मंथन

किसानों के आंसुओं की कीमत

डॉ नीतू नवगीत. चंपारण के किसानों के आंसू पोछने के लिए सौ साल पहले मोहनदास करमचंद गांधी चंपारण आए थे । किसान तब बेहाल थे...

चारा घोटाला:लालू की शुरूआती पैंतरेबाजी

प्रमोद दत्त. पटना.बिहार में वर्ष 1996 में जब चारा घोटाले का खुलासा हुआ था तब राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद मुख्यमंत्री थे और घोटाले को दबाने-...

किन्नर महोत्सव के मामले में बिहार आगे

मुकेश महान. बिहार में दूसरा किन्नर महोत्सव का आयोजन किया गया. यह आयोजन देखना सुखद रहा .गौरतलब है कि बिहार सरकार पिछले साल से यह...

बैकफुट पर जाऐंगे लालू,क्या है उनकी भावी रणनीति ?

प्रमोद दत्त. लालू प्रसाद अपने स्वाभाव के अनुसार किसी कीमत पर सत्ता से दूर नहीं होना चाहेंगें.खासकर वर्तमान परिस्थितियों में,जब उनपर आफतों का पहाड़ टूटा...

चुनाव में प्रलोभन ही क्यों-प्लान क्यों नहीं ?

प्रमोद दत्त. पटना. बिहार विभाजन (झारखंड गठन) के बाद बिहार को नए सिरे से सवांरने की जिस प्लानिंग की जरूरत थी वह प्लान किसी राजनीतिक...

क्या है नीतीश कुमार का अगला प्लान ?

प्रमोद दत्त. पटना. नीतीश कुमार का बार-बार यह दोहराया जाना कि वे सीएम नहीं बनना चाहते थे और यह भी कहना कि सरकार पूरे पांच...

जातीय जनगणना:राजद के घोषित आंदोलन पर कई सवाल

प्रमोद दत्त. पटना.बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग से संबंधित सर्वदलीय फैसला जिस प्रकार आगे चलकर जदयू का एजेंडा बनकर रह गया...

बिहार को हरियाणा-पंजाब बनाने के दावों का सच

प्रमोद दत्त. पटना.प्रवासी मजदूरों को लेकर पूरी फजीहत झेलने के बाद अब बिहार सरकार की नींद टूटी है. जिलाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि...

निशाने पर पत्रकार,खतरे में पत्रकारिता

प्रमोद दत्त. पहले झारखंड में फिर बिहार में पत्रकार की हुई हत्या पर पत्रकारिता जगत आक्रोश में है.विपक्ष भी राजनीतिक रोटी सेंकने में लगा है.यही...

एक बार फिर बिहार में लालू बनाम नीतीश

प्रमोद दत्त. समाजवादियों के टूटने-जुड़ने की एक और पटकथा बिहार में लिखी गई.17 वर्षों तक एनडीए में रहनेवाले नीतीश कुमार,लालू प्रसाद के साथ तीन वर्षों...