लोगों के सहयोग से ही बचेगी गौरैया

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संवाददाता.बिहार शरीफ. नालंदा महिला कॉलेज में गौरैया संरक्षण अभियान व जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता करते हुए कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ अनिल कुमार गुप्ता ने कहा कि गौरैया हमारी संस्कृति, धरोहर और हमारे परिवार का सदस्य हैं। एक समय था  जब हर घर मे गौरैया मौजूद रहता था। लेकिन विकास और आधुनिकीकरण के इस दौर में इंसान का घर बड़ा हो गया और गौरैये के लिए दिल छोटा हो गया।

घोंसले निर्माण के नहीं मिलता स्थान

जब हमारे मिट्टी के मकान थे आसानी से गौरैया उसमे वास करती थी लेकिन नए भवन प्रणाली में उसके लिए कोई स्थान नही होता। इसलिए गौरैया शहर से दूर होती जा रही है। अब इसके लिए कृत्रिम घोंसला का वितरण व लगाने का कार्य किया जा रहज है।

गौरैये के लिए मिशन-2,500

इस मौके पर गौरैया संरक्षण अभियान के संचालक राजीव रंजन पाण्डेय ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि बिहारशरीफ निगम क्षेत्र में गौरैया संरक्षण का कार्य किया जा रहा है।अब तक 72 गौरैया का पता चला है। इसकी तेजी से घटती तादात को लेकर आगामी 20 मार्च तक मिशन-2,500 घोंसला चलाया जा रहा है। अभी तक जिले भर में 155 घोंसले लगाए जा चुके हैं। सभी लोग अपने छतों पर दाना-पानी का व्यवस्था करें और घोंसले के लिए स्थान प्रदान करें तभी लौट आएगी गौरैया।

किया गया घोंसला वितरण

गौरैया संरक्षण में सभी को आगे आने की अपील की और इस मौके पर कई छात्राओं के बीच घोसला का वितरण किया गया। जिलेभर में गौरैये की सूचना मिलने पर उन स्थानों को चिन्हित कर आगे घोंसला लगाया जाएगा।

कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन प्रो भवेश चंद्र ने किया जबकि कार्यकर्म की संयोजक डॉ मुसरतत जहां,डॉक्टर आशिया प्रवीण,डॉक्टर रामधनी पाल ने भी अपने अपने विचार व्यक्त किये।

 

 

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