जबतक शरीर में खून है,हम लड़ेंगे और आरक्षण पर आंच नहीं आने देंगे: लालू

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निशिकांत सिंह.पटना. राजद का आज 20वां स्थापना दिवस समारोह मनाया गया. इस मौके पर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू  प्रसाद ने कहा कि एनडीए की सरकार आर.एस.एस के इशारे पर बाबा साहब के बनाये संविधान से छेड़छाड़ की कोशिश कर रही है। ये लोग पिछड़ों, अकलियतों और समाज के वंचित वर्ग को मिली आरक्षण को खत्म करना चाहते हैं। लेकिन आज हम कसम खाते हैं कि जबतक शरीर में खून का एक कतरा भी रहेगा हम आरक्षण पर आंच नहीं आने देंगे. जातीय जनगणना के आंकड़ों को सार्वजनिक कराने के लिए पार्टी की ओर से शीघ्र ही जोरदार आन्दोलन शुरू किया जायेगा. सभी कार्यकर्ताओं को इसके लिए तैयार रहना चाहिए.

लालू प्रसाद ने कहा कि भाजपा की मुख्य इकाई आरएसएस की मंशा बहुत खतरनाक है.  वह मौजूदा संसद को संविधान सभा में बदलकर देश का नया संविधान लिखवाना चाहता है. दरअसल संघ ने कभी हमारे संविधान को क़ुबूल नहीं किया। जिस समय हमारा संविधान, संविधान सभा में पेश हुआ था उसी समय गोलवलकर ने कहा था कि यह संविधान विदेशी संविधानों का नक़ल है. हमारे देश का संविधान तो मनुस्मृति पर आधारित होना चाहिए. गोलवलकर के मुताबिक़ तो मनु स्मृति वेद के बाद हमारा सबसे पवित्र ग्रंथ है. मनुस्मृति कहता है कि शुद्र अगर वेद सुन लेता है तो उसके कान मे शीशा पिघला कर डाल देना चाहिए. शुद्र अगर द्विज के साथ पंगत में बैठ जाए तो उसके चुतर का माँस काट लेना चाहिए। मनुस्मृति शुद्रों और अछूतों को इंसान का दर्जा नहीं देता है. दरअसल जाति पर आधारित हमारी सामाजिक व्यवस्था गैरबराबरी पर आधारित है. यह महिलाओं को भी पुरूषों का ग़ुलाम मानता है.

दूसरी ओर भारत का संविधान बराबरी के सिद्धांत पर आधारित है. यह जातिय धर्म,लिंग, भाषा या क्षेत्र के आधार पर किसी प्रकार के भेदभाव को दंडनीय अपराध मानता है. हमारा संविधान दलितों और पिछड़ों को विशेष अवसर के सिद्धांत के आधार पर आरक्षण का प्रावधान करता है. अगर आरक्षण की व्यवस्था नहीं होती तो आज भी दलित पिछड़े और महिलाएँ द्विजों की ग़ुलामी करते रहते.

इसलिए मोहन भागवत जब आरक्षण के विरोध में बोलते हैं तो वह उनके मुँह से गलती से नहीं निकलता है. वह समझबुझ कर ऐसा बोलते हैं. वे हमारे संविधान वाले नहीं बल्कि मनुस्मृति वाले हैं. इसलिए आज जब स्वदेशी जागरण मंच के गुरूमुर्ति या गोविंदाचार्य या रामबहादुर राय जब मौजूदा संविधान जो उनके मुताबिक़ विदेशी संविधानों का नक़ल है को बदल कर ऐसा संविधान बनाना चाहते हैं जिसमें भारतीयता हो. यानी जिसका आधार चाहते हैं जब तक हमलोंगो के शरीर में ख़ून का एक बुंद भी बाक़ी रहेगा हम गरीब-गुरबा, धर्मनिरपेक्षता, सामाजिक व आर्थिक विषमता एवं बाबा साहेब द्वारा निर्मित संविधान की रक्षा के लिए लड़ते रहेंगे.

इस मौके पर उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने कहा कि इतनी बड़ी जीत का श्रेय किसी और को नहीं गरीबों की आवाज लालू प्रसाद जी को है. हमारे सांसद हो या विधायक सभी को जनता ने सेवा करने की जवाबदेही दी है. इसलिए हमसबों को मिलकर जनसेवा करनी है। हम अच्छा काम करेंगे तभी पार्टी की अच्छी छवि बनेगी. उन्होंने कहा कि हमसभी संघ मुक्त भारत बनाना चाहते हैं. भारत संघ मुक्त तभी होगा जब इसे समाजवादी रूप देंगे। अन्तिम पायदान पर बैठे लोगों को आगे लाना होगा पार्टी के अच्छे कामों का पूरा प्रचार होना चाहिए और भारतीय जनता पार्टी के दुष्प्रचार तंत्र का डट कर जवाब देना होगा. सड़क की योजनाओं के साथ-साथ अन्य योजनाओं में भी भारत की सरकार बिहार के साथ नाइंसाफी कर रहा है. उन्होंने कहा कि संगठन की मजबूती के लिए सौ-सौ कार्यकर्ताओं के साथ हमलोग मीटिंग करेंगे और फीडबैक लेंगे. उसके साथ ही सभी प्रमंडलों में पार्टी को मजबूत किया जायेगा।

राजद का 20वां स्थापना दिवस धूमधाम से समारोहपूर्वक मनाया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद द्वारा दीप प्रज्जवलन कर किया गया. इस मौके पर उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव और स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव सहित तमाम मंत्री और नेता उपस्थित थे। समारोह की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष डा. रामचन्द्र पूर्वे एवं स्वागत भाषण प्रधान महासचिव मुन्द्रिका सिंह यादव ने किया. स्थापना दिवस समारोह को पूर्व केन्द्रीय मंत्री डा. रघुवंश प्रसाद सिंह, प्रभुनाथ सिंह, अब्दुल बारी सिद्दिकी, जयप्रकाश नारायण यादव, एम.ए.ए.फातिमी, इलियास हुसैन, मंगनी लाल मंडल, डा. एजाज अहमद  ने भी संबोधित किया.

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