असर दिखाता गुप्तेश्वर पांडेय का नशामुक्ति अभियान

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इशान दत्त.

भभुआ हो या भागलपुर, हाजीपुर हो या भोजपुर, बक्सर हो या बेतिया, मुजफ्फरपुर हो या मधुबनी……..बिहार के हर जिले में नशामुक्ति के लिए चलाये जा रहे बीएमपी के डीजी गुप्तेश्वर पांडेय के अभियान को आपार सफलता मिल रही है। बेगूसराय की क्रांतिकारी धरती की बात हो, या फिर भोजपुर के माटी की। चारों ओर एक ही नारा गूंज रहा है- नशामुक्त हो बिहार, जय बिहार, जय जय बिहार।बिहार के सोशल मीडिया में इस सामाजिक आंदोलन का सार्थक आगाज हुआ है।कल तक फेसबुक पर चुटकुले शेयर करने वाले युवा, अब इस अभियान से संबंधित अच्छी बातों के साथ प्रेरणादायक संवाद को शेयर कर रहे हैं।

ग्रामीण स्तर पर और जिला मुख्यालयों से सटे छोटे-छोटे बाजारों की चाय दुकान पर डीजी गुप्तेश्वर पांडेय द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना हो रही है। गांव के बुजुर्ग माता-पिता हों या फिर महिलाएं सभी इस अभियान की मुक्त कंठ से सराहना कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि आज तक बिहार में किसी भी अभियान को इतनी जमीनी स्तर पर सफलता नहीं मिली थी।

सबसे बड़ी बात ये है कि इस अभियान का असर सामने भी आने लगा है। शराब की तस्करी जहां कम हो गयी है,  वहीं इसका सेवन करने वालों का सामाजिक विरोध शुरू हो गया है। थाने में तैनात पुलिसकर्मी अब अभियान से जुड़े युवकों को तरजीह दे रहे हैं और उनकी शिकायत पर कार्रवाई हो रही है। डीजी गुप्तेश्वर पांडेय बिना थके, लगातार, दिन हो या रात गर्मी हो या बरसात सरकार के इस संवेदनशील अभियान को मूर्त रूप देने में लगे हुए हैं। इसे उनकी जिजीविषा कहें या फिर जीवटता उन्होंने इस अभियान को एक सार्थक परिणाम तक पहुंचाने का संकल्प कर लिया है।

डीजी गुप्तेश्वर पांडेय की ओर से निम्नलिखित कदम उठाये जा रहे हैं।लगातार जिला स्तर पर जनगारूकता कार्यक्रमों का आयोजन।बिहार के 38 जिलों व 2 पुलिस जिलों में सभा करने का लक्ष्य।साल के अंत तक 500 सभाएं करने का लक्ष्य।लोगों के बीच नशे के प्रति नफरत जगाने के लिए बौद्धिक प्रेरणादायक बातें रखना।समाज के अंतिम व्यक्ति तक शराबबंदी का अलख जगाने का लक्ष्य।

डीजी गुप्तेश्वर पांडेय के नशामुक्ति अभियान को गुजरात की संस्था ‘यूथ नेशन’ का  समर्थन मिल रहा है।इन सबके अलावा आम लोगों के बीच सरोकारी और सामाजिक सूचिता के संवेदनशील प्रहरी के रूप में डीजी गुप्तेश्वर पांडेय की छवि इस अभियान में चार चांद लगा रही है। जमीनी स्तर पर इसका व्यापक असर दिखने लगा है। गैरसरकारी आंकड़ों पर गौर करें, तो अभियान के शुरू होने के बाद से शराब तस्करी और शराबखोरी की घटनाओं में अप्रत्याशित कमी देखने को मिल रही है।फिलहाल इस अभियान की वजह से आम लोगों में अभूतपूर्व जागरूकता देखी जा रही है।

किसी ने सच कहा है की कोई भी अच्छा अभियान किसी खुशबू देने वाले फूल की तरह अपनी महक बहुत दूर तक छोड़ता है। बिहार में नशे के खिलाफ शुरू की गई बीएमपी डीजी गुप्तेश्वर पाण्डे की जन जागृति अब बिहार से निकलकर अन्य राज्यों में भी दस्तक देने लगी है । सूरत के कपड़ा व्यापारियों का भी इस अभियान को सपोर्ट मिल रहा है।

श्री पांडेय के हाथ में इस अभियान के आते ही बिहार के हर जिले में यूथ बिग्रेड नाम से युवाओं की एक ऐसी टोली तैयार हो गई, जो शराबबंदी को दिलों जान से सपोर्ट कर रही है । जहां-जहां गुप्तेश्वर पांडे की सभा होती है, वहां- वहां महिलाएं और युवा इसके समर्थन में भारी संख्या में जमा होते हैं।  बिहार के हर जिले में भारी संख्या में लोगों का समर्थन  श्री पांडे के साथ है। खासकर समाचार पत्रों और डिजिटल मीडिया में भी अभियान को जमकर कवरेज मिल रहा है। ये अभियान बिहार में एक जनआंदोलन का रूप लेता जा रहा है। हाल में चंद युवाओं और डीजी गुप्तेश्वर पांडेय की पहल पर शुरू हुआ ये अभियान इतना विशाल रूप लेगा किसी को अंदाज नहीँ था। इनकी युवा टोली का नारा है- नशामुक्त हो बिहार, जय बिहार जय बिहार।

डीजी गुप्तेश्वर पांडेय का यह अभियान गांव-गांव पहुंचने लगा है। डुमरांव प्रखंड के कोरान सराय पंचायत के कचिनियाँ गांव के रहने वाले युवा समाजसेवी और विनोबा वन को विकसित करने में जुटे आशुतोष कुमार पांडेय और उनके बदलाव ग्रुप के शिक्षक साथी उत्साह के साथ इस अभियान में लगे हैं। आशुतोष के साथ बदलाव ग्रुप के सभी मेंबर डीजी पांडेय की इस पहल को सरोकारी पहल बताते हुए सभी युवाओं को इस अभियान से जुड़ने का आग्रह कर रहे हैं। बदलाव ग्रुप में सैकड़ों पंचायत शिक्षक और बुद्धिजीवी जुड़े हुए हैं.

 

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