निशिकांत सिंह.पटना. पटना के कंकड़बाग स्थित जयप्रभा अस्पताल का नाम नहीं बदलेगा. बिहार विधानपरिषद मे गैरसरकारी संकल्प पर चर्चा के दौरान मंत्री ने यह आश्वासन दिया. भाजपा सदस्य हरेंद्र प्रताप सिंह के गैरसरकारी संकल्प का जबाब देते हुए प्रभारी मंत्री आलोक मेहता ने कहा कि अस्पताल का नाम नहीं बदलेगा.
मंत्री ने कहा कि पांच सौ बेड वाले हॉस्पिटल का निर्माण दिल्ली के सुप्रसिद्ध अस्पताल मेदांता के द्वारा होगा. पीडीपी मोड पर बनने वाला अस्पताल को तीस वर्षों के लिए लीज पर दिया गया है. हरेंद्र प्रताप का कहना था कि मेदांता को दूसरी जगह पर जमीन सरकार दे और जेपी का सपना था जयप्रभा अस्पताल. इस अस्पताल का नींव तत्कालीन राष्ट्रपति नीलम संजीव रेड्डी ने रखी थी. इसे कैंसर एवं किडनी अस्पत्ताल बनाना था. राज्य सरकार पैसे के लोभ में जेपी का सपने को बेचना चाह रहीं है. जेपी के हम चेला है और जयप्रभा अस्पताल को गरीबों के लिए ही रहने दिया जाय.
इसपर मंत्री ने कहा कि राज्य के बीपीएल कैटेगरी के गरीबों के लिए 25 प्रतिशत बेड दिया गया है उनकी इलाज मुफ्त होगी. सभापति ने कहा कि आपकी बात को मंत्री जी मान गए है इसलिए अब अपना संकल्प वापस ले लिजिए.
	
















