पड़ताल

गरीब बिहार में उपेक्षित है कीमती खनिज भंडार

मो. तसलीम उल हक.डिहरी-ओन-सोन. सन 1960 में स्थापित, एक भारतीय उपक्रम पीपीसीएल अमझोर। जो करोड़ों रूपये की विदेशी मुद्रा की बचत देती थी और...

चावल घोटाला-3,अब भूसे पर लाठी पीट रही है सरकार

राकेश प्रवीर. पटना। सैकड़ों करोड़ का चावल लापता हैं। आखिर ये चावल गए कहां, किसने लूटा? किससे उसकी वसूली होगी? कब होगी? किस तरह होगी? ये सारे सवाल मुंह बाये खड़े...

नोटबंदी के कारण मौत,कितना सच-कितना झूठ

अरुण साथी. नोटबंदी ने एक बार फिर पत्रकारिता को कठघरे में खड़ा कर दिया है। अंधभक्ति और अंधविरोध। चैनल पे यही दिखता है। ग्रामीण रिपोर्टर...

वादे ही वादे

प्रमोद दत्त,पटना.चुनाव के अवसर पर विभिन्न पार्टियों के लिए ‘घोषणा पत्र’ जारी करना अब मात्र औपचारिकता रह गया है. यही कारण है कि सीटों...

पटना की नई पहचान-सभ्यता द्वार

अनूप नारायण सिंह. पटना.मुंबई के गेटवे ऑफ इंडिया और नई दिल्ली के इंडिया गेट की तर्ज पर पटना में गंगा के तट पर सभ्यता द्वार...

चुनाव में दिखेगा जाली नोटों का जलवा

रिंकू पाण्डेय,पटना. क्राइम व कास्ट के लिए मशहूर बिहार चुनाव में इस बार जाली नोटो का जलवा भी दिखेगा. भारत के किसी राज्य में चुनाव...

क्या यह मोदी का “ऑपरेशन-राजनाथ” है ?

प्रमोद दत्त.  झारखंड में भाजपा की सरकार ने भ्रष्टाचार के आरोप में जिस बड़े व प्रभावशाली व्यक्ति की गर्दन को पकड़ा है उसे नरेन्द्र...

खगौल का बदहाल रंगमंच,प्रेक्षागृह को बनाया सामुदायिक भवन

सुधीर मधुकर.खगौल. प्रेक्षागृह और सुविधाओं के आभाव में स्थानीय करीब एक दर्जन से अधिक नाट्य संस्थाओं की गतिविधियाँ ठप्प है | साथ ही करीब 100 से...

जहां चुनाव में ही लगता मेला

रिंकू पाण्डेय,पटना.कुछ साल पहले प्रसिद्ध फिल्म निर्देशक प्रियदर्शन की एक फिल्म आई थी. हंगामा. उसमें गांव के एक भोले-भाले युवक का किरदार निभाया था...

चौपट होती कानून व्यवस्था,सरेआम हत्या-लूट-डकैती

निशिकांत सिंह. पटना. विगत कुछ दिनों से राज्य में अपराधिक घटनाओं में वृद्धि हुई है. राज्य के हर कोनें में कहीं न कहीं हत्या-रंगदारी की...