तटबंधों से संबंधित सभी कार्यों को 15 मई तक पूरा करा लें- मुख्यमंत्री

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संवाददाता.पटना. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि एक टीम बनाकर तटबंध की सभी साइट की पूरी स्टडी कराएं। जहां-जहां भविष्य में खतरे की संभावना हो सकती है उसे चिन्हित कर उसके सुदृढ़ीकरण का कार्य कराएं। घनी आबादी वाले क्षेत्रों में तटबंधों की मजबूती को ध्यान में रखते हुए स्टील शीट पाइल कराएं। तटबंधो से संबंधित सभी कार्यों को 15 मई 2021 तक पूर्ण करा लें।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को गोपालगंज जिले के बैकुंठपुर प्रखंड अंतर्गत बंधौली-शीतलपुर-फैजुल्लापुर जमींदारी बांध पर कराए जा रहे कटाव निरोधक कार्य का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कटाव की स्थिति की विस्तृत जानकारी ली।

निरीक्षण के दौरान जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा, मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन मंत्री सुनील कुमार, सांसद डॉ0 आलोक कुमार सुमन, विधायक प्रेमशंकर यादव, जल संसाधन विभाग के सचिव संजीव हंस, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, आयुक्त सारण प्रमंडल पूनम, पुलिस उप महानिरीक्षक सारण रेंज  मनु महाराज, जिलाधिकारी नवल किशोर चौधरी, पुलिस अधीक्षक आनंद कुमार, अभियंता प्रमुख, जल संसाधन विभाग राजेश कुमार सहित अन्य वरीय पदाधिकारी एवं अभियंतागण मौजूद थे।

निरीक्षण के पश्चात पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले वर्ष जब बाढ़ आयी थी तो उस दौरान हमने इन क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण कर स्थिति को देखा और समझा था। इस क्षेत्र के लोगों को काफी समस्या हुई थी। सड़कों एवं तटबंधों की भी क्षति हुई थी। बाढ़ खत्म होने के बाद निर्माण कार्य शुरु किया गया। इन सब कार्यों को तेजी से पूर्ण करना है ताकि फिर से लोग प्रभावित न हों। जल संसाधन विभाग, विशेषज्ञों की मदद से और एन0आई0टी0 के सहयोग से इस कार्य को बेहतर ढंग से पूर्ण कर रहा है। हमने आज स्थल पर आकर निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया और अधिकारियों को जरुरी सुझाव दिये। उन्होंने कहा कि मैंने अधिकारियों से कहा है कि इसी साल 15 मई तक तटबंधों के सभी कार्यों को पूर्ण करें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जहां घनी आबादी है उन क्षेत्रों में इम्बैंक्मेंट में स्टील शीट पाइल करें ताकि सुदृढ़ीकरण कार्य और बेहतर हो सके। स्टील शीट पाइल का प्रयोग बिहार में पहली बार किया गया है। यह मधुबनी जिले में प्रोटेक्शन कार्य के लिए किया गया था जिसका अनुभव  काफी अच्छा रहा। इसमें 12 मीटर जमीन के नीचे तक तकनीक के माध्यम से स्टील शीट डाला जाता है जिससे तटबंध में काफी मजबूती आती है।

उन्होंने कहा कि हमने आज विभाग के अधिकारियों से कहा है कि गंडक नदी की दोनों तरफ के इम्बैंक्मेंट का विशेषज्ञों से पुनः अध्ययन करवा लें ताकि जहां भी खतरे की संभावना हो उसका सुदृढ़ीकरण कार्य ससमय पूर्ण किया जा सके। इससे लोगों को किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं होगी। हमने केसरिया तक जाकर भी एप्रोच रोड का मुआयना किया है और पथ निर्माण विभाग को भी कार्य को तेजी से पूर्ण करने का निर्देश दिया है।

 

 

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