देश मे प्रतिदिन कोरोना टेस्ट की क्षमता 2 लाख 50 हजार-अश्विनी चौबे

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संवाददाता.पटना.केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि देशवासियों को कोरोनावायरस को लेकर घबराने की जरूरत नहीं है प्रतिदिन टेस्टिंग की क्षमता में बढ़ोतरी हो रही है। मौजूदा समय में प्रतिदिन 2 लाख 50 हजार टेस्टिंग की क्षमता है। देश में अभी 780 सरकारी एवं 307 निजी टेस्टिंग लैब काम कर रहे हैं। इसमें प्रतिदिन बढ़ोतरी हो रही है।

केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री श्री चौबे बिहार जन संवाद कार्यक्रम के तहत सीतामढ़ी के बथनाहा विधानसभा क्षेत्र की जनता एवं का भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत कोरोनावायरस के संक्रमण काल में बेहतर काम किया है। आज कोरोना पॉजिटिव मरीजों के ठीक होने का दर 60. 80 प्रतिशत है। टेस्टिंग की संख्या बढ़ाई गई है। 4 जुलाई की सुबह 10:00 बजे तक 95 लाख 62 हजार 583 लोगों का टेस्ट हो चुका था। पिछले 24 घंटे में 2,42,383 टेस्ट हुए।

केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री श्री चौबे ने कहा कि केंद्र एवं राज्य सरकार इस संक्रमण काल में बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं देने के लिए कटिबद्ध है। केन्‍द्र सरकार कोविड-19 की रोकथाम, नियंत्रण और प्रबंधन के लिए राज्यों और केन्‍द्र शासित प्रदेशों के साथ मिलकर लगातार प्रयास कर रही है। महामारी से लड़ने के लिए स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत बनाने में केन्‍द्र सरकार बड़ी भूमिका में है। उन्होंने कहा कि कोविड से निपटने की सुविधाओं को विस्तार देने के साथ-साथ केन्द्र सरकार राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेश की सरकारों को पूरक प्रयासों के तहत मुफ्त चिकित्सा सामग्रियों की आपूर्ति कर रही है। भारत सरकार द्वारा आपूर्ति किए जाने वाले ये अधिकतर उत्पाद शुरुआत में देश में निर्मित नहीं थे और बाहर से मंगाए जा रहे थे।

वैश्विक महामारी के कारण कारण दुनिया भर में इनकी काफी मांग थी। जिसके परिणामस्वरूप विदेशी बाजारों में इनकी उपलब्धता काफी कम हो गई थी। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय, कपड़ा मंत्रालय, फार्मास्यूटिकल्स विभाग, उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग, रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन तथा अन्य घरेलू उद्योगों के संयुक्त प्रयासों से इस अवधि में आवश्यक चिकित्सा उपकरणों जैसे पीपीई, एन-95 मास्क और वेंटिलेटर आदि के निर्माण को देश में ही प्रोत्साहित किया गया। परिणामस्वरूप ‘आत्मानिर्भर भारत’ और ‘मेक इन इंडिया’ का संकल्प मजबूत हुआ। भारत सरकार द्वारा आपूर्ति की जाने वाली अधिकतर चिकित्सा वस्तुओं का विनिर्माण घरेलू स्‍तर पर ही किया जाने लगा।

पहली अप्रैल 2020 से लेकर अब तक केन्‍द्र की ओर से राज्‍यों, केन्‍द्र शासित प्रदेशों और केन्‍द्रीय संस्‍थानों को 2.02 करोड़ से ज्‍यादा एन-95 मास्‍क, 1 करोड़ 18 लाख से अधिक पीपीई किट और हाइड्रोक्‍सीक्‍लोरोक्‍वीन के 6 करोड़ 12 लाख टैबलेट मुफ्त वितरित किए जा चुके हैं। इसके अलावा 11300 ‘मेक इन इंडिया ’ वेंटिलेटर भी राज्‍यों, केन्‍द्र शासित प्रदेशों और केन्‍द्रीय संस्‍थानों को भेजे गए हैं। इनमें से 6154 वेंटिलेटर विभिन्‍न अस्‍पतालों तक पहुंचाए भी जा चुके हैं। भारत सरकार इन वेंटिलेंटरों को लगाना और चलाना भी सुनिश्चित कर रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री श्री चौबे ने गरीब कल्याण अनाज व रोजगार योजना के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि जन जन तक एनडीए सरकार की उपलब्धियों को अवगत कराएं। कोरोना वायरस के संक्रमण काल में केंद्र एवं राज्य सरकारों के दिशा निर्देशों का पालन करें। इसके लिए लोगों को जागरूक भी करें। कोरोना के विरुद्ध जंग को हम सभी धैर्य अनुशासन एवं संयम से हर हाल में जीतेंगे।

 

 

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