क्या चुनाव वाले पांच राज्यों में कोरोना नहीं है?- पप्पू यादव

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संवाददाता.पटना.छत्तीसगढ़ के बीजापुर में नक्सलियों के खिलाफ लड़ते हुए जान गंवाने वाले जवानों के प्रति जन अधिकार पार्टी (लो) के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव ने अपनी संवेदना प्रकट की है। साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि भाजपा सरकार को विपक्षी दलों को तोड़ने और सरकार गिराने से फुर्सत नहीं है।  वे सिर्फ अपनी सियासत के बारे में सोचते हैं। देश की 130 करोड़ जनता और जवानों – किसानों से उन्हें कोई मतलब नहीं है।
कोरोनावायरस के बढ़ते मामले पर पप्पू यादव ने कहा कि आज कोरोना देश के लिए अभिशाप बन चुका है। सरकार ने कभी इसे गंभीरता से नहीं लिया। कभी ताली और थाली बजवाया तो कभी दीप जलवाया। स्कूल, कॉलेज और कोचिंग संस्थान बंद कर दिए गए हैं लेकिन पांच राज्यों में चुनाव हो रहे हैं। क्या वहां कोरोना नहीं है?
उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के कारण देश की अर्थव्यवस्था बर्बाद हो चुकी है। उस समय आम जनता के रोजगार और जीवन की बारे में सरकार ने फ़िक्र नहीं की और फिर जब बिहार में चुनाव का समय आया तो चुनाव करवाए जिसमें कोरोना के किसी नियम का पालन नहीं हुआ।
सरकार पर असंवेदनशीलता का आरोप लगाते हुए जाप अध्यक्ष ने कहा कि सरकार फैसले लेते समय आम आदमी के हितों के बारे में नहीं सोच रही है। नोटबंदी के समय कहा गया था कि इससे आतंकवाद और नक्सलवाद की कमर टूट जाएगी लेकिन आज इतने समय बाद भी कश्मीर और उत्तर पूर्व में शांति नहीं है। सरकार ने कालेधन को लेकर भी लोगों को बेवकूफ बनाया गया।
उल्फा द्वारा अपहरण किए गये खगड़िया जिले के राम कुमार का जिक्र करते हुए पप्पू यादव ने कहा कि राम कुमार की रिहाई के लिए मैं लगातार उल्फा चीफ परेश बरुआ के साथ बात कर रहा हूँ। राम की रिहाई में न भारत सरकार की दिलचस्पी है और न ही नीतीश कुमार की। उनके बच्चों, माता-पिता और परिवार की पीड़ा को सरकार नहीं समझ रही है। असम के प्रणव गोगोई को उल्फा ने छोड़ दिया है यदि सरकार कोई ठोस कदम उठाए तो राम कुमार भी वापस अपने घर लौट पाएंगे।

 

 

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