सितम्बर के प्रथम सप्ताह से सवारी गाड़ियों को चलाने की तैयारी

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संवाददाता.पटना. कोरोना संकट के कारण रेल यात्रियों को हो रही परेशानी शीघ्र दूर होने वाली है | अगर राज्यों से रेल प्रशासन को रेलगाड़ियों को चलाने की अनुमति मिलती है तो , दानापुर रेल मंडल अंतर्गत सवारी गाड़ियों के साथ लम्बी दूरी की गाड़ियों को अगले सप्ताह सितम्बर से चलाने को तैयार है | इसकी जानकारी दानापुर रेल मंडल के डीआरएम सुनील कुमार ने मंडल के क्षेत्राधिकार से संबंधित उपलब्धियों पर वर्चुअल प्रेसवार्ता के माध्यम से मीडियाकर्मियों को दी है |

उहोंने कहा कि मंडल की ओर से पहले चरण में मंडल अंतर्गत पटना से बक्सर ,पटना से गया और पटना से किउल के बीच सुबह और शाम को सवारी ट्रेनों का परिचालन शुरू हो सकता है | वहीं लम्बी दूरी की १० जोड़ी एक्सप्रेस ट्रेनों को भी खास कर दिल्ली,मुंबई,हाबड़ा आदि के बीच चलाने को तैयार बैठे हैं , बस इन सभी राज्यों से जैसे-जैसे ट्रेनों को चलाने की अनुमति मिल जाए | आगामी सितम्बर में जेजेई सहित अन्य होने वाली प्रतियोगिता परीक्षाओं में शामिल होने वाले परीक्षार्थियों के लिए भी ट्रेनें चलायी जा सकती है पर इस के लिए भी वैसे राज्यों से अनुमति मिले तो निश्चित रूप से ट्रेनों को चलाया जा सकता है | इस के लिए मंडल की ओर से अपने जोनल कार्यालय को भेजा जा चुका है |

कार्यक्रम की शुरूआत पावर प्रजेंटेशन के माध्यम से मंडल के वरीय मंडल वाणिज्य प्रबंधक आधार राज ने मंडल में यात्री ट्रेनों एवं मालगाड़ियों के वेहतर  परिचालन, ,संरक्षा,सुरक्षा ,यात्री सुविधाएँ ,कोरोना संक्रमण के रोकथाम आदि जैसे महत्वपूर्ण विषयों के साथ-साथ भविष्य को योजनाओं पर पर  विस्तार पूर्वक जानकारी देने के साथ मीडियाकर्मियों के सवालों का जावाब भी दिए | उहोंने वैश्विक महामारी कोविड-19 से बचाव एवं सुरक्षित यात्रा के लिए विगत दिनों पटनासाहिब,राजेन्द्रनगर,पटना जं,पाटलीपुत्रा जं,दानापुर,आरा तथा बक्सर स्टेशनों पर ऑटोमेटिक वेन्डिंग मशीन लगाए जाने की जानकारी दिए | मालगाड़ियों का औसत गति पिछले वर्ष 15 कि.मी. प्रतिघंटा के  तुलना में इस वर्ष बढकर 40 कि.मी.प्रतिघंटा हो गया | वहीं समयपालन बढ़ कर 97% हो गया।मंडल सोलर पैनल के माध्यम से 1.75  मेगावाट जेनेरेट कर रहा है,जो कि पर्यावरण की दृष्टि से काफी फायदेमंद साबित होगा।

पार्सल शेडों को लोडिंग अनलोडिंग के लिए मंडल के पार्सल शेडों को विकसित किया गया है।रेलवे बोर्ड के दिशा निर्देशानुसार मंडल के सभी गुड्स शेडों में व्यापारियों एवं ट्रेडर्स के लिए माल ले जाने तथा लाने हेतु अन्य वाहनों की तुलना में विशेष रियायत भी दिये जा रहे हैं ताकि इस विशेष सुविधा का लाभ व्यापारी एवं  ट्रेडर्स लाभ उठा सकें। मिडिया द्वारा पुछे गये सवालों का मंडल रेल प्रबंधक ने गाड़ियों की गति बढ़ाये जाने एवं इंफ्रास्ट्रक्चर को विकसित करने के सवालों का संतोषजनक जवाब दिए। उहोंने दानापुर रेल मंडल कोविद अस्पताल में भर्ती होने वाले होने वाले रोगियों और चिकित्साकर्मियों की वर्तमान स्थितयों के सवालों के जवाब में कहा कि एक वेहतर मेंजेमेंट , उपलब्ध सुबिधाओं और चिकित्साकर्मियों की सेवा भावना के कारण ही जहाँ पहले 40-50 रोगी इस अस्पताल में भर्ती थे ,आज मात्र दो रह गया है,उस में भी काफी सुधार है | कोरोना संकट के दौरान रेल में भी आये आर्थिक संकट के दौड़ में , क्या पैसे की कमी होने से इसका असर खास कर संरक्षा पर पड़ा है ,उपस्कर की कमी हो रही है | इस के जवाब में डीआरएम ने कहा निश्चित रूप से कोरोना के कारण आर्थिक का संकट पूरे विश्व में जारी है | इस के वाबजूद रेल की पहली प्राथमिकता होती रेल गाड़ियों का सुरक्षित परिचालन, ताकि यात्री सकुशल यात्रा कर अपने गंतव्य स्थलों पर पहुंचे | खास कर लॉक डाउन के दौरान किउल में आरआरआई जैसे महत्वपूर्ण संरक्षा से जुड़े कार्य को भी पूरा किया गया | इस मद में पैसे की न पहले कमी थी और न अभी भी है | इस दौरान यात्री सुविधाओं से जुड़े भी कई महत्वपूर्ण कार्य किये गए | कर्मचारियों को भी समय पर वेतन मिल रहा है |

इस वार्ता में मिडियाकर्मियों के अलावा अरविन्द कुमार रजक,अपर मंडल रेल प्रबंधक (परिचालन) सहित सभी अधिकारी शामिल हुए तथा धन्यवाद ज्ञापन रवीश कुमार,अपर मंडल रेल प्रबंधक (इन्फ्रा) ने किया |

 

 

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