‘जनता के दरबार में मुख्यमंत्री’में पहुंचे 187 लोग,सीएम ने सुनवाई कर दिये आवश्यक निर्देश

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Janta ke Darbar me CM

संवाददाता.पटना.मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सोमवार को मुख्यमंत्री सचिवालय परिसर में आयोजित जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में शामिल हुए। जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने राज्य के विभिन्न जिलों से पहुंचे 187 लोगों की समस्याओं को सुना और संबंधित विभागों के अधिकारियों को समाधान के लिए समुचित कार्रवाई के निर्देश दिए।
“जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में सामान्य प्रशासन विभाग, गृह विभाग, राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग, मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग, निगरानी विभाग तथा खान एवं भूतत्व विभाग के मामलों पर सुनवाई हुयी।
   मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जनता के दरबार में हाजिर होकर लोगों की शिकायतें सुनीं। जनता दरबार में कहलगांव, भागलपुर के एक वृद्ध फरियादी ने मुख्यमंत्री से कहा कि दबंग विपक्षियों द्वारा हमारी खतियानी जमीन को जबरन कब्जा कर लिया गया है और इस मामले में हमारे बेटे को ही पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। मुख्यमंत्री ने डी०जी०पी० को इस मामले में उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया। वहीं बेतिया के एक बुजुर्ग ने जे०पी० सेनानी पेंशन नहीं मिलने की शिकायत मुख्यमंत्री से की। 1974 में जेल जाने ने के बावजूद उन्हें जे0पी0 सेनानी पेंशन नहीं मिल रहा है। मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग को उनके आवेदन पर नियमों के अनुसार विचार करने का निर्देश दिया।
इसी प्रकार बेतिया से आये एक युवक ने कहा कि हमारे पिता बिहार पुलिस में कार्यरत थे। सेवा के दौरान उनकी मृत्यु हो गई। मौत के बाद हमें अनुकंपा पर नौकरी नहीं दी जा रही है। पुलिस विभाग की तरफ से जानकारी दी गई कि आपके 2-2 भाई नौकरी में हैं इसीलिए आपको अनुकंपा पर नौकरी नहीं दी जा सकती। इस पर मुख्यमंत्री ने डी०जी०पी० से जांच कर उचित कदम उठाने का निर्देश दिया। रहुई, नालंदा से आए युवक ने गंगाजल उद्वह योजना में भूमि अधिग्रहण के मुआवजा के भुगतान की शिकायत की तो वहीं पूर्णिया के एक फरियादी ने शिकायत करते हुए कहा कि बाजार समिति, गुलजारबाग, पूर्णिया के प्रभारी द्वारा दुकान आवंटन में जालसाजी की गयी है।
जहानाबाद की एक युवती ने अपनी समस्या सुनाते हुए कहा कि उनके पिताजी को जबरन अगवा कर उनकी जमीन रजिस्ट्री करवा लेने एवं जान से मारने की धमकी दी गई है। वहीं हिलसा, नालंदा के एक व्यक्ति ने अपनी नाबालिग बच्ची के अपहरण किए जाने की शिकायत की और इस मामले में आरोपियों के गिरफ्तारी की मांग की। जहानाबाद की एक महिला ने शिकायत करते हुए कहा कि जहानाबाद जिले के हुलासगंज अंचल के अंचलाधिकारी एवं सर्किल इंस्पेक्टर के द्वारा उनके जमीन के दाखिल खारिज में अनियमितता की गई है। वहीं कलेर, अरवल के एक युवक ने पंचायत की जलाशय की जमीन को अतिक्रमणमुक्त किए जाने की मुख्यमंत्री से शिकायत की।
बेतिया के एक युवक ने पिता के हत्या के आरोपियों के गिरफ्तार नहीं किए जाने की शिकायत की और कहा कि आरोपियों द्वारा उन्हें जान से मारे जाने की धमकी लगातार दी जा रही है।गया से आये एक फरियादी ने मुख्यमंत्री से कहा कि हमारी जमीन को दबंगों द्वारा कब्जा कर लिया गया है। शिकायत करने के बाद जिलाधिकारी ने कब्जा हटाने का आदेश दिया था लेकिन जिलाधिकारी के आदेश को अंचलाधिकारी ने मानने से इनकार कर दिया।
जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री रामसूरत कुमार, मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन मंत्री सुनील कुमार, खान एवं भूतत्व मंत्री जनक राम, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव त्रिपुरारी शरण, पुलिस महानिर्देशक एस०के० सिंघल, अपर मुख्य सचिव गृह चैतन्य प्रसाद, अपर मुख्य सचिव राजस्व एवं भूमि सुधार विवेक कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, खान एवं भूतत्व विभाग की प्रधान सचिव हरजोत कौर, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, संबंधित विभागों के सचिव, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, पटना के जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह तथा वरीय पुलिस अधीक्षक उपेंद्र शर्मा उपस्थित थे।
जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में पत्रकारों ने भी काफी रुचि दिखाई है। इसके लिए सभी पत्रकारों को बधाई देता हूं। जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में प्रतिदिन शिकायत करने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम इस में आने वाले सभी लोगों की बातों को ध्यान से सुनकर उनकी समस्याओं का समाधान कराया जाता है। हमलोगों का शुरु से प्रयास रहा है कि लोगों की समस्याओं का समाधान हो इसको लेकर लोक शिकायत निवारण अधिकार कानून बनाया गया। इसके माध्यम से भी लोगों की समस्याओं का समाधान कराया जाता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस कार्यकाल की शुरुआत में ही हमने तय किया था कि एक बार फिर से जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम शुरु करेंगे। पिछले 5 महीने से यह कार्यक्रम जारी है। कोरोना के कारण अभी संख्या को सीमित किया गया है। कोरोना का दौर खत्म होने के बाद जो भी इच्छुक होंगे वे जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में शामिल हो सकेंगे।
उन्होंने कहा कि कोरोना के केस अभी काफी कम हो गये हैं लेकिन अभी भी हम सबको अलर्ट रहना है। पर्व के दौरान बाहर से लोग अपने राज्य बिहार आते हैं। इसको लेकर हमलोग ज्यादा से ज्यादा कोरोना की जांच करवा रहे हैं। बाहर से आने वाले लोगों की कोरोना जांच के साथ ही अगर उनका टीकाकरण अभी तक नहीं हुआ है तो उनका टीकाकरण भी करवायेंगे। इसके लिए प्रचार-प्रसार के माध्यम से लोगों को प्रेरित किया जा रहा है। अभी जितने कोरोना के केस सामने आ रहे हैं उसमें से अधिकांश बाहर से आने वाले लोगों में ही सामने आ रहा है। कोरोना को लेकर हमलोग शुरु से ही सतर्क हैं। अभी बिहार में प्रतिदिन 2 लाख से यादा कोरोना की जांच की जा रही है। मेगा वैक्सीनेशन अभियान चलाकर टीकाकरण भी काफी तादाद में किया जा रहा है। 7 नवंबर के मेगा अभियान में भी बड़ी संख्या में टीकाकरण किया जायेगा। हमे उम्मीद क कुछ दिनों बाद हमलोगों को कोरोना से मुक्ति मिल जायेगी लेकिन कोरोना को लेकर अभी हमलोगों को सतर्क और सचेत रहने की जरुरत है। छठ पर्व को लेकर बाहर से बिहार आना लोगों का शुरू हो चुका है। हमलोगों की कोशिश है कि बाहर से आने वाले सभी लोगों की कोरोना जांच हो जाये ताकि संक्रमण फैले नहीं।

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