मुख्यमंत्री के निर्देश पर लॉकडाउन में विभिन्न राज्यों में फंसे लोगों को मिलती सुविधायें

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संवाददाता.पटना. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर लॉकडाउन के कारण देश के विभिन्न राज्यों में बिहार के फंसे लोगों के राहत पहुंचाने के लिए हरसंभव मदद मुहैया करायी जा रही है। जरूरतमंद एवं मजदूर वर्ग के प्रत्येक लोगों के खाते में 1,000 रुपए की राशि अंतरित की जा रही है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर बिहार फाउण्डेशन द्वारा दिल्ली सहित अन्य शहरों में राहत केंद्र बनाए गए हैं जहां भोजन के साथ-साथ फूड पैकेट्स भी वितरित किये जा रहे हैं। इसमें खर्च होने वाली राशि का व्यय मुख्यमंत्री राहत कोष से किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री के निर्देश पर बिहार फाउंडेशन के माध्यम से महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल एवं सिक्किम जैसे राज्यों के कई शहरों यथा मुंबई, पुणे, नागपुर, सूरत, अहमदाबाद, गोवा, कोलकाता, हैदराबाद, बेंगलुरु, सिक्किम तथा दिल्ली में राहत केंद्र चलाए जा रहे हैं। लोगों को प्रतिदिन दोनों समय का भोजन और प्रति व्यक्ति 15 दिन के लिए राशन पैकेट भी उपलब्ध कराए जा रहे हैं। 28 मार्च से अब तक 3,17,731 लोगों को राहत केंद्रों पर सुविधाएं उपलब्ध करायी जा चुकी हैं और राहत केंद्रों का विस्तार कर लोगों को हर संभव मदद दी जा रही है। 7 अप्रैल तक देशभर में 30,144 लोगों को राशन पैकेट वितरित किया गया है जिसमें दिल्ली के 18,349 लोग शामिल थे। इस राशन पैकेट में 5 किलोग्राम चावल, 3 किलोग्राम आटा, 1.5 किलोग्राम दाल, 500 ग्राम सरसों तेल, 500 ग्राम नमक, 2 किलोग्राम आलू, 1 किलोग्राम प्याज, 2 किलोग्राम पोहा/चूड़ा, हल्दी पाउडर 50 ग्राम, मिर्ची पाउडर 50 ग्राम, साबुन 1, गुड़/जैगरी 500 ग्राम शामिल है।

लाकडाउन के कारण बिहार के बाहर फॅसे बिहार के लोगों द्वारा बिहार फाउण्डेशन के माध्यम से किये जा रहे राहत कार्यों की प्रशंसा की जा रही है। लाभुक अपने वीडियो संदेश के माध्यम से राहत कार्यों की लगातार प्रशंसा कर रहे हैं।

बिहार सरकार कोरोना संक्रमण के खतरे के प्रति पूरी तरह से सचेत है और इसके संक्रमण को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठा रही है। कोरोना वायरस से लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है बल्कि इसके प्रति हम सबको सजग एवं जागरूक रहना होगा। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे राज्य के लोगों एवं राज्य के बाहर रहने वाले बिहार के लोगों, जरूरतमंदों एवं मजदूरों की मदद के लिये उनसे निरंतर सम्पर्क बनाये रखें।

 

 

 

 

 

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