कोरोना जांच के मामले में अरवल सदर अस्पताल की लापरवाही

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संवाददाता.अरवल.कोरोना के समय अरवल सदर अस्पताल में कोरोना जांच में लापरवाही की जा रही है।कोरोना संक्रमण पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा तैयारी को लेकर किए जा रहे दावों की सच्चाई तब सामने आ गई जब एक पत्रकार के परिवार के साथ लापरवाही बरती गई और कोरोना जांच को टाला गया।

रविवार को सदर अस्पताल अरवल में अधिक बुखार से पीड़ित महिला रिंकी कुमारी जो कि नगर परिषद क्षेत्र अरवल वार्ड नंबर 12 मोथा की रहने वाली हैं और पत्रकार संगठन आईएफडब्ल्यूजे के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मोहन कुमार की पत्नी हैं।पत्रकार मोहन कुमार सहित पूरा परिवार बुखार से पीड़ित थे। अपने घर में प्राथमिक उपचार से राहत न मिलने के बाद पति-पत्नी सदर अस्पताल पहुंचे। निर्देशानुसार सदर अस्पताल में ओपीडी वाह चिकित्सा पद्धति में इलाज से पहले कोरोना जांच की प्राथमिकता है ,इसके अनुपालन में लगभग आधे घंटे सदर अस्पताल के हर कमरे एवं उपस्थित कर्मचारी सुरक्षा गार्ड से कोरोना जांच हेतु जानकारी प्राप्त करने हेतु करने के लिए पत्रकार की पत्नी भटकती रही। उपस्थित कर्मचारी एवं एक कमरे में उपस्थित एक अधिकारी और उपस्थित सुरक्षा गार्ड एवं उपस्थित कर्मचारियों द्वारा बताया गया कि आज रविवार को कोरोना जांच नहीं होता है।यह पूछे जाने पर की आज से 3 दिन तक लगातार जांच और और वैक्सीन लगाने की प्रक्रिया में तेजी लाने एवं आम आवाम को जागरूक करने का अभियान भी है फिर भी जांच नहीं हो रहा है।

इस सवाल पर सभी कर्मचारी सुरक्षा गार्ड एक पत्रकार के कैमरे से बचते नजर आए। इसके पश्चात उक्त रिंकी कुमारी ने ओपीडी में पर्चा बनाकर मौजूद चिकित्सक से अपना जांच करवाया और उनके द्वारा दवा लेने की सलाह दी गई। साथ ही उनके द्वारा समय-समय पर कोरोना जांच की भी सलाह दी गई। परंतु अस्पताल प्रशासन के उदासीन रवैया के कारण चिकित्सकों का सलाह भी एक बेमानी आश्वासन नजर आ रहा है। बीमार पत्रकार द्वारा यह बताने कि वीडियो सभी अधिकारियों को भेज रहा हूं के बाद भी लोगों द्वारा कोई गतिविधि जांच के दिशा में नहीं की गई।कोरोना जांच की सलाह और दवा लेकर पत्रकार पति-पत्नी को वापस लौटना पड़ा।

 

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