कैंसर की शुरुआती जांच के लिए खुले 14 डिटेक्शन सेंटर

458
0
SHARE
detection centers

संवाददाता.पटना. कैंसर से बचने में जागरुकता एवं अर्ली डिटेक्शन बेहद जरूरी है। शुरुआती दौर में इसकी पहचान कर ली जाए तो जान बचाना आसान होता है। मरीज को तीसरे और चौथे स्टेज में कैंसर जैसी घातक बीमारी का पता लगेगा तो मुश्किलें बढ़ जाएंगी, मगर हौसला नहीं हारना चाहिए। उचित इलाज कर इस पर समय से नियंत्रण पाने की कोशिश करनी चाहिए। कैंसर की रोकथाम के लिए राज्य में भी स्वास्थ्य विभाग की ओर से टाटा मेमोरियल हास्पिटल मुंबई के साथ एक एमओयू साइन 14 जिलों में डिटेक्शन सेंटर खुलवाया गया है।
उक्त बातें स्वास्थ्य मंत्री श्री मंगल पांडेय ने स्वयंसेवी संस्था गुलमोहर मैत्री की ओर से आयोजित कैंसर प्रीवेंशन ड्राइव (निःशुल्क स्वास्थ्य जांच कैंप एवं गर्भाशय कैंसर टीका अभियान) के उद्घाटन के मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में कहीं।
     श्री पांडेय ने कहा कि इस संस्थान के द्वारा सर्वाइकल एवं ब्रेस्ट कैंसर की शुरुआती जांच पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। ऐसा कर मरीज को बचाने में हम कामयाब हो सकते हैं। उन्होंने संस्था के 12 वर्षों के कार्यकाल में जनसरोकार के किए जा रहे कार्यों की प्रशंसा की। साथ ही कहा कि कैंसर के प्रति संस्थान की ओर से अर्ली डिटेक्शन एवं उचित ईलाज के साथ-साथ जागरुकता प्रयास काफी प्रशंसनीय कार्य हैं। संस्थान की ओर से चलाए जा रहे इस अभियान में चार जिलों में गर्भाशय कैंसर से बचाव का टीका 50-50 बच्चियों को पटना, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी व सीवान में दिया जाएगा, जो वरीय चिकित्सकों व पारा मेडिकल स्टाफ की देखरेख में दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि इन सभी चारों जिलों में मेमोग्राफी जांच मशीन से युक्त कैंसर जांच का वैन भी जायेगा, जिसमें स्तन कैंसर के मरीजों की जांच करायी जायेगी। कैंसर की रोकथाम के लिए राज्य में भी स्वास्थ्य विभाग की ओर से टाटा मेमोरियल हास्पिटल मुंबई के साथ एक एमओयू साइन 14 जिलों में डिटेक्शन सेंटर खुलवाया गया है। मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच में इसकी जांच भी होती है और प्रारंभिक इलाज भी हो रही है। राज्य में पहले जांच की स्थिति ऐसी नहीं थी। राज्य में गुलमोहर मैत्री व उनकी जैसी संस्थाओं के सहयोग से स्वास्थ्य विभाग को और मदद मिल रही है। आज जिस प्रकार से इस अभियान के तहत संस्थान का समर्पण है। वह निश्चित तौर पर समाज में कैंसर की लड़ाई में सहायक साबित होगा।
इस अवसर पर बिहार विधान परिषद में सत्तारुढ़ दल के उपनेता देवेश चंद्र ठाकुर ने कहा कि यदि हम जागरूक होंगे तो किसी भी परिस्थिति से मुकाबला कर सकते हैं। कार्यक्रम को विधायक श्रेयसी सिंह, आईएमए के राष्ट्रीय अध्यक्ष सहजानंद सिंह, एनसीसी के बिहार व झारखंड के एडीजी इंद्रजीत बालानजी, रुबन हास्पिटल के निदेशक डॉ सत्यजीत सिंह ने भी संबोधित किया। मौके पर एशियन हॉस्पिटल के मृत्युजंय, बिहार राज्य एड्स नियंत्रण समिति के एन के गुप्ता भी कार्यक्रम में उपस्थित थे। इसके पूर्व गुलमोहर मैत्री की सचिव मंजू सिन्हा ने सभी उपस्थित अतिथियों का स्वागत किया व संस्थान के कार्यों व उपलब्धियों को गिनाया।

 

 

LEAVE A REPLY