वैश्विक स्तर पर भारतीय आंकड़ो की विश्वसनीयता कम हुईःउपराष्ट्रपति

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निशिकांत सिंह. पटना.उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी आज पटना पहुंचे. होटल मौर्या में आद्री के द्वारा आयोजित समारोह में उन्होंने कहा कि समाजिक क्षेत्र में सबकुछ ठीक नहीं है. नीति बनाने व योजनाओं के के क्रियान्वयन में स्तरीय आंकड़ो का बहुत बड़ा महत्व है. उपराष्ट्रपति स्वयंसेवी एशियन डेवलपमेंट रिसर्च इंस्टीच्यूट (आद्री) की रजत जयंती समारोह के अवसर पर बोल रहे थे.उन्होंने कहा कि वैश्विक स्तर पर भारतीय आंकड़ो की विश्वसनीयता कम हुई है. भारतीय अर्थव्यवस्था के कुछ सबसे अधिक महत्वपूर्ण सामाजिक मसलों को मापने की बात आती है, तब भारतीय सरकारी आंकड़ो की आलोचना सही प्रतीत होती है.

 

उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि सेवा क्षेत्र असंगठित क्षेत्र और बेरोजगारी के आंकड़ो से संबंधित मानकों को मापने संबंधी विषयों पर हमारे सरकारी आंकडों की आलोचना की जाती है.उन्होंने कहाकि वर्ष 2005 में एक राष्ट्रीय सांख्यिकी आयोग का गठन किया गया था और सांख्यिकी व कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय ने 2009 में एक नयी आंकड़ा नीति तथा 2012 में राष्ट्रीय आंकड़ा सहभाजन व उपलब्धता नीति जारी की थी. इसके बावजूद हमारे आधिकारिक आंकड़ो के संबंध में समस्या बनी हुई है.

उपराष्ट्रपति ने कहा कि सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि हम आंकड़ो से संबंधी खामियों को कितने बेहतर तरीके से दूर कर सकते है. नीति बनाने वालों को प्रासंगिक व समयबद्ध सूचना दिए जाने को ल यह जरूरी है कि ऐसे सूचकांक जो हमारे समाज औऱ अर्थव्यवस्था की आंतरिक प्रणाली को प्रगट करते है को और परिष्कृत और अद्धतन बनाया जाए.  गलत आंकड़ो से बाजार में उतार चढ़ाव आ सकता है. इसलिए आंकड़ो के मानकों को बनाए रखने और हमारे ट्रेनिंग औऱ सांख्यिकी शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार किए जाने पर केंद्रित होना होगा. इन चुनौतियों का कोई समाधान नहीं है.

इस अवसर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि जातिगत जनगणना के आंकड़े प्रकाशित होने चाहिए . उन्होंने कहा कि सांख्यिकी प. भारत में काफी पहले काम हो चुका है. लेकिन डाटा पर उंगली उठती है. आज हमारे पास जो आंकड़े है वह सही नहीं है. आंकड़ो से विकास की योजनाओं को मदद मिलती है. स्वास्थय , शिक्षा जैसे क्षेत्र के लिए आंकड़े महत्वपूर्ण होते है.

समारोह में राज्यपाल रामनाथ कोविद, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी, पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी सहित जदयू नेता के सी त्यागी सहित कई नेता एवं बुद्धजीवी शामिल थे.

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