अंतर्राष्ट्रीय ऑलम्पिक समिति में नीता अम्बानी नामित,पहली भारतीय महिला को मिला अवसर

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मुम्बई. रिलायन्स फाउण्डेशन की स्थापक एवम् अध्यक्ष नीता अम्बानी का आज अंतर्राष्ट्रीय ऑलम्पिक समिति के मुख्यालय स्विटजरर्लैण्ड स्थित लुजैन में उम्मीदवार के रूप में नामांकन हुआ. चुनाव अभी होना है. अंतर्राष्ट्रीय ऑलम्पिक समिति ऑलम्पिक अभियान की सर्वोच्च सत्ता है .

ऑलम्पिक परिवार के तमाम सदस्य जैसे कि राष्ट्रीय ऑलम्पिक समितियों, अंतर्राष्ट्रीय  खेलकूद महासंघों, खिलाडियों, ऑलम्पिक खेलों की आयोजन समितियों, हिस्सेदारों एवम् संयुक्त राष्ट्र की एजंसियों के बीच यह समिति उद्दीपक का कार्य करती है.अंतर्राष्ट्रीय ऑलम्पिक समिति व्यापक कार्यक्रमों एवम् परियोजनाओं के जरिये इसे सफलता तक पहुंचाती है. समिति यह सुनिश्चित करती है कि ऑलम्पिक खेलों का नियमित आयोजन हो, ऑलम्पिक अभियान से जुडे तमाम सदस्य संगठनों को समर्थन प्राप्त हो और औचित्यपूर्ण रूप ऑलम्पिक मूल्यों का ढोस तरीके से संवर्धन हो .

समिति के 129 वें सत्र के दौरान रिओडी जानेरो में 2 और 4 अगस्त के बीच चुनाव होगा। अंतर्राष्ट्रीय ऑलम्पिक समिति के सदस्यों की भर्ती की स्वतंत्र प्रक्रिया ऑलम्पिक एजण्डा 2020 के आधार पर होगी । एक बार चुन लिये जाने पर नीता अम्बानी अपनी 70 वर्ष की आयु तक सदस्य के रूप में बनी रह सकेंगी .

नीता अम्बानी ने कहा “अंतर्राष्ट्रीय ऑलम्पिक समिति द्वारा नामित होना वाकई एक सम्मानजनक बात है. हमारे युवाधन को गढने, समुदायों को एकजुट करने और संस्कृतियों तथा पीढियों के बीच सेतु निर्माण करने के लिए खेलकुद की शक्ति पर मुझे भरोसा है। यह अवसर प्रदान करने के लिए मैं अंतर्राष्ट्रीय ऑलम्पिक समिति की आभारी हूं. यह भारत और भारतीय नारी का सम्मान है. अंतर्राष्ट्रीय ऑलम्पिक समिति के लक्ष्यों को प्राप्त करने में अपना योगदान देने के लिए मैं उत्सुक हूं.

नीता अम्बानी अंतर्राष्ट्रीय ऑलम्पिक समिति में नामित होनेवाली सर्वप्रथम भारतीय महिला है। देश में विभिन्न खेलों को प्रोत्साहित करने के कार्य में वह जुटी हैं और कतिपय बुनियादी कदम बड़े पैमाने पर उठाकर खेल प्रतिभाओं को विकसित करने पर ध्यान केन्द्रीत कर रही हैं। आपने जिन बुनियादी कार्यक्रमों की पहल की है उनसे 30 लाख बच्चों तक आप पहुंच सकी हैं ।

 

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