चीन के साथ विवाद में देश के साथ है एनएफडीपी

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संवाददाता.पटना.लद्दाख क्षेत्र में सीमा विवाद चीन का भारत को दबाब में लाने की कूटनीतिक चाल है लेकिन चीन की यह रणनीति उसके लिए ही घातक हो सकती है। एक तरफ़ जहां चीन कोरोना बीमारी के कारण विश्वपटल पर संदेह के घेरे में है, वहीं भारत के साथ इस आपदा काल में सीमा विवाद चीन को विश्व में अलग-थलग कर देगा। ये बातें नेशन फर्स्ट डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राजीव रंजन ने एक विज्ञप्ति जारी कर कही।

उन्होंने कहा कि आज चीनी सैनिकों के साथ सीमा पर झड़प में हमारी सेना के कमांडिंग ऑफिसर सहित दो जवान शहीद हो गए। दूसरी तरफ चीन के अखबार ग्लोबल टाइम्स के अनुसार चीन के भी पांच सैनिक मारे गए तथा 11घायल हो गए। चीन यह जानता है कि 1962 वाला भारत अब नहीं है। 2020 के भारत के सामने सीमा पर विवाद को बढावा देकर चीन खुद अपने पैरों में कुल्हाड़ी मार रहा है।

चीन को यह भी समझने की जरुरत है कि आज का भारत अपना बचाव तो बेहतर तरीके से कर ही सकता है। भारत की सेना भी किसी भी दुश्मन देश से लोहा लेने में सक्षम है।साथ ही चीनी सामानों का वहिष्कार चीन की अर्थव्यवस्था को काफी हद तक नुकसान पहुंचाने में भी भारत सक्षम है। राजीव रंजन ने कहा कि हमारी पार्टी एनएफडीपी चीन के साथ सीमा विवाद तथा तनाव में भारतीय सरकार तथा सेना का पूरा समर्थन करती है। एनएफडीपी के प्रदेश अध्यक्ष राजीव रंजन ने कहा की भारतीय सेना चीन को ईंट का जवाब पत्थर से देने में पूरी तरह सक्षम है और इसमें सरकार तथा सेना के साथ सभी भारतीय तन,मन,धन से हैं।

 

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