पीएम की धुंआधार सभाओं के मायने

23
0
SHARE

प्रमोद दत्त.

पटना। बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे व अंतिम फेज के चुनाव का प्रचार अभियान थम गया।कल 11 नवंबर को मतदान होगा।इस चुनाव अभियान में पीएम नरेंद्र मोदी ने 14 सभाएं की।

पीएम मोदी के आक्रामक भाषण और धुंआधार सभाओं को लेकर तरह तरह की चर्चा हो रही है। पहली चर्चा यह है कि बिहार की हार-जीत पर केन्द्र सरकार का भविष्य भी टिका हुआ है।

एनडीए की हार हुई और मुख्यमंत्री पद से नीतीश कुमार हटे तो केन्द्र सरकार को समर्थन जारी रखने पर जदयू में पुनर्विचार का दौर शुरू हो जाएगा।

दूसरी चर्चा यह है कि जिस प्रकार तेजस्वी यादव ने हर परिवार से एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने के साथ अनेक लोकलुभावन घोषणाएं धराधर करने लगे इसके प्रभाव में मतदाताओं के आ जाने का डर।

एक चर्चा यह भी है कि राहुल गांधी ने वोट चोरी का नैरेटिव बनाकर जो हमला शुरू किया उसका भी तगड़ा जवाब एनडीए की शानदार जीत ही हो सकता है।

यही कारण है कि 2020 में पीएम ने जहां 12 सभाएं की थी वहीं इस बार 14 सभाएं और एक पटना में रोड शो किया। इतना ही नहीं इस बार पीएम मोदी राजद पर ज्यादा आक्रामक रहे। जंगल राज की पूरी तस्वीर सामने रख दी।

इस चुनाव में दोनों गठबंधन के नेताओं ने चुनाव प्रचार में अपनी पूरी ताकत झोंक दी। पीएम की 14 सभाओं के अलावा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 84 सभाएं की जिसमें 11 सड़क मार्ग से और 73 सभाएं हेलिकॉप्टर से की।

केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 24, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने 11, केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 13, केन्द्रीय मंत्री व लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान ने 186, केन्द्रीय मंत्री व हम के अध्यक्ष जीतनराम मांझी ने 32 और पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा ने 46 सभाएं की।

दूसरी ओर महागठबंधन की ओर से विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने सबसे अधिक 183 सभाएं की। लोकसभा में प्रतिपक्ष के कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने 16, कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने 13, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने तीन सभाओं को संबोधित किया।

इस बार के चुनावी अभियान में नेताओं की सभाओं की संख्या जितनी अधिक रही, भाषण का स्वर भी उतना ही आक्रामक रहा। एनडीए ने विकास कार्यों को जहां मुद्दा बनाया वहीं लालू -राबड़ी शासनकाल के जंगल राज का भय भी दिखाया।

दूसरी ओर महागठबंधन के नेताओं ने बदलाव और रोजगार के मुद्दे पर मतदाताओं को आकर्षित करने की कोशिश की।

LEAVE A REPLY