मंथन

जहर पीने वाले कभी मरते नहीं

धनंजय कुमार. 30 जनवरी- राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि.महात्मा गांधी को राष्ट्रपिता कहकर सबसे पहले सुभाष चन्द्र बोस ने संबोधित किया था. जबकि ‘महात्मा’ का...

फिर सामने आई नीतीश कुमार की चाणक्य नीति

प्रमोद दत्त. पटना.मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बिहार की राजनीति में चाणक्य कहा जाता है.चुनाव के ठीक पहले दल-बदल के खेल में दूसरों पर भारी पड़ते...

नीतीश के लिए महाविजय के मायने

 (-मुकेश महान).....    एक बार, फिर से नीतीशे कुमार. बिहार में बहार, एक बार फिर नीतीश कुमार जैसे नारे जबर्दस्त सफल रहे इस विधान सभा चुनाव...

दब गया विकास का एजेंडा

(प्रमोद दत्त) ............... बिहार चुनाव की घोषणा से ठीक पहले नीतीश कुमार ने अपने मुख्यमंत्रित्वकाल की उपलब्धियों से संबंधित सात सूत्री एजोंडा बताया. उधर, प्रधानमंत्री...

आसान नहीं लालू के वोट का सफाया

प्रमोद दत्त. राजद सुप्रीमो की सातवीं जेल-यात्रा से यह कयास लगाए जा रहे हैं कि बिहार की राजनीति से उनकी जड़ें उखड़ जाएगी.एनडीए नेता व...

भारत में प्रजातंत्र का भविष्य

वैशाली सिन्हा. अधिकारों की असमानता तथा अवसरों की विषमता आन्दोलनों को जन्म देती है । इस प्रकार राजतंत्र तथा कुलीनतंत्र के ध्वंसावशेषों पर प्रजातंत्र राजनैतिक...

जातीय जनगणना:राजद के घोषित आंदोलन पर कई सवाल

प्रमोद दत्त. पटना.बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग से संबंधित सर्वदलीय फैसला जिस प्रकार आगे चलकर जदयू का एजेंडा बनकर रह गया...

फिर उसी दोराहे पर बिहार

प्रमोद दत्त.पटना.बिहार की राजनीति एक बार फिर उसी दोराहे पर खड़ी हो गई है.कभी नरेन्द्र मोदी के पीएम उम्मीदवार घोषित किए जाने पर नीतीश...

किसानों के आंसुओं की कीमत

डॉ नीतू नवगीत. चंपारण के किसानों के आंसू पोछने के लिए सौ साल पहले मोहनदास करमचंद गांधी चंपारण आए थे । किसान तब बेहाल थे...

चारा घोटाला:लालू की शुरूआती पैंतरेबाजी

प्रमोद दत्त. पटना.बिहार में वर्ष 1996 में जब चारा घोटाले का खुलासा हुआ था तब राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद मुख्यमंत्री थे और घोटाले को दबाने-...