मंथन

निशाने पर पत्रकार,खतरे में पत्रकारिता

प्रमोद दत्त. पहले झारखंड में फिर बिहार में पत्रकार की हुई हत्या पर पत्रकारिता जगत आक्रोश में है.विपक्ष भी राजनीतिक रोटी सेंकने में लगा है.यही...

चुनाव में प्रलोभन ही क्यों-प्लान क्यों नहीं ?

प्रमोद दत्त. पटना. बिहार विभाजन (झारखंड गठन) के बाद बिहार को नए सिरे से सवांरने की जिस प्लानिंग की जरूरत थी वह प्लान किसी राजनीतिक...

कांग्रेस: यूपी का झटका,बिहार में खटका

प्रमोद दत्त. पटना.यूपी में सपा और बसपा द्वारा दिए झटके से कांग्रेस बिहार के मामले में सतर्क है।महागठबंधन में सीटों के तालमेल के मुद्दे पर...

भाजपा के विजयोत्सव ने गैरभाजपाइयों की बढाई बेचैनी

प्रमोद दत्त. पटना.आजादी के 75वें वर्ष में अमृत महोत्सव मनाए जाने के क्रम में प्रथम स्वतंत्रता आंदोलन के सेनानी बाबू वीर कुंवर सिंह को याद...

सरल हिंदी,लोकप्रिय हिंदी

(प्रमोद दत्त) ............... “अगर मुझे हिंदी नहीं आती  तो मेरा क्या होता.मैं लोगों तक कैसे पहुंचता.किसी भाषा की ताकत क्या होती है, इसका मुझे अंदाजा...

जानिए … नितिन नवीन ही क्यों?

प्रमोद दत्त. पटना। अभी अभी संपन्न हुए बिहार विधानसभा चुनाव में जब कुम्हार सीट से अरूण कुमार सिन्हा (कायस्थ) का टिकट काट दिया गया था...

आनन्द मोहन:आगामी चुनावों को कितना करेंगें प्रभावित ?

प्रमोद दत्त. पटना.1994 वैशाली लोकसभा के उपचुनाव में जीत के बाद 1995 विधान सभा के आमचुनाव में आनन्द मोहन अपनी राजनीतिक लोकप्रियता के शिखर पर...

बैकफुट पर जाऐंगे लालू,क्या है उनकी भावी रणनीति ?

प्रमोद दत्त. लालू प्रसाद अपने स्वाभाव के अनुसार किसी कीमत पर सत्ता से दूर नहीं होना चाहेंगें.खासकर वर्तमान परिस्थितियों में,जब उनपर आफतों का पहाड़ टूटा...

लालू हुए सक्रिय,राजद को टॉनिक…क्या हो सकता है आगे?

प्रमोद दत्त. पटना.दिल्ली में इलाज और स्वास्थ्य लाभ कर रहे राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद पार्टी में नया जान फूंकने के लिए सक्रिय हो गए हैं.वर्चुअल...

एक बार फिर बिहार में लालू बनाम नीतीश

प्रमोद दत्त. समाजवादियों के टूटने-जुड़ने की एक और पटकथा बिहार में लिखी गई.17 वर्षों तक एनडीए में रहनेवाले नीतीश कुमार,लालू प्रसाद के साथ तीन वर्षों...