संभावित बाढ़ की तैयारी के लिए डीएम ने किया कोषांगों का गठन

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संवाददाता.पटना.जिला पदाधिकारी,डॉ.चन्द्रशेखर सिंह द्वारा संभावित बाढ़ की त्रुटिरहित सम्पूर्ण पूर्व तैयारी सुनिश्चित करने के लिए बाढ़ राहत कोषांगों का गठन किया गया है। ये सभी कोषांग संभावित बाढ़ के मद्देनजर बाढ़ राहत एवं सहाय्य संबंधी कार्यों का त्वरित निष्पादन करेगा।
डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि बाढ़ राहत एवं सहाय्य अत्यंत महत्वपूर्ण कार्य है। इसके लिए अन्तर्विभागीय समन्वय, सर्तकता एवं सजग रहने की आवश्यकता है। डीएम डॉ. चन्द्रशेखर सिंह ने कहा कि बाढ़ आने के पूर्व की तैयारियों पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। उन्होंने सभी पदाधिकारियों को बाढ़ आपदा प्रबंधन के लिए मानक संचालन प्रक्रिया का अक्षरशः अनुपालन सुनिश्चित करने का निदेश दिया।
डीएम डॉ. चन्द्रशेखर सिंह ने संभावित बाढ़ में आपदा से प्रभावित परिवारों को राहत पहुंचाने एवं अन्य कार्यों के समय निष्पादन हेतु आकस्मिकता के मद्देनजर निम्नवत कोषांगों का गठन किया है-
1.वित्त दर निर्धारण एवं पूर्वाकेंक्षण कोषांग- इस कोषांग का वरीय पदाधिकारी उप विकास आयुक्त को बनाया गया है। इस कोषांग का मुख्य कार्य खाद्य पदार्थों एवं अन्य सामग्रियों का आपात स्थिति में आवश्यकतानुसार एसओपी (मानक संचालन प्रक्रिया) के तहत आवश्यक खाद्य पदार्थों एवं अन्य सामग्रियों के दर का निर्धारण करना।
2.सामग्री आपूर्ति एवं भण्डारण कोषांग- इस कोषांग का वरीय पदाधिकारी प्रभारी निदेशक, राष्ट्रीय नियोजन कार्यक्रम, पटना को बनाया गया है। इस कोषांग का मुख्य कार्य स्थानीय स्तर एवं विभिन्न जिला से आपूर्ति की गयी सामग्री की प्राप्ति करना, प्राप्त सामग्री का भंडारण करना एवं रजिस्टर संधारित करना एवं नियमित रूप से आपूर्ति सुनिश्चित कराना है।
3.पैकिटिंग एवं निर्गत कोषांग- इस कोषांग के वरीय पदाधिकारी अपर जिला दण्डाधिकारी, आपूर्ति, पटना को बनाया गया है। इस कोषांग का मुख्य कार्य भंडारण कोषांग से सामग्री प्राप्त करना, निदेश के आलोक में सामग्रियों की निर्धारित मात्रा के अनुरूप पैकेट तैयार करना एवं तैयार पैकेट्स को निर्गत करना है।
4.गैर सरकारी, संस्थानों एवं अन्य श्रोतों से प्राप्त होने वाली सामग्री प्राप्ति कोषांग- इस कोषांग के वरीय पदाधिकारी विशिष्ट पदाधिकारी, अनुभाजन, पटना को बनाया गया है। इस कोषांग का कार्य गैर सरकारी संस्थानों/अन्य श्रोतों से प्राप्त हो रही सामग्रियों को गुणवत्ता जाँच के बाद प्राप्त करना है।
5.हवाई अड्डा समन्वय कोषांग- इस कोषांग के वरीय पदाधिकारी अपर समाहर्त्ता, पटना को बनाया गया है। इस कोषांग का कार्य चिन्हित सामग्री पैकेटिंग स्थल एसके मेमोरियल हॉल आदि से राहत सामग्री प्राप्त कर ट्रकों/वाहनों से सामग्री हेलीकॉप्टर पर लोड कराना है।
6.परिवहन कोषांग- इस कोषांग के वरीय पदाधिकारी अपर समाहर्त्ता, पटना को बनाया गया है। इस कोषांग का कार्य राहत सामग्री को लाने एवं ले जाने हेतु ट्रक एवं छोटी वाहन की व्यवस्था कराना एवं क्रू मेम्बर क लिए वाहन की व्यवस्था करना है।
7.नयाचार/मीडिया कोषांग- इस कोषांग का वरीय पदाधिकारी अपर जिला दण्डाधिकारी, सामान्य, पटना को बनाया गया है। इस कोषांग का कार्य क्रू मेम्बर के आवासन/भोजन (मादक पदार्थ छोड़कर) की व्यवस्था, अन्य जिला से आये पदाधिकारी/प्रतिनिधियों के आवासन की व्यवस्था करना, मीडिया को सूचना उपलब्ध कराना एवं जिला नियंत्रण कक्ष, पटना में जिला सूचना केन्द्र स्थापित करना है।
8.विधि-व्यवस्था कोषांग- यह कोषांग अपर जिला दण्डाधिकारी, विधि व्यवस्था की अध्यक्षता में कार्यरत रहेगा तथा एक पुलिस उपाधीक्षक पीसीआर, पटना इनके सहयोग में अपनी पूरी टीम के साथ रहेंगे। इस कोषांग का कार्य एस के मेमोरियल हॉल/स्टेट हैंगर पर विधि-व्यवस्था संधारण हेतु दण्डाधिकारी/सुरक्षा बल की प्रतिनियुक्ति करना है।
9.प्रतिवेदन कोषांग- इस कोषांग के वरीय पदाधिकारी अपर समाहर्त्ता, विशेष कार्यक्रम, पटना को बनाया गया है। इस कोषांग का कार्य राहत सामग्री के प्राप्ति एवं निर्गत संबंधी दैनिक प्रतिवेदन तैयार करना एवं आपदा प्रबंधन शाखा को संचिका/पंजी संधारण करने में सहयोग प्रदान करना।
10.मानव चिकित्सा/पशु चिकित्सा एवं पशुचारा कोषांग- सिविल सर्जन, पटना एवं जिला पशुपालन पदाधिकारी, पटना द्वारा अनुमण्डल स्तर/प्रखण्ड स्तर पर मानव चिकित्सा व्यवस्था पशु चिकित्सा व्यवस्था एवं पशुचारा की उपलब्धता से संबंधित सूचनाओं का आदान-प्रदान करेंगे।
11.राहत केन्द्र कोषांग- इस कोषांग के वरीय पदाधिकारी अपर जिला दण्डाधिकारी, सामान्य, पटना को बनाया गया है। इस कोषांग का कार्य सभी अनुमंडल स्थित प्रखंडो में संचालित राहत केन्द्रों के व्यवस्था से संबंधित प्रतिवेदन प्राप्त करना, सभी राहत केन्द्रों से प्राप्त व्यवस्था से संबंधित सूचना से अवगत कराना एवं राहत केन्द्रों पर आवश्यकतानुसार कमी की भरपाई हेतु संबंधित कोषांग के वरीय पदाधिकारी को प्रतिवेदन से अवगत कराना है।
डीएम डॉ. सिंह ने इन कोषांगों के साथ अन्य पदाधिकारियों को संबद्ध करते हुए कोषांगों के दायित्वों का निर्धारण किया है। उन्होंने आम जनता से भी आपदा की स्थिति में भरपूर सहयोग प्रदान करने का आह्वान किया है। डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि संभावित बाढ़ से निपटने हेतु जिला प्रशासन पूरी तरह सजग है। उन्होंने कहा कि बाढ़ प्रभावितों के जान-माल की सुरक्षा एवं ससमय राहत पहुँचाना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है।

 

 

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