगों ने कूदकर अपनी जान बचाई. पुलिस के मुताबिक़ छह लोगों को नाव पर सवार युवकों ने बचाया जिन्हें अस्पताल पहुंचाया गया. उनमे दो बच्चे शामिल थे। इधर हादसे की खबर मिलते ही एनडीआरएफ की टीम के साथ पुलिस बाल मौके पर पहुंच गयी.गंगा में नाव और यात्रियों की तलाश जारी है।  आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव की ओर से एक के मरने की पुष्टि की गयी है.जबकि पीएमीएच ने 19 के मरने की पुष्टि की है.दियारा में डीएम संजय अग्रवाल पहुंच गये हैं. पर्यटन विभाग की व्यवस्था हुई नाकाम.लोगों की शिकायत है कि पर्यटन विभाग की व्यवस्थागत खामियों के चलते लोगों को पुलिस की लाठी की मार सहनी पड़ी.पतंग और लटाई के वितरण में अराजक स्थिति उत्पन्न हो जाने को लेकर पुलिस के जवानों ने जमकर लाठियां भांजी.जैसे तैसे काफी मशक्कत के बाद स्थिति सामान्य हो सकी। पर्यटन विभाग के कॉटेज में खाने पीने की व्यवस्था भी ठीक ढंग से नहीं चल सकी। खाने पीने के लिए भी लोगों की भीड़ अचानक बढ़ जाने से स्थिति असामान्य हो गई. दियारा में बनाया गया जेटी भी टूट जाने से लोगों को दूसरे जगह से आने को मजबूर होना पड़ा। लौटते समय भी लोगों के हुजूमको संभाल पाने में व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त नजर आई. वहीं, बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम के एमडी उमाशंकर प्रसाद ने बताया कि रविवार से कार्यक्रम निरस्त कर दिया गया है। बता दें कि वर्ष 2012 में शुरू हुए पतंग उत्सव को पहली बार एक दिन में ही निरस्त करना पड़ा है.
मकर संक्रांति की शाम राजधानी पटना से एक बुरी खबर आई कि दियारा में पतंग उत्सव देखने गये करीब 40 से अधिक लोगों के गंगा नदी में डूबने की आशंका है. प्रत्यक्ष दर्शियों के मुताबिक नाव पर सवार करीब 50 लोग वापस लौट रहे थे लेकिन एन आई टी घाट पहुंचने के पहले की नाव डूब गयी. हालांकि एन डी आर एफ समेंत अनेक राहत वचाव कार्य की टीम पहुंच गयी है अब तक एक दर्जन से ज्यादा लोग पी एम सी एच पहुंच गये हैं जिनका इलाज चल रहा है.रात होने की वजह से राहत कार्य में कठिनाई आ रही है. उधर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जांच का आदेश दिया है साथ ही इस दुर्घटना पर दुःख व्यक्त किया है.

नाव दुर्घटना पर विपक्ष ने सरकार को आड़े हाथ लिया है. बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डा. प्रेम कुमार ने कहा कि सरकार को गरीब तथा आम लोगों की चिंता नहीं है. नीतीश कुमार अपने यात्रा में व्यस्त रहते है औऱ लालू जी अपने घर पर पार्टियां चलती रही. लेकिन राजधानी में ही आम लोगों के लिए कोई व्यवस्था नहीं होने के कारण आज फिर से बिहार का त्योहार शोक में बदल गया. आखिर क्यों पटनावासियों की जिंदगी से बार–बार खेलती है सरकार.

वही पूर्व मंत्री व भारतीय जनता पार्टी के नेता नंदकिशोर यादव ने कहा कि सरकारी तंत्र की अकर्मण्यता के कारण हिन्दुओं के पवित्र पर्व मकर संक्रांति के अवसर पर आयोजित पतंगबाजी में शामिल होने गए लोग नाव दुर्घटना का शिकार हो गए. दुर्भाग्यपूर्ण है कि पटना में छठ पर्व औऱ दशहरा में हुई दुर्घटनाओं से भी सरकार ने सबक नहीं ली.

 

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