कोविड-19 के लिए अग्रिम योजना और आवश्यक व्यवस्था तैयार रखें-मुख्यमंत्री

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संवाददाता.पटना. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि राज्य का जनसंख्या धनत्व ज्यादा है इसलिये कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर हम सभी को ज्यादा से ज्यादा सचेत रहना होगा। उन्होंने निर्देश दिया कि कोविड-19 से निपटने के लिए अग्रिम योजना और उसके लिए आवश्यक व्यवस्था तैयार रखें।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कोविड-19 से संबंधित समीक्षा बैठक के दौरान यह निर्देश दिया। समीक्षा के दौरान स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने प्रजेंटेशन के माध्यम से बताया कि 7 अगस्त तक कोरोना के 8 लाख 70 हजार 852 सैंपल्स की जांच हुयी थी, जो आज की तिथि में बढ़कर 22 लाख 28 हजार 516 तक पहुंच गयी है। उन्होंने बताया कि इस अवधि में राज्य का रिकवरी रेट 64.44 प्रतिशत से बढ़कर अब 78.05 प्रतिशत हो गया है जो कि राष्ट्रीय औसत 74.30 प्रतिशत से लगभग 4 प्रतिशत अधिक है। उन्होंने जिलावार प्रति लाख एक्टिव केस और कोरोना पॉजिटिव रेशियो की जानकारी दी। उन्होंने जानकारी दी कि राज्य के 13 जिलों में 10 प्रतिशत से ज्यादा पॉजिटिव रेशियो है। इसे नियंत्रित करने के लिए प्रभावी रूप से कार्य किये जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि आरटीपीसीआर, ट्रूनेट और रैपिड एंटीजन टेस्ट को मिलाकर प्रतिदिन 1 लाख 15 हजार से अधिक सैंपल्स की जांच की जा रही है।

प्रस्तुतीकरण के दौरान प्रधान सचिव स्वास्थ्य ने बताया कि पी0एम0 केयर फंड के माध्यम से बिहटा में 500 बेड का कोविड हास्पीटल 23 अगस्त से फंक्शनल हो जायेगा। मुजफ्फरपुर में भी बहुत जल्द कोविड हास्पीटल निर्मित होकर फंक्शनल हो जायेगा। पहला कोवास 8800 मशीन 3 सितंबर तक आ जायेगा जिससे आर0टी0पी0सी0आर0 जांच की संख्या 3600 और बढ़ जायेगी और दूसरी मशीन भी जल्द आने की संभावना है।

समीक्षा के दौरान बेगूसराय, मुजफ्फरपुर, सहरसा, भागलपुर, पटना, मधुबनी एवं पूर्वी चंपारण के जिलाधिकारियों ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से प्रतिदिन अपने-अपने जिले में टेस्टिंग की संख्या में हो रही वृद्धि, कोविड हास्पीटल में बेडों की उपलब्धता, रिकवरी रेट, कन्टैक्ट ट्रेसिंग, कंटेनमेंट जोन में अधिक से अधिक जांच, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन और माइकिंग के माध्यम से लोगो को जागरुक करना, नियंत्रण कक्ष के माध्यम से मरीजों के स्वास्थ्य संबंधित जानकारी लेना, जिला टीम द्वारा होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों का निरीक्षण आदि से संबंधित जानकारी दी।

समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने निर्देश देते हुए कहा कि आरटीपीसीआर जांच की संख्या और बढ़ायें। उन्होंने कहा कि कोरोना एक्टिव के ज्यादा मरीज वाले जिलों में टेस्टिंग की संख्या और बढ़ाने की आवश्यकता है। दियारा और टाल इलाके में भी ज्यादा से ज्यादा जांच कराने का मुख्यमत्री ने निर्देश दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि आरटीपीसीआर मशीनों की और उपलब्धता जल्द से जल्द सुनिश्चित करायें ताकि जांच की संख्या में और वृद्धि हो सके। उन्होंने कहा कि अधिक से अधिक जांच होने से संक्रमितों की पहचान हो सकेगी, जिससे उनका सही समय पर उपचार हो सकेगा और बाकी लोगों को संक्रमण से बचाया जा सकेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना से संबंधित सभी आंकड़ों को अपडेट रखें और उसके आधार पर रणनीति बनाकर काम करें।मास्क के प्रयोग के लिए सभी को प्रेरित करें, मास्क के प्रयोग से होने वाले फायदे और नहीं प्रयोग करने पर होने वाले नुकसान के बारे में भी बतायें।मास्क का प्रयोग सभी लोग करें इसके लिए माइकिंग एवं अन्य प्रचार माध्यमों से लोगों को अवगत करायें। मुख्यमंत्री ने निर्देश देते हुए कहा कि सभी विभागों की वर्किंग एजेंसीज कार्य स्थल पर कार्यरत लोगों को मास्क पहनाना सुनिश्चित करें।

बैठक में मुख्य सचिव दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव मनीष कुमार वर्मा, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह उपस्थित थे, जबकि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से स्वास्थ्य मंत्री  मंगल पांडेय, प्रधान सचिव स्वास्थ्य  प्रत्यय अमृत, सभी प्रमंडलीय आयुक्त और सभी जिलाधिकारी जुड़े हुए थे।

 

 

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