2020 तक एक करोड़ युवाओं को बनायेंगें हुनरमंद -नीतीश कुमार

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निशिकांत सिंह.पटना.  मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2020 तक एक करोड़ युवाओं को हम हुनरमंद बनायेंगे. उनके कौशल का विकास करेंगे. उन्हें अपने पैरों पर खड़ा करेंगे. हमारे युवा मेधावी है, उन्हें अवसर देने की जरूरत है. देश तरक्की तभी करेगा, जब बिहार जैसे बड़े राज्य तरक्की करेगा. हमारा अतीत गौरवशाली है, हमें उस मुकाम को वापस पाना है, इसके लिए युवाओं को आगे बढ़ाना पड़ेगा. मुझे पूरा भरोसा है कि कौशल विकास कार्यक्रम में सफलता हम जरूर हासिल करेंगे.

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज अधिवेशन भवन पटना में विश्व युवा कौशल दिवस के अवसर पर बिहार कौशल विकास मिशन द्वारा आयोजित कार्यक्रम का दीप प्रज्ज्वलित कर उद्घाटन किया. इस अवसर पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि आज विश्व युवा कौशल दिवस के अवसर पर काफी महत्वपूर्ण कार्य हुआ है. आज श्रम संसाधन विभाग एवं कौशल विकास मिशन का महाराष्ट्र नॉलेज कॉरपोरेशन लिमिटेड (डज्ञब्स्) के साथ समझौता हुआ है. एमकेसीए स्कील डेवलपमेंट के क्षेत्र में हमारा नॉलेज पार्टनर होगा. इस संस्था का गठन महाराष्ट्र सरकार द्वारा किया गया था तथा महाराष्ट्र में कौशल विकास के क्षेत्र में इस संस्था की महत्ती भूमिका रही है. महाराष्ट्र के बाहर देश के विभिन्न हिस्सों में ही नहीं बल्कि देश के बाहर भी इस संस्था की भूमिका रही है. आज ये संस्था हमारा नॉलेज पार्टनर बना है, यह खुशी की बात है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने सात निश्चय में युवाओं के तरक्की के लिए उनको रोजगार का अवसर हो, इस पर विशेष ध्यान दिया है. युवाओं को सफलता मिले तथा उनके कौशल का विकास हो. कौशल विकास पर विशेष ध्यान दिया जायेगा. कौशल विकास हेतु 2012 में कौशल विकास मिशन की स्थापना की गई थी. काफी चर्चा के बाद पांच वर्षों में 1 करोड़ युवाओं को स्कील्ड बनाने का लक्ष्य रखा गया था. सभी विभागों ने जिम्मेवारी ली थी. इस संदर्भ में शिक्षा विभाग द्वारा हुनर कार्यक्रम चलाया गया. हुनर कार्यक्रम के तहत अल्पसंख्यक समुदाय की युवतियों को हुनरमंद बनाया गया. इस कार्यक्रम की काफी तारीफ हुई थी. केन्द्र सरकार ने भी इस कार्यक्रम की काफी तारीफ की थी. बड़े पैमाने पर कौशल विकास कार्यक्रम चलाना है तो न सिर्फ इच्छुक लोगों की सूची होनी चाहिये बल्कि साथ ही स्कील्ड डेवलपमेंट हेतु प्रशिक्षण तथा प्रशिक्षण देने के लिए संस्थान का भी पुख्ता इंताजम होना चाहिये. ट्रेनिंग दिलवाना कठिन काम है क्योंकि इसके लिए एजेंसिया सीमित है. मुख्यमंत्री ने कहा कि आज आईटीआई के छात्रों द्वारा लगाये गये प्रदर्शनी में जो अपने कार्यो को प्रदर्शित किया गया है, वह तारीफ का विषय है. सब कठिनाइयां होने के बावजूद उन्होंने ऐसा सोचा और किया, यह तारीफ का विषय है- मैं इसकी प्रशंसा करता हॅू. बिहार में कौशल विकास का बहुत स्कोप है।.अनुमंडल स्तर पर आईटीआई खोलने का निर्णय लिया गया है. महिलाओं के लिए अलग से जिला स्तर पर आईटीआई खोले जायेंगे. आज नर्सिंग का बहुत डिमांड है, इसे देखते हुये एएनएम, जीएनएम ट्रेनिंग इंस्टीच्यूट, सभी मेडिकल कॉलेजों में नर्सिंग कॉलेज खोले जायेंगे. नये संस्थान खोलने के क्षेत्र में सरकारी स्तर पर बहुत कार्य हो रहे हैं, साथ ही निजी क्षेत्रों को भी प्रोत्साहित किया जा रहा है.हर जिले में इंजीनियरिंग कॉलेज खोले जायेंगे तथा बड़े पैमाने पर मेडिकल कॉलेज भी खोले जायेंगे. सरकार द्वारा हरसंभव प्रयास किया जा रहा है.उन्होने कहा कि 1 करोड़ लोगों को हनुरमंद बनाने की योजना को शुरू होने में काफी कठिनाई हो रही थी. मुझे खुशी है कि उसकी शुरूआत हो गई है. स्कील डेवलपमेंट के लिए अच्छी संस्थानों एवं केन्द्रों का होना जरूरी है ताकि लोगों को प्रशिक्षण मिले न कि प्रशिक्षण के नाम पर सिर्फ सर्टिफिकेट.

पूर्व में कौशल विकास हेतु सरकार द्वारा ‘‘आपकी सरकार, आपके द्वार‘‘ कार्यक्रम विश्व युवा कौशल दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री द्वारा अच्छे प्रोजेक्ट बनाने के लिए आई0टी0आई दीघा घाट पटना को प्रथम, आई0टी0आई0 दरभंगा को द्वितीय, आई0टी0आई0 दरभंगा को तृतीय, आई0टी0आई0 भागलपुर को चतुर्थ, आई0टी0आई0 भागलपुर को पंचम पुरस्कार दिया गया. इसके अलावा श्रेष्ठ इंस्ट्रक्टर कार्य के लिए चन्द्रशेखर, अरूण कुमार सिंह, संदीप कुमार, लखन पंडित, मंगला चरण सिंह एवं राकेश कुमार रंजन को भी पुरस्कृत किया गया.    इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने आई0टी0आई0 के छात्रों द्वारा लगायी गयी प्रदर्शनी का अवलोकन किया.

इस अवसर पर श्रम संसाधन मंत्री विजय प्रकाश, जल संसाधन मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, शिक्षा मंत्री अशोक चैधरी, अनुसूचित जाति/जनजाति कल्याण मंत्री  संतोष कुमार निराला, मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह, विकास आयुक्त शिशिर सिन्हा ने भी अपने-अपने विचार व्यक्त किये. इस अवसर पर प्रधान सचिव शिक्षा डीएस गंगवार, प्रधान सचिव श्रम संसाधन दीपक कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव अतीश चन्द्रा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे.

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