जाप का आरोप,मधुबनी व नवादा कांड के लिए प्रशासन जिम्मेदार

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संवाददाता.पटना.जन अधिकार पार्टी (लो) द्वारा मधुबनी के महम्मदपुर गोलीकांड तथा नवादा में जहरीली शराब कांड की जाँच हेतु गठित कमिटी ने दोनों जगहों का दौरा करने के पश्चात एक संवादाता सम्मेलन में अपनी रिपोर्ट जारी की। रिपोर्ट में जाप नेताओं ने दोनों कांड के लिए बिहार सरकार की ढीली प्रशासनिक व्यवस्था को जिम्मेदार ठहराया है।

पार्टी के प्रधान राष्ट्रीय महासचिव रघुपति सिंह ने कहा कि भय और आतंक का वातावरण बनाकर रंगदारी वसूलने के नियत से इस सामूहिक नरसंहार को अंजाम दिया गया है। इस कांड के मुख्य आरोपी प्रवीण झा व उसके साथियों को सत्ताधारी भाजपा के विधायक एवं मंत्री का खुला संरक्षण प्राप्त है। स्पीडी ट्रायल कर इन्हें फांसी की सजा दी जानी चाहिए। इस निर्मम घटना के लिए बिहार सरकार को नैतिक रूप से इस्तीफा देना चाहिए।
मधुबनी जाँच कमिटी में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राघवेन्द्र सिंह कुशवाहा, राष्ट्रीय महासचिव व प्रवक्ता प्रेमचंद सिंह, राजेश रंजन पप्पू, प्रदेश महासचिव अरुण कुमार सिंह तथा सचिव अभिजित सिंह शामिल थें।नवादा में जहरीली शराब कांड की जाँच कमिटी की अध्यक्षता करने वाले पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राघवेन्द्र सिंह कुशवाहा ने कहा कि सत्ता के संरक्षण में पूरे राज्य में शराब का अवैध व्यापार बढ़ रहा है। इसमें पुलिस भी सहयोग कर रही है। गाँव के दौरे के क्रम में मृतकों के परिजनों ने बताया कि जब लोगों को उल्टी और दस्त होने लगे तो प्रशासन की ओर से लाउडस्पीकर से प्रचार करवाया गया कि शहर में डायरिया का प्रकोप हो गया है। जो लोग सदर अस्पताल में भर्ती हुए और मर गए तो उन्हें प्रशासन ने यह भय दिखाकर लाश को जल्द दफ़नाने को कहा कि यदि जाँच होगी तो शराब कांड में परिजनों की गिरफ्तारी होगी। करीब 18 लोग अंधे हो चुके हैं तथा 12 लोग अंशतः या पूर्णत: लकवा के शिकार हो गए हैं।
राघवेन्द्र सिंह कुशवाहा के अलावा नवादा जाँच कमिटी में पार्टी के प्रदेश महासचिव अरुण कुमार सिंह, आनंद कुमार सिंह, प्रदेश सचिव संजय सिंह, वरुण सिंह, चन्दन सेठ, दीपक रजक एवं आदर्श पटेल शामिल थे।
जाप ने मांग की है कि मृतकों के परिजनों को मुआवजे के रूप में 25 लाख रुपया, सुरक्षा, बच्चों को आजन्म निःशुल्क सम्पूर्ण शिक्षा एवं प्रत्येक विधवा को सरकारी नौकरी दी जानी चाहिए।

 

 

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